कुशीनगर: रामकोला थाने में तैनात महिला सिपाही को बार-बार व्हाट्सएप पर मैसेज भेजकर परेशान करना थानाध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह को भारी पड़ गया. महिला सिपाही की शिकायत पर एसपी सचिंद्र पटेल ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया. साथ ही दुर्गेश कुमार सिंह को रामकोला थाने का कार्यभार देते हुए सीओ तमकुहीराज को जांच सौंपी गई है.
दरअसल, रामकोला थाने में करीब एक साल पूर्व आई महिला सिपाही पर अपना प्रभाव जमाने के लिए थानाध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह बार-बार उसे डांटते थे और उसके खिलाफ कार्रवाई की बात कहते थे. ये बातें वहां तैनात पुलिसकर्मियों के बीच चर्चा में बनी हुईं थी. हद तो तब हो गई जब थानाध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह द्वारा बार-बार महिला सिपाही के व्हाट्सएप पर अभद्र मैसेज किया जाने लगा. थानाध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह की इस हरकत से आजिज होकर महिला सिपाही ने मामले की शिकायत एसपी सचिंद्र पटेल से की. मामले की गंभीरता को देखते हुए एसपी सचिंद्र पटेल ने तत्काल प्रभाव से थानाध्यक्ष को निलंबित कर दिया. साथ ही सीओ तमकुहीराज को मामले की जांच सौंपी है. वहीं दुर्गेश कुमार सिंह को रामकोला थाने का कार्यभार मिला है.
इसे भी पढ़ें:- बाहुबली पूर्व विधायक की बहन की फायरिंग देख चौंक जाएंगे आप
बताया जा रहा है कि अभी कुछ दिन पूर्व ही महिला सिपाही को देर शाम तक ड्यूटी पर न पहुंचने की बात कहते हुए थानाध्यक्ष द्वारा उसके खिलाफ तस्करा लिखा गया. पुलिस सूत्रों का कहना है कि थानाध्यक्ष करुणेश प्रताप सिंह का नजरिया महिला सिपाही के प्रति ठीक नहीं था, जिसके कारण उसे बार-बार डांट खानी पड़ती थी. महिला सिपाही को दबाव में लाने के लिए थानाध्यक्ष द्वारा तस्करा लिखने की कार्रवाई की गई थी.
मीडिया से बातचीत करते हुए एसपी सचिंद्र पटेल ने बताया कि महिलाओं के साथ अभद्रता वा अनुशासनहीनता की शिकायत बर्दाश्त नहीं की जा सकती. पुलिस तंत्र महिलाओं के सम्मान के लिए कार्यक्रम चला रहा है. अगर विभागीय स्तर पर ही इस तरह की घटनाएं होंगी तो समाज में गलत संदेश जाएगा.