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Ram Charit Manas controversy : सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतरे लोग, कहा-विवादित चौपाई काे हटाया जाए - राम चरित मानस पर विवाद

कुशीनगर में रविवार काे विभिन्न संगठनाें से जुड़े लाेग सपा नेता स्वामी प्रसाद माैर्य के समर्थन में उतर आए. उन्हाेंने विवादित चौपाई को हटवाने के लिए राष्ट्रपति को मांगपत्र भेजा. इसके अलावा सपा नेता काे धमकी देने वालाें पर कार्रवाई की मांग भी की.

कुशीनगर में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में लाेगाें ने आवाज उठाई.
कुशीनगर में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में लाेगाें ने आवाज उठाई.
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Published : Feb 5, 2023, 7:05 PM IST

कुशीनगर में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में लाेगाें ने आवाज उठाई.

कुशीनगर : राम चरित मानस पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में कई संगठनाें के लाेग रविवार काे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर आए. कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबाेधित एक ज्ञापन नायब तहसीलदार पडरौना को सौंपा. इसमें राम चरित मानस की कुछ चौपाइयाें को हटवाने की मांग की गई है. उन्हाेंने सपा नेता के बयान काे जायज ठहराया. इसके अलावा सपा नेता के खिलाफ बयानबाजी करने वालाें पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की.

संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने पडरौना-कठकुइया मोड़ से जुलूस निकाला. इसके बाद अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष जमकर नारेबाजी की. पडरौना नायब तहसीलदार विशाल दत्त त्रिपाठी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर मामले में कार्रवाई की मांग की. डा.भीमराव अम्बेडर पार्क में जुटे कार्यकर्ताओं ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन किया. राष्ट्रीय कुशवाहा, शाक्य, सैनी, मौर्य महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सपा नेता के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन किया. स्वामी प्रसाद मौर्य के पूर्व पीआरओ आरके मौर्य की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने प्रदर्शन व नारेबाजी की. रामचरित मानस के विवादित चौपाई काे हटाने की मांग की.

इस दौरान रामअधार कुशवाहा, चंद्रजीत यादव, एडवोकेट सज्जन गुप्ता, दिनेश चौधरी, हंसराज कुशवाहा, चंदेश्वर कुशवाहा, एडवोकेट पृथ्वीनाथ जायसवाल, जनार्दन कुशवाह, रमेश मद्धेशिया, लालबहादुर कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, अच्छेलाल, देवी दयाल, हरि नारायण, राजेन्द्र, व्यास, घनश्याम, देवानंद, कमलेश, बलिराम, प्रमोद आदि मौजूद रहे।

राम आधार कुशवाहा ने बताया कि रामचरित मानस और मनुस्मृति में लगभग 6 हजार जातियों और महिलाओं के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है. इसके विराेध में स्वामी प्रसाद मौर्य ने आवाज उठाई है. कुछ मठाधीशों को यह बात बुरी लग रही है. वे संविधान को दरकिनार करते हुए इसका विराेध जता रहे हैं.

तारा सिंह ने बताया कि महिलाओं को जो सम्मान नहीं मिल रहा उन्हें वह मिलना चाहिए. आधी आबादी पर लिखी विवादित चौपाई काे हटाया जाए. सरकारी समूहों में भी महिलाओं को जातियों के हिसाब से नहीं बल्कि योग्यता और अनुभव के अनुसार संम्मान मिलना चाहिए.

आरके मौर्य ने कहा कि रामचरित मानस में वर्णित कुछ पंक्तियां पिछड़ों, दलितों व महिलाओं का अपमान करती हैं. यह हिन्दू धर्म में आस्था रखने वालाें के सम्मान पर कुठाराघात है. इन आपत्तिजनक पंक्तियों को हटाने की मांग करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य काे धमकाने वालाें पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

यह भी पढ़ें : पिता के दारू पीने से परेशान बच्चा पहुंचा थाने, बोला- पुलिस अंकल शराब बंद करा दो ताकि घर पर झगड़ा न हो

कुशीनगर में स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में लाेगाें ने आवाज उठाई.

कुशीनगर : राम चरित मानस पर विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है. जिले में कई संगठनाें के लाेग रविवार काे सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के समर्थन में उतर आए. कार्यकर्ताओं ने राष्ट्रपति को संबाेधित एक ज्ञापन नायब तहसीलदार पडरौना को सौंपा. इसमें राम चरित मानस की कुछ चौपाइयाें को हटवाने की मांग की गई है. उन्हाेंने सपा नेता के बयान काे जायज ठहराया. इसके अलावा सपा नेता के खिलाफ बयानबाजी करने वालाें पर सख्त कार्रवाई की मांग भी की.

संयुक्त मोर्चा के सदस्यों ने पडरौना-कठकुइया मोड़ से जुलूस निकाला. इसके बाद अंबेडकर प्रतिमा के समक्ष जमकर नारेबाजी की. पडरौना नायब तहसीलदार विशाल दत्त त्रिपाठी को राष्ट्रपति को संबोधित ज्ञापन सौंपकर मामले में कार्रवाई की मांग की. डा.भीमराव अम्बेडर पार्क में जुटे कार्यकर्ताओं ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का समर्थन किया. राष्ट्रीय कुशवाहा, शाक्य, सैनी, मौर्य महासभा के पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं ने सपा नेता के समर्थन में कार्यक्रम का आयोजन किया. स्वामी प्रसाद मौर्य के पूर्व पीआरओ आरके मौर्य की अगुवाई में सैकड़ों की संख्या में जुटे लोगों ने प्रदर्शन व नारेबाजी की. रामचरित मानस के विवादित चौपाई काे हटाने की मांग की.

इस दौरान रामअधार कुशवाहा, चंद्रजीत यादव, एडवोकेट सज्जन गुप्ता, दिनेश चौधरी, हंसराज कुशवाहा, चंदेश्वर कुशवाहा, एडवोकेट पृथ्वीनाथ जायसवाल, जनार्दन कुशवाह, रमेश मद्धेशिया, लालबहादुर कुशवाहा, राजकुमार कुशवाहा, अच्छेलाल, देवी दयाल, हरि नारायण, राजेन्द्र, व्यास, घनश्याम, देवानंद, कमलेश, बलिराम, प्रमोद आदि मौजूद रहे।

राम आधार कुशवाहा ने बताया कि रामचरित मानस और मनुस्मृति में लगभग 6 हजार जातियों और महिलाओं के लिए अपमानजनक शब्दों का प्रयोग किया गया है. इसके विराेध में स्वामी प्रसाद मौर्य ने आवाज उठाई है. कुछ मठाधीशों को यह बात बुरी लग रही है. वे संविधान को दरकिनार करते हुए इसका विराेध जता रहे हैं.

तारा सिंह ने बताया कि महिलाओं को जो सम्मान नहीं मिल रहा उन्हें वह मिलना चाहिए. आधी आबादी पर लिखी विवादित चौपाई काे हटाया जाए. सरकारी समूहों में भी महिलाओं को जातियों के हिसाब से नहीं बल्कि योग्यता और अनुभव के अनुसार संम्मान मिलना चाहिए.

आरके मौर्य ने कहा कि रामचरित मानस में वर्णित कुछ पंक्तियां पिछड़ों, दलितों व महिलाओं का अपमान करती हैं. यह हिन्दू धर्म में आस्था रखने वालाें के सम्मान पर कुठाराघात है. इन आपत्तिजनक पंक्तियों को हटाने की मांग करने वाले पूर्व मंत्री स्वामी प्रसाद मौर्य काे धमकाने वालाें पर कार्रवाई की जानी चाहिए.

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