कुशीनगर : जिले में गुरुवार रात से शुरू हुए लोकरंग 2019 के आयोजन में पहली बार विदेशी कलाकारों ने भारत की माटी की खुशबू की महक को बिखेरा. अमेरिका के गयाना और मॉरीशस से आए कलाकारों ने लोककला प्रस्तुति में भारत की पारम्परिक चीजों को प्रस्तुत किया. वहीं पूरे देश का रंग एक साथ झलका. राजस्थान, बिहार तो वहीं बंगाल के कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति से लोक कलाओं की छटा बिखेरी.
सांस्कृतिक भड़ैती, फूहड़पन के खिलाफ और जनसंस्कृति के संवर्धन के लिए दो दिवसीय लोकरंग 2019 कार्यक्रम का आयोजन हुआ. फाजिलनगर के निकट जोगिया जुनेबी पट्टी गांव में लोकरंग 2019 का आगाज हुआ. देश के विभिन्न हिस्सों से जुटे कलाकारों के साथ इस बार मॉरीशस और गयाना के लोक कलाकारों ने प्रस्तुति दी. लोकरंग 2019 पत्रिका के विमोचन के साथ ही जोगिया गांव की महिलाओं के होरी गीत के साथ शुरू हुए कार्यक्रम में बिहार के सीवान से आए आशुतोष और उनके साथियों ने सूफी गायन की प्रस्तुति दी.
मॉरीशस सरकार में पूर्व में वरिष्ठ अधिकारी रहीं सरिता बुधू जो वर्तमान में भोजपुरी स्पीकिंग यूनियन, मॉरीशस की चेयरपर्सन भी हैं, के नेतृत्व में 23 महिलाओं के आए एक दल ने 'गीत गवाई' कार्यक्रम की प्रस्तुति की. गायन और नृत्य के माध्यम से इन कलाकारों ने गिरमिटिया मजदूर के रूप में विदेश गए अपने पूर्वजों की कहानी का चित्रण किया. महिला कलाकारों ने विदेश में रहते हुए भोजपुरी भाषा में अपनी अच्छी पकड़ दिखाते हुए गीतों के माध्यम से अपनी संस्कृति बचाने का आह्वान भी किया.
गयाना से आए लोक कलाकारों की पांच सदस्यीय टीम में एस्टान रमदहल और जोयचन्दर प्रसाद शंकर ने भक्ति गीतों का मंचन किया. जोयचन्दर प्रसाद शंकर ने बताया कि उनका जन्म सूरीनाम में हुआ, लेकिन अब वो गयाना के निवासी हैं. ईटीवी भारत से उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रयासों की सराहना भी की और उन्होंने कहा कि ऐसे ही वो अच्छा कार्य करते रहें और भारत का नाम पूरे विश्व मे आगे करते रहें.
बिजनौर के गांधीनगर से आए मास्टर जगराज बंगाली और जयकिशन नाथ की टीम ने सपेरा नृत्य पेश किया. वहीं जोधपुर राजस्थान से आए शकील खान और उनकी पार्टी ने चकरी और घूमर नृत्य का मंचन किया. कुल मिलाकर पूरे देश का रंग एक साथ लोकरंग के मंच पर बिखरता नजर आया. कार्यक्रम आयोजक सुभाष चन्द्र कुशवाहा ने बताया कि गांव में ही सारे मेहमानों के रुकने की व्यवस्था की गई है. कार्यक्रम में शुक्रवार को कुछ सामयिक विषयों पर विचार गोष्ठी का आयोजन होगा और फिर शुक्रवार रात देशी और विदेशी कलाकार कला का मंचन करेंगे.