कुशीनगर: उत्तर प्रदेश के कुशीनगर जिले में पुलिस को बड़ी सफलता हाथ लगी है. देश में 7 वर्षों से अवैध रूप से रह रहे एक अफगानिस्तानी युवक को पुलिस ने गिरफ्तार किया है. आरोप है कि युवक वीजा समाप्त होने के बाद भी पहचान छिपाकर देश में रह रहा था और अपना पहचान पत्र बनवाने की फिराक में लगा हुआ था.
पुलिस ने अनुसार, कुबेरस्थान थाना क्षेत्र के ग्राम पिपरा जटामपुर के टोला खुशी पट्टी से पुलिस ने अवैध रूप से रह रहे एक अफगानिस्तानी युवक को फकरुद्दीन अंसारी पुत्र उसमान अंसारी के घर से गिरफ्तार किया है. टूरिस्ट वीजा पर भारत आया अफगानी युवक वीजा समाप्त होने के बाद भी पहचान छिपाकर व फर्जी आधार कार्ड बनवाकर देश में 7 वर्षों से रह रहा था.
कुशीनगर जिले में मुखबिर ने पुलिस को सूचना दी कि एक युवक काफी दिनों से ग्राम पिपरा जटामपुर के टोला खुशी पट्टी निवासी फकरुद्दीन अंसारी के घर पर रह रहा है. वह इन दिनों अपना आधार कार्ड बनवाना चाहता है, जो कि देखने में इस देश का नहीं लग रहा है. सूचना पर पुलिस टीम टोला खुशी पट्टी पहुंचकर फकरुद्दीन अंसारी के घर से युवक को गिरफ्तार कर लिया. युवक से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की तो उसने अपना नाम अहमद समीर पुत्र अब्दुल सबूर निवासी नाहिए से देह मजागं काबुल, अफगानिस्तान बताया.
अहमद समीर ने बताया कि अफगानिस्तान में उपजे हालात से तंग आकर वह अप्रैल 2014 में 6 माह के टूरिस्ट वीजा पर भारत आया. वीजा की अवधि समाप्त होने के बाद अपने देश वापस न जाकर देश की राजधानी दिल्ली में इधर-उधर छिपकर रहने लगा. भारत का नागरिक बनने के लिए उसने दिल्ली के पते पर फर्जी आधार कार्ड भी बनवा लिया. दिल्ली में ही पड़ोस में रहने वाले कुशीनगर कुबेर स्थान थाने के गांव पिपरा जटामपुर के फकरुद्दीन अंसारी के साथ उनके घर आया. यहां पर भी उसने अपना आधार कार्ड बनवाने की 3 बार कोशिश की थी. अभी भी वह इस प्रयास में ही लगा हुआ था.
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एसपी सचिंद्र पटेल ने बताया कि अफगानी नागरिक से कड़ाई से पूछताछ की जा रही है और मिली जनाकरी के आधार पर अन्य पहलू पर भी जांच की जा रही है. अब तक आतंकवाद से जुड़ा कोई तथ्य सामने नहीं आया है. उसके विरुद्ध फर्जीवाड़ा और 14 विदेशी अधिनियम 1946 में मुकदमा पंजीकृत कर आवश्यक कार्रवाई की जा रही है. टूरिस्ट वीजा समाप्त होने के बाद वह कहां-कहां रहा और कौन-कौन लोग उसके संपर्क में रहे, यह भी पता किया जा रहा है. शरण देने वाले को भी हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है.