कुशीनगर: जिले की फाजिलनगर विधानसभा सीट (Fazilnagar assembly seat) से गुरुवार को बसपा प्रत्याशी इलियास अंसारी ने नामांकन किया. इलियास अंसारी के फाजिलनगर सीट से पर्चा दाखिल करने के बाद कुशीनगर जिले की राजनीति के समीकरण बदल सकते हैं.
गौरतलब है कि इलियास अंसारी सपा के पूर्व जिला अध्यक्ष व अल्पसंख्यक समाज के चर्चित नेता रहे हैं. वहीं दूसरी तरफ कुशीनगर की फाजिलनगर विधानसभा सीट से बीजेपी के बागी नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने सपा से पर्चा दाखिल किया है.
यहां के जातिगत समीकरण के ध्यान में रखते हुए भाजपा ने दो बार गंगा सिंह कुशवाहा और इस बार गंगा सिंह कुशवाहा के बेटे सुरेंद्र कुशवाहा को अपना उम्मीदवार बनाया है. लेकिन भाजपा भी आंतरिक कलह से जूझ रही है, जिसका फायदा उठाने के लिए पडरौना से तीन बार विधायक रहने के बाद स्वामी प्रसाद मौर्य ने इस सीट से दावेदारी की. इलाके के अल्पसंख्यकों के चर्चित नेता और समाजवादी पार्टी के पूर्व जिला अध्यक्ष इलियास अंसारी ने 9 फरवरी को बहुजन समाज पार्टी ज्वाइन कर ली और आज नामांकन भी कर दिया.
यह बोले इलियास अंसारी
नामांकन के बाद मीडिया से बात करते हुए इलियास अंसारी ने सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पर तो कुछ नहीं कहा पर स्वामी प्रसाद मौर्य पर तीखा हमला करते हुए कहा कि एक भगोड़े के लिए जिसने सारा देश घूम लिया है वह अब फाजिलनगर आया है. उसके लिए हमारी 38 साल की सेवा को दरकिनार कर दिया. पार्टी ने मेरे साथ विश्वासघात किया है. वहीं हमने अपना सब कुछ सपा के लिए फाजिलनगर में जमीन तैयार करने के लिए लगा दिया. हमारी कीमत सपा आंकने में नाकाम रही. लेकिन बहन मायावती ने हमारी कीमत को समझा और विधानसभा जाने का अवसर दिया है. हमारे इलाके की जनता का आशीर्वाद रहा तो मैं विधानसभा जाऊंगा.
यह भी पढ़े: संजय निषाद ने कहा पूरे प्रदेश में चल रही बीजेपी की लहर, 2022 में खिलेगा कमल
ये जातिगत समीकरण
अगर बात जातिगत समीकरण की करें तो फाजिलनगर विधानसभा सीट में 3,98,835 मतदाता हैं. जिसमें 10 फीसदी ब्राह्मण, 7 फीसदी क्षत्रिय, 8 फीसदी सामान्य, 8 फीसदी यादव, 6 फीसदी कुशवाहा, 13 फीसदी सैंथवार, 9 फीसदी अन्य पिछड़ी, 7 फीसदी अनुसूचित जाति व मुस्लिम 15 फीसदी हैं. यहां कुशवाहा, यादव और मुस्लिम मतदाताओं का समीकरण है.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप