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मुकेश के अपहरण का हुआ खुलासा, मुख्य आरोपी अभी भी फरार

कुशीनगर में मुकेश के अपहरण का मामला सुलझ गया है. आरोपी अभी भी फरार है. उस पर पुलिस ने 15 हजार का इनाम घोषित किया है. युवक को उसके घर पर पहुंचा दिया गया है.

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Published : Jun 19, 2021, 10:24 PM IST

कुशीनगर: हाटा कोतवाली में बीते गुरुवार को इंदिरा नगर से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले 19 वर्षीय मुकेश को दावत के बहाने ले जाकर अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया था. इसके बाद कुशीनगर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर शनिवार को कप्तानगंज थानाक्षेत्र के नरायनपुर गांव के एक स्कूल से मुकेश को बरामद किया. पुलिस ने अपहरण की साजिश में शामिल पांच में से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभी अपहरण का मुख्य अभियुक्त फरार है. उस पर पुलिस ने 15 हजार का इनाम घोषित किया है.

अपहरण का था मामला

हाटा नगर के इंदिरानगर का रहने वाला मुकेश गुरुवार को शाम अपने दोस्तों के साथ कप्तानगंज चौराहे पर शारदा हॉस्पिटल के पास दावत के लिए घर से गया था. उसी रात 8:46 बजे उसके पिता के नंबर पर किसी व्यक्ति ने फोन किया और मुकेश के अपहरण की सूचना दी. साथ ही 20 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी. उसके बाद फोन कटकर दिया. अपहरण की सूचना के बाद मां निर्मला का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. पिता की तहरीर पर तत्काल पुलिस ने एक नामजद और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया.

पुलिस ने मुकेश की तलाश शुरू कर दी, इसके लिए जिले की चार टीमें लगाई गईं. अगले दिन शुक्रवार को कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के नहर के बगल में स्थित एक विद्यालय के कमरे में ग्रामीणों ने एक युवक को देखा. कप्तानगंज पुलिस ने युवक को आजाद कराया तो पता चला कि यह वही मुकेश है, जो गायब था. युवक की तलाश कोतवाली पुलिस के साथ चार टीमें कर रही थी. ग्रामीणों के अनुसार मुकेश का हाथ बंधा हुआ था और मुंह पर टेप लगा मिला.



पुलिस ने शुरू की जांच

मुकेश की 24 घंटे के अंदर सकुशल बरामदगी के बाद कुशीनगर पुलिस ने चैन की सांस ली और सर्विसलांस की मदद से चार अभियुक्तों को पकड़ा. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि अपहरण का मास्टरमाइंड देवरिया का रहने वाला नीरज सिंह है. जो वर्ष 2020 में मनीष प्रजापति के साथ मुकेश के घर किराए पर रहता था. कोतवाली क्षेत्र के झांगा बाजार में जय मां दुर्गा एकेडमी की शुरुआत की थी, लेकिन कोरोना की वजह से अध्यापन कार्य बंद हो गया और पैसों का काफी नुकसान हुआ. नीरज सिंह व मनीष प्रजापति को पूरा विश्वास था कि यदि मुकेश का हम लोग अपहरण करेंगे और फिरौती के लिए 20-30 लाख रुपये की मांग करेंगे तो उसके पिता चार से पांच लाख दे देंगे और पुलिस को बताएंगे भी नहीं. मुकेश के पिता ने पुलिस का सहारा लिया. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर बड़ी ही गोपनीयता के साथ मामले की जांच शुरू कर दी.


अपहरण की साजिश करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश जारी

अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने बताया कि हाटा कोतवाली में विगत 17 तारीख को एक युवक के अपहरण और फिरौती की मांग की सूचना मिली. इस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली हाटा में अभियोग पंजीकृत करते हुए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में 4 टीमों को गठित किया. स्वाट और सर्विसलांस की मदद से 24 घंटे के अंदर अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गया. इसमें चार साजिश कर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त जो देवरिया का रहने वाला है वह फरार है. उसकी भी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है और उस पर 15000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है. पूरी घटना में पुलिस टीम ने बहुत ही सक्रियता से काम किया और अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और अपहृत युवक का फोन बरामद किया है. साथ ही एटीएम भी मिले हैं.


मुकेश ने बताई अपने अपहरण की कहानी

मुकेश ने बताया कि गुरुवार दोपहर मेरे घर दो लोग आए और नित्यानंद स्कूल में पढ़ाई के दौरान मेरे मित्र अजीत के वहां दावत की बात कही. शाम को मोटरसाइकिल से 3 लोग आए और शारदा हॉस्पिटल के बगल में शादी में हम लोग खाना खाने गए. वहां से वो लोग मुझे हरपुर बरवा ले गए और एक घर में रुके. उसके बाद एक स्कूल में ले गए. जहां मेरा हाथ-पैर बांध दिया और मुंह पर टेप लगा दिया. अभी पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा दिया है और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद अब राहत महसूस कर रहा हूं.

