कुशीनगर: खड्डा ब्लॉक के बाद अब जिले के दुदही ब्लॉक में भी तेज बुखार से मासूमों की मौत का सिलसिला शुरू हो गया है. बांसगांव खास में एक परिवार की 4 वर्षीय बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई, जबकि दो और बच्चे तेज बुखार से पीड़ित हैं. परिजनों के मुताबिक बच्ची की मौत मस्तिष्क ज्वर (इंसेफेलाइटिस) के कारण हुई है. जिले में एक माह के अंदर तेज बुखार से 4 मासूमों की मौत व 3 के बीमार होने से हड़कंप मचा हुआ है.
जानकारी के अनुसार, दुदही ब्लॉक के बांसगांव खास निवासी वर्मा शाह की 4 वर्षीय बेटी शिल्पी बीते सोमवार से बुखार से पीड़ित थी. परिजनों ने पहले शिल्पी को गांव के ही एक मेडिकल स्टोर से बुखार की दवा लाकर खिलाई, जिससे थोड़ी राहत महसूस हुई. बुधवार शाम शिल्पी की तबीयत अचानक खराब हो गई. उसे तेज बुखार देख परिजन एक निजी अस्पताल ले गए, जहां से डॉक्टर ने दुदही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र भेज दिया.
दुदही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के डॉक्टरों ने शिल्पी की हालत गंभीर देखते हुए उसे जिला अस्पताल रेफर कर दिया. जिला अस्पताल में भी डॉक्टरों ने हालत गंभीर देखते हुए हाथ खड़े कर दिए और मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर कर दिया. परिजनों के मुताबिक जिला अस्पताल में डॉक्टरों ने शिल्पी को मस्तिष्क ज्वर (इंसेफेलाइटिस) होने की बात बताई थी. मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान गुरुवार को शिल्पी की मौत हो गई.
बता दें कि वर्मा शाह के परिवार में 5 साल की कली और 2 साल का मासूम पारस अभी भी तेज बुखार से पीड़ित हैं, जिनका इलाज कराया जा रहा है. प्रभारी चिकित्सा अधिकारी ए.के. पाण्डेय ने बताया कि मामला संज्ञान में नहीं है. शुक्रवार को स्वास्थ्य विभाग की टीम को गांव में भेज कर जांच वा इलाज कराया जाएगा.
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बीते एक महीने में कुशीनगर जिले के 2 ब्लॉकों, जिसमें खड्डा ब्लॉक के रामपुर जंगल गांव में तेज बुखार से 3 मासूमों की मौत हो चुकी है तो वहीं एक का इलाज चल रहा है. गुरुवार को दुदही ब्लॉक के बांसगांव खास की रहने वाली बच्ची शिल्पी की मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान मौत हो गई. उसी परिवार के दो और मासूम तेज बुखार से पीड़ित हैं. परिजनों का दावा कि इंसेफेलाइटिस से मासूम बच्ची की मौत हुई है. तेज बुखार के कारण बच्चों की मौत कहीं न कहीं जिले में मासूमों के लिए कहर बनकर आने वाली इंसेफलाइटिस बीमारी के वापसी के संकेत हैं. वहीं इसको लेकर अब तक स्वास्थ्य विभाग की अनभिज्ञता चिंता का बिषय है.