कुशीनगर: जिले के नेबुआ नौरंगिया थाना के पिपरा बुजुर्ग गांव की रहने वाली सुशीला ने किराएदार पर जमीन कब्जा करने का आरोप लगाया है. यूपी के कुशीनगर में यह परिवार अपने ही घर और जमीन से बेदखल हो गया है. उनकी जमीन पर किराएदार ने कब्जा जमा लिया है. इसे लेकर पीड़ित परिवार पुलिस से लेकर प्रशासनिक दफ्तरों तक का चक्कर लगाते थक चुका है.
कुशीनगर में जिला प्रशासन और पुलिस अधिकारियों की चौखट तक जान के बाद परिवार ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्म को रजिस्ट्री के माध्यम से इच्छा मृत्यु की मांग की है. ईटीवी भारत की टीम को पीड़ित सुशीला ने बताया कि वह सरकारी सिस्टम से तंग आ चुकी है, इसलिए उसने इच्छा मृत्यु की मांग की है. सुशीला ने राष्ट्रपति को रजिस्ट्री के माध्यम शिकायत पत्र भेज अपनी पीड़ा व्यक्त करते हुए लिखा है कि उसके पति गांगा की सन 1987 में मौत हो गई थी. इसके बाद वह बेसहारा हो गई.
उसकी डीह की भूमि पर बने मकान में राजमन छपरा गांव निवासी रामअधार एक झोलाछाप के यहां काम करता था. रामअधार ने सुशीला को अपने प्रेमजाल में फंसाकर उससे शादी करने का झांसा देकर काफी दिनों तक शारीरिक संबंध बनाता रहा. इससे सुशीला को एक लड़की भी पैदा हुई. कोर्ट मैरिज करने के नाम पर एक सादे स्टैंप पर महिला से अंगूठा लगवाकर उसने मकान अपने नाम कर दिया.
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पीड़िता को इसकी जानकारी तब हुई, जब उसने उक्त मकान में अन्य एक दुकानदार बृजेश रौनियार से तीन वर्ष पूर्व का किराया मांगा. किराएदार ने कहा कि जमीन अब आपकी नहीं रही. यह जमीन रामअधार ने आपसे स्टैंप के माध्यम से खरीद ली है. महिला के आरोप लगाने के बाद दूसरे पक्ष ने बताया कि महिला के बेटे ने थाने में तहरीर दी थी. इसपर सारे कागज उपलब्ध कराए गए हैं. अब फिर महिला अनावश्यक दबाव बनाने के लिए बेबुनियाद आरोप लगा रही है. आरोपी पक्ष ने सारे आरोपों को सिरे से नकारते हुए 25 साल पहले जमीन बौनामा लिए जाने की बात कही है.
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