ETV Bharat / state

कुशीनगर: प्रशासनिक सतर्कता के बीच बांसी घाट पर दो लाख लोगों ने किया स्नान - कार्तिक पूर्णिमा का स्नान

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के बांसी घाट पर मंगलवार को कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व पर दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने डुबकी लगाई. इस दौरान प्रशासन ने भी सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम कर रखे थे.

कार्तिक पूर्णिमा की धूम.
author img

By

Published : Nov 13, 2019, 9:27 AM IST

कुशीनगरः जिले के बांसी घाट पर मंगलवार सुबह कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व सम्पन्न हुआ. इस मौके पर लगभग दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई. इस दौरान पहली बार पूरे मेले में जिला प्रशासन ने चाक चौबन्द व्यवस्था कर रखी थी. मेलाधिकारी के रुप मे मौजूद डीपीआरओ ने व्यवस्था के बारे में मीडिया को बताते हुए कहा कि मेले में साफ सफाई पर भी विशेष जोर दिया गया है.

कार्तिक पूर्णिमा की धूम.

कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व सम्पन्न
बिहार और यूपी की सीमा को बांटने वाली झरही नदी के ऐतिहासिक बांसी घाट पर वैसे तो सोमवार अपरान्ह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया था, लेकिन देर रात्रि घाट के साथ-साथ पूरा क्षेत्र भी श्रद्धालुओं की भीड़ से भर गया. स्थानीय हिन्दू संगठनों की तरफ से मेले में धार्मिक गीतों की प्रस्तुति के लिए एक मंच भी लगाया गया, जिस कारण पूरी रात श्रद्धालु भक्ति रस में डूबे नजर आए.

सीएम योगी और पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
गोरखपुर क्षेत्र से आए विद्यानन्द ने कहा कि पहले वह पहले यहां कभी नहीं आए थे. उन्होंने सुना था बांसी के महात्म्य के बारे में और यहा की व्यवस्था बहुत अच्छी है. साथ ही इस व्यवस्था के लिए उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी को धन्यवाद भी दिया

इसे भी पढ़ें- बलिया: कार्तिक पूर्णिमा के दिन दोस्तों के साथ गंगा नहाने पहुंचा किशोर नदी में डूबा

मेला परिसर में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था से लेकर स्नान के बाद उनके कपड़े आदि बदलने को लेकर चिन्ता की गई, दो कार्यालय पूरे चौबीस घण्टे काम कर रहे हैं. साथ ही मेले में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है
-राघवेन्द्र द्विवेदी, मेलाधिकारी

कुशीनगरः जिले के बांसी घाट पर मंगलवार सुबह कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व सम्पन्न हुआ. इस मौके पर लगभग दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगाई. इस दौरान पहली बार पूरे मेले में जिला प्रशासन ने चाक चौबन्द व्यवस्था कर रखी थी. मेलाधिकारी के रुप मे मौजूद डीपीआरओ ने व्यवस्था के बारे में मीडिया को बताते हुए कहा कि मेले में साफ सफाई पर भी विशेष जोर दिया गया है.

कार्तिक पूर्णिमा की धूम.

कार्तिक पूर्णिमा का स्नान पर्व सम्पन्न
बिहार और यूपी की सीमा को बांटने वाली झरही नदी के ऐतिहासिक बांसी घाट पर वैसे तो सोमवार अपरान्ह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया था, लेकिन देर रात्रि घाट के साथ-साथ पूरा क्षेत्र भी श्रद्धालुओं की भीड़ से भर गया. स्थानीय हिन्दू संगठनों की तरफ से मेले में धार्मिक गीतों की प्रस्तुति के लिए एक मंच भी लगाया गया, जिस कारण पूरी रात श्रद्धालु भक्ति रस में डूबे नजर आए.

सीएम योगी और पीएम मोदी को दिया धन्यवाद
गोरखपुर क्षेत्र से आए विद्यानन्द ने कहा कि पहले वह पहले यहां कभी नहीं आए थे. उन्होंने सुना था बांसी के महात्म्य के बारे में और यहा की व्यवस्था बहुत अच्छी है. साथ ही इस व्यवस्था के लिए उन्होंने सीएम योगी और पीएम मोदी को धन्यवाद भी दिया

इसे भी पढ़ें- बलिया: कार्तिक पूर्णिमा के दिन दोस्तों के साथ गंगा नहाने पहुंचा किशोर नदी में डूबा

मेला परिसर में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था से लेकर स्नान के बाद उनके कपड़े आदि बदलने को लेकर चिन्ता की गई, दो कार्यालय पूरे चौबीस घण्टे काम कर रहे हैं. साथ ही मेले में साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है
-राघवेन्द्र द्विवेदी, मेलाधिकारी

Intro:कुशीनगर के बाँसी घाट पर आज सुबह सम्पन्न हुए कार्तिक पूर्णिमा के स्नान पर्व के मौके पर लगभग दो लाख से अधिक श्रद्धालुओं ने पुण्य की डुबकी लगायी. इस दौरान पहली बार पूरे मेले में जिला प्रशासन ने चाक चौबन्द व्यवस्था कर रखा था, सरकारी देखरेख मे और शान्ति पूर्ण माहौल के बीच मेलाधिकारी के रुप मे मौजूद डीपीआरओ ने व्यवस्था के बारे में मीडिया को बताया कि मेले में साफ सफाई पर विशेष जोर दिया गया


Body:vo बिहार और यूपी की सीमा को बाँटने वाली झरही नदी के ऐतिहासिक बाँसी घाट पर वैसे तो सोमवार अपरान्ह से ही श्रद्धालुओं का जमावड़ा शुरू हो गया था लेकिन देर रात्रि तक घाट के साथ ही पूरा क्षेत्र ही भर गया

स्थानीय हिन्दू संगठनों की तरफ से मेले में धार्मिक गीतों की प्रस्तुति के लिए एक मंच भी लगाया गया था, जिस कारण पूरी रात श्रद्धालु भक्ति रस का पान पूरी रात करते नजर आए

गोरखपुर क्षेत्र से आए विद्यानन्द ने कहा कि पहले मैं नही आया था यहां, सुना था बाँसी के महात्म्य के बारे में, व्यवस्था बहुत अच्छी है, उन्होंने इसके लिए योगी और मोदी के प्रति धन्यवाद भी दिया
बाइट - विद्यानन्द, श्रद्धालु

भीड़ में ही गोरखपुर के ग्रामीण क्षेत्र से आयीं चम्पा देवी ने कहा कि हम छोटे थे तब आए थे अब दूसरी बार आए हैं, उन्होंने मेले की व्यवस्था की तारीफ की, कहा पहले ऐसा नही होता था इस बार अच्छी व्यवस्था है
बाइट - चम्पा देवी, श्रद्धालु

महराजगंज से आयीं सुरसती ने कहा कि हम पहले भी आ चुके हैं पहले हर जगह पानी भरा रहता था लेकिन इस बार काफी अच्छा है

बाइट - सुरसती, श्रद्धालु

मेले की व्यवस्था के लिए मेलाधिकारी बनाए गए जिले के डीपीआरओ राघवेन्द्र द्विवेदी ने मीडिया को बताया कि मेला परिसर में महिलाओं के रुकने की व्यवस्था से लेकर स्नान के बाद उनके कपड़े आदि बदलने को लेकर चिन्ता की गई है, दो कार्यालय पूरे चौबीस घण्टे काम कर रहे हैं. साफ सफाई पर विशेष ध्यान दिया जा रहा है

बाइट - राघवेन्द्र द्विवेदी, मेलाधिकारी, बाँसी मेला



Conclusion:vo कार्तिक पूर्णिमा के दिन बाँसी घाट पर लगने वाले मेले की कथा रामायणकालीन बतायी जाती है लेकिन पहले के सालों में प्रशासन इस मेले में सिर्फ कानून व्यवस्था तक ही सीमित रहता था वर्तमान में जिला प्रशासन ने मेले मे साफ सफाई से लेकर हर तरह की व्यवस्था पर नजर रखी

सूर्य प्रकाश राय
कुशीनगर
9984001450
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.