कुशीनगर: जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में अवैध पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट मामले में ईटीवी भारत की लगातार चली खबरों का असर हुआ है. घटना के पांच दिन बाद प्रभावी कार्रवाई हुई और मामले में जिम्मेदार माने जा रहे थानाध्यक्ष संजय मिश्रा को हटा दिया गया. इसी मामले में घटना के दिन ही एक उपनिरीक्षक सहित तीन बीट सिपाहियों को निलम्बित कर दिया गया था.
बता दें कि कई महीनों से सघन बस्ती के बीच चल रहे इस मौत के कारोबार को पुलिस और स्थानीय प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था. इसी कारण घटना के दिन से अभी तक इस मामले में पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं.
कप्तानगंज स्थित घटना वाले मोहल्ले के लोगों के अनुसार अभी भी कुछ घायल गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में तो एक परिवार के तीन लोग पादरी बाजार गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं. एक परिवार की बिगड़ी आर्थिक हालत को देखते हुए मोहल्ले के लोगों ने चंदा भी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है.
मामले में आज हुई कार्रवाई के बारे में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका सरकारी मोबाइल नॉट रिचेबल मोड में मिला. इस कारण प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी, लेकिन विभागीय सूत्रों ने कार्रवाई की सूचना को प्रमाणित बताया.
कुशीनगर: अवैध पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट मामले में हटाए गए थानाध्यक्ष
उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में अवैध पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट मामले में ईटीवी भारत की खबर का असर हुआ है. खबर चलने के बाद जिम्मेदार माने जा रहे कप्तानगंज के थानाध्यक्ष को हटा दिया गया है. पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट से पांच लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी.
कुशीनगर: जिले के कप्तानगंज थाना क्षेत्र में अवैध पटाखा गोदाम में हुए विस्फोट मामले में ईटीवी भारत की लगातार चली खबरों का असर हुआ है. घटना के पांच दिन बाद प्रभावी कार्रवाई हुई और मामले में जिम्मेदार माने जा रहे थानाध्यक्ष संजय मिश्रा को हटा दिया गया. इसी मामले में घटना के दिन ही एक उपनिरीक्षक सहित तीन बीट सिपाहियों को निलम्बित कर दिया गया था.
बता दें कि कई महीनों से सघन बस्ती के बीच चल रहे इस मौत के कारोबार को पुलिस और स्थानीय प्रशासन का संरक्षण प्राप्त था. इसी कारण घटना के दिन से अभी तक इस मामले में पांच लोगों की मौत हो चुकी है और कई लोग अभी भी जिंदगी और मौत से संघर्ष कर रहे हैं.
कप्तानगंज स्थित घटना वाले मोहल्ले के लोगों के अनुसार अभी भी कुछ घायल गंभीर हालत में मेडिकल कॉलेज गोरखपुर में तो एक परिवार के तीन लोग पादरी बाजार गोरखपुर स्थित एक निजी अस्पताल में अपना इलाज करा रहे हैं. एक परिवार की बिगड़ी आर्थिक हालत को देखते हुए मोहल्ले के लोगों ने चंदा भी इकट्ठा करना शुरू कर दिया है.
मामले में आज हुई कार्रवाई के बारे में पुलिस अधीक्षक विनोद कुमार सिंह से प्रतिक्रिया लेने का प्रयास किया गया, लेकिन उनका सरकारी मोबाइल नॉट रिचेबल मोड में मिला. इस कारण प्रतिक्रिया नहीं मिल सकी, लेकिन विभागीय सूत्रों ने कार्रवाई की सूचना को प्रमाणित बताया.