कुशीनगर: हाटा कोतवाली में बीते गुरुवार को इंदिरा नगर से मेडिकल की पढ़ाई करने वाले 19 वर्षीय मुकेश को दावत के बहाने ले जाकर अपहरण करने का मामला प्रकाश में आया था. इसके बाद कुशीनगर पुलिस ने 24 घंटे के अंदर शनिवार को कप्तानगंज थानाक्षेत्र के नरायनपुर गांव के एक स्कूल से मुकेश को बरामद किया. पुलिस ने अपहरण की साजिश में शामिल पांच में से चार अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है. अभी अपहरण का मुख्य अभियुक्त फरार है. उस पर पुलिस ने 15 हजार का इनाम घोषित किया है.

अपहरण का था मामला

हाटा नगर के इंदिरानगर का रहने वाला मुकेश गुरुवार को शाम अपने दोस्तों के साथ कप्तानगंज चौराहे पर शारदा हॉस्पिटल के पास दावत के लिए घर से गया था. उसी रात 8:46 बजे उसके पिता के नंबर पर किसी व्यक्ति ने फोन किया और मुकेश के अपहरण की सूचना दी. साथ ही 20 लाख रुपये की फिरौती भी मांगी. उसके बाद फोन कटकर दिया. अपहरण की सूचना के बाद मां निर्मला का रो-रोकर बुरा हाल हो गया. पिता की तहरीर पर तत्काल पुलिस ने एक नामजद और 2 अज्ञात लोगों के खिलाफ अपहरण का मुकदमा दर्ज कर लिया.

पुलिस ने मुकेश की तलाश शुरू कर दी, इसके लिए जिले की चार टीमें लगाई गईं. अगले दिन शुक्रवार को कप्तानगंज थाना क्षेत्र के नारायणपुर गांव के नहर के बगल में स्थित एक विद्यालय के कमरे में ग्रामीणों ने एक युवक को देखा. कप्तानगंज पुलिस ने युवक को आजाद कराया तो पता चला कि यह वही मुकेश है, जो गायब था. युवक की तलाश कोतवाली पुलिस के साथ चार टीमें कर रही थी. ग्रामीणों के अनुसार मुकेश का हाथ बंधा हुआ था और मुंह पर टेप लगा मिला.



पुलिस ने शुरू की जांच

मुकेश की 24 घंटे के अंदर सकुशल बरामदगी के बाद कुशीनगर पुलिस ने चैन की सांस ली और सर्विसलांस की मदद से चार अभियुक्तों को पकड़ा. पूछताछ में अभियुक्तों ने बताया कि अपहरण का मास्टरमाइंड देवरिया का रहने वाला नीरज सिंह है. जो वर्ष 2020 में मनीष प्रजापति के साथ मुकेश के घर किराए पर रहता था. कोतवाली क्षेत्र के झांगा बाजार में जय मां दुर्गा एकेडमी की शुरुआत की थी, लेकिन कोरोना की वजह से अध्यापन कार्य बंद हो गया और पैसों का काफी नुकसान हुआ. नीरज सिंह व मनीष प्रजापति को पूरा विश्वास था कि यदि मुकेश का हम लोग अपहरण करेंगे और फिरौती के लिए 20-30 लाख रुपये की मांग करेंगे तो उसके पिता चार से पांच लाख दे देंगे और पुलिस को बताएंगे भी नहीं. मुकेश के पिता ने पुलिस का सहारा लिया. इसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज कर बड़ी ही गोपनीयता के साथ मामले की जांच शुरू कर दी.


अपहरण की साजिश करने वाले मास्टरमाइंड की तलाश जारी

अपहरण की घटना का खुलासा करते हुए पुलिस अधीक्षक सचिंद्र पटेल ने बताया कि हाटा कोतवाली में विगत 17 तारीख को एक युवक के अपहरण और फिरौती की मांग की सूचना मिली. इस पर मामले को गंभीरता से लेते हुए कोतवाली हाटा में अभियोग पंजीकृत करते हुए एडिशनल एसपी के नेतृत्व में 4 टीमों को गठित किया. स्वाट और सर्विसलांस की मदद से 24 घंटे के अंदर अपहृत युवक को सकुशल बरामद किया गया. इसमें चार साजिश कर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है. मुख्य अभियुक्त जो देवरिया का रहने वाला है वह फरार है. उसकी भी गिरफ्तारी का प्रयास जारी है और उस पर 15000 रुपये का इनाम घोषित कर दिया गया है. पूरी घटना में पुलिस टीम ने बहुत ही सक्रियता से काम किया और अभियुक्तों के पास से घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल और अपहृत युवक का फोन बरामद किया है. साथ ही एटीएम भी मिले हैं.


मुकेश ने बताई अपने अपहरण की कहानी

मुकेश ने बताया कि गुरुवार दोपहर मेरे घर दो लोग आए और नित्यानंद स्कूल में पढ़ाई के दौरान मेरे मित्र अजीत के वहां दावत की बात कही. शाम को मोटरसाइकिल से 3 लोग आए और शारदा हॉस्पिटल के बगल में शादी में हम लोग खाना खाने गए. वहां से वो लोग मुझे हरपुर बरवा ले गए और एक घर में रुके. उसके बाद एक स्कूल में ले गए. जहां मेरा हाथ-पैर बांध दिया और मुंह पर टेप लगा दिया. अभी पुलिस ने सुरक्षा का भरोसा दिया है और अभियुक्तों की गिरफ्तारी के बाद अब राहत महसूस कर रहा हूं.

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