कुशीनगर: जिले का सीएमओ कार्यालय एक बार फिर चर्चा में आ गया है. कोरोना काल में अस्पतालों के लिए सैनिटाइजर आपूर्ति में धांधली का मामला सामने आया है. तीन दिन पहले डीएम एस. राज लिंगम ने जिला अस्पताल में औचक निरीक्षण के दौरान सैनिटाइजर की गुणवत्ता के जांच के आदेश दिए थे. मामले की जांच सीएमओ को सौंपी गई थी. बुधवार को सीएमओ की तहरीर पर फार्मासिस्ट अशोक यादव पर धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज किया गया है.
जिलाधिकारी के औचक निरीक्षण में मिला था मिलावटी सैनिटाइजर
तीन दिन पहले जिलाधिकारी एस. राज लिंगम ने जिला अस्पताल का निरीक्षण किया था. इस दौरान अस्पताल में मिलावटी सैनिटाइजर पकड़ा गया था. डीएम ने इसकी गुणवत्ता के जांच के आदेश दिए थे. मिलावटी सैनिटाइजर के सैंपल अभी प्रयोगशाला भेजे गए हैं. अभी रिपोर्ट आना बाकी है, लेकिन एसडीएम पडरौना की जांच रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई शुरू हो गई है. इस प्रकरण में प्रथम दृष्टया सीएमओ कार्यालय के फार्मासिस्ट अशोक यादव को आरोपी बनाया गया.
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फार्मासिस्ट अशोक यादव के खिलाफ सीएमओ की तरफ से तहरीर दी गई. फार्मासिस्ट पर सैनिटाइजर में मिलावट कर आपूर्ति किए जाने का आरोप है. तहरीर के आधार पर धोखाधड़ी व गबन का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है. आरोपी को पूछताछ के लिए कोतवाली बुलाया गया था. पूछताछ के बाद छोड़ा गया है. मामले की छानबीन शुरू कर दी गई है.
विभागीय जांच रिपोर्ट के आधार पर तय होगी कार्रवाई
सीएमओ नरेंद्र प्रसाद गुप्ता ने बताया कि मामले में जो तथ्य सामने आए हैं, तथ्यहीन हैं. गोदाम से 5 लीटर के कैन में सैनिटाइजर की सप्लाई की जाती है. जबकि बरामद कुछ और हुआ है. विभागीय जांच भी चल रही है. रिपोर्ट आने के बाद ही आगे की कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी.