कुशीनगर: रविवार को एक मुसहर बाहुल्य गांव में हुए तीन मौतों के बाद सोमवार को जिला मुख्यालय स्थित विकास भवन में एक बैठक आयोजित की गई. बैठक में जिले के डीपीआरओ ने मुसहरों के गांव में साफ-सफाई और पीने के शुद्ध पानी की व्यवस्था को तत्काल दुरुस्त कराने की बात कही, ताकि भविष्य में ऐसी कोई घटना फिर न घटे.
- बैठक में जिले के मुसहर बाहुल्य 136 गांव के प्रधान, सचिव और एडीओ पंचायत की बैठक आनन-फानन में आयोजित की गई.
- कुशीनगर जिले में 136 ग्राम और उसके 163 मजरों को मुसहर जाति की बाहुल्यता से चिन्हित किया गया है.
चन्द्र प्रकाश यादव, अध्यक्ष, प्रधान संघ ने बताया कि ग्राम प्रधान अपने संसाधनों से शौचालय का निर्माण करवा रहे हैं, लेकिन जागरूकता के अभाव में मुसहर जाति के लोग उसमें अपने पशुओं को बांधने का कार्य कर रहे हैं. उसमें लकड़ी आदि रख रहे हैं. मुसहरों को बार-बार समझाने के बाद भी स्थिति बिगड़ी जा रही है.
सभी 136 मुसहर बाहुल्य गांवों के प्रधान, सचिव से बात की गई है. भविष्य में ऐसी किसी घटना न हो, इसकी चिन्ता हम लोगों ने की है.
-राघवेन्द्र द्विवेदी, डीपीआरओ