ETV Bharat / state

बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता, जानिए क्या है इनका राजनीतिक कैरियर

गृह मंत्री अमित शाह ने बीजेपी के वरिष्ठ नेता भुलई भाई को लखनऊ बुलाया है. गृह मंत्री अमित शाह बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं, पूर्व विधायकों व सांसदों के साथ लखनऊ में बैठक करेंगे.

बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता
बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता
author img

By

Published : Oct 29, 2021, 5:35 PM IST

कुशीