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कुशीनगर: बचाव कार्य के बीच नारायणी नदी ने बदला रुख, खतरा बरकरार

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में नारायणी नदी ने बचाव कार्य के बीच अपना करवट बदल लिया है. बता दें कि शुक्रवार की सुबह अमवाखास बांध का एक हिस्सा टूट गया जिसके बचाव के लिये बाढ़ नियंत्रण विभाग ने काम शुरू कर दिया है.

बांध के टूटने से नदी का कटान जोरों पर
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Published : Sep 27, 2019, 9:25 PM IST

कुशीनगर: जिले के अमवाखास बांध पर नारायणी नदी ने लक्ष्मीपुर गांव के सामने शुक्रवार को एक बार फिर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. नदी का कटान तेज होने के चलते बांध का काफी हिस्सा पानी में समा गया. सूचना पर मची अफरा-तफरी के बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है.

बांध के टूटने से नदी का कटान जोरों पर.

इसे भी पढ़ें :- कुशीनगर: डर के साये में जिंदगियां, बांध टूटने का खतरा बरकरार

नारायणी नदी अपने उफान पर
शुक्रवार की सुबह अमवाखास बांध का एक हिस्सा टूटने पर ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई. मौजूद लोगों ने स्थानीय अधिकारियों को सूचना दी जिसके कुछ ही घण्टों में सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू करवाया. वहीं अधिशासी अभियन्ता का कहना है कि बांध को बचाने की हमारी कोशिश अंतिम समय तक जारी रहेगी.


बांध पर बचाव का काम ठीक से नहीं हो रहा है. हमलोग कटान के भय से परेशान हैं और अधिकारी शाम होते ही मौके से गायब हो जा रहे हैं. इस कारण ऐसी स्थिति हो गयी है.
-लाल चन्द्र प्रसाद, स्थानीय ग्रामीण

अचानक नदी के स्वभाव में परिवर्तन होने के कारण स्थिति खराब हो गयी है. बांध का काफी हिस्सा कट गया था उसके बावजूद बचाव कार्य जारी है. विभाग पूरी ताकत और उपलब्ध संसाधनों के साथ जमा है.
-भरत राम, अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड

कुशीनगर: जिले के अमवाखास बांध पर नारायणी नदी ने लक्ष्मीपुर गांव के सामने शुक्रवार को एक बार फिर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. नदी का कटान तेज होने के चलते बांध का काफी हिस्सा पानी में समा गया. सूचना पर मची अफरा-तफरी के बीच बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू कर दिया है.

बांध के टूटने से नदी का कटान जोरों पर.

इसे भी पढ़ें :- कुशीनगर: डर के साये में जिंदगियां, बांध टूटने का खतरा बरकरार

नारायणी नदी अपने उफान पर
शुक्रवार की सुबह अमवाखास बांध का एक हिस्सा टूटने पर ग्रामीणों के बीच अफरातफरी मच गई. मौजूद लोगों ने स्थानीय अधिकारियों को सूचना दी जिसके कुछ ही घण्टों में सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू करवाया. वहीं अधिशासी अभियन्ता का कहना है कि बांध को बचाने की हमारी कोशिश अंतिम समय तक जारी रहेगी.


बांध पर बचाव का काम ठीक से नहीं हो रहा है. हमलोग कटान के भय से परेशान हैं और अधिकारी शाम होते ही मौके से गायब हो जा रहे हैं. इस कारण ऐसी स्थिति हो गयी है.
-लाल चन्द्र प्रसाद, स्थानीय ग्रामीण

अचानक नदी के स्वभाव में परिवर्तन होने के कारण स्थिति खराब हो गयी है. बांध का काफी हिस्सा कट गया था उसके बावजूद बचाव कार्य जारी है. विभाग पूरी ताकत और उपलब्ध संसाधनों के साथ जमा है.
-भरत राम, अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड

Intro:Opening P2C

कुशीनगर के अमवाखास बन्धे पर नारायणी नदी ने लक्ष्मीपुर गाँव के सामने आज शुक्रवार की भोर से एक बार फिर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है. नदी का कटान इतना तेज था बन्धे का काफी बड़ा हिस्सा पानी मे समा गया, सूचना पर मची अफरातफरी के बीच बाढ़ नियन्त्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरु कर दिया है, अधिशासी अभियन्ता ने कहा कि हमारी कोशिश अंतिम समय तक बाँध को बचाने की जारी रहेगी


Body:vo शुक्रवार की सुबह उजाला होते ही अमवाखास बन्धे पर ग्रामीणों के बीच तब अफरातफरी मच गयी जब लोगों ने बन्धे के एक बड़े हिस्से को टूटा हुआ देखा

काफी संख्या में जुटे तमाशबीन लोगों में से किसी ने स्थानीय अधिकारियों को इसकी सूचना दी और उसके बाद कुछ ही घण्टों में सिंचाई विभाग के बाढ़ नियंत्रण विभाग ने युद्ध स्तर पर काम शुरू करवाया

मौके पर मिले लाल चन्द्र प्रसाद ने बताया कि बन्धे पर बचाव का काम ठीक से नही हो रहा है, हमलोग कटान के भय से परेशान हैं और अधिकारी शाम होते ही मौके से गायब हो जा रहे हैं, इस कारण ऐसी स्थिति हो गयी है

बाइट - लाल चन्द्र प्रसाद, स्थानीय ग्रामीण

सुबह से ही लगातार हो रही बारिश के बीच मौके पर बाढ़ नियन्त्रण का काम देख रहे अधिशासी अभियन्ता भरत राम ने बताया कि अचानक नदी के स्वभाव में परिवर्तन होने के कारण स्थिति खराब हो गयी है, बाँध का काफी हिस्सा कट गया था उसके बावजूद बचाव कार्य जारी है, विभाग पूरी ताकत और उपलब्ध संसाधनों के साथ जमा है, बाँध नही कटेगा

बाइट - भरत राम, अधिशासी अभियन्ता, बाढ़ खण्ड, कुशीनगर


Conclusion:vo नारायणी नदी के स्वभाव के बारे में कहा जाता है कि उसका कटान कब और कहाँ होगा, ये नदी खुद तय करती है लेकिन उसके बावजूद उसकी गतिविधियों पर नजर रखने वाला बाढ़ खण्ड इस बार उसकी नब्ज नही पकड़ सका है और इस कारण तमाम बचाव कार्य के बावजूद बाढ़ का खतरा साफ तौर पर मंडरा रहा है

End P2C

सूर्य प्रकाश राय
कुशीनगर
9984001450
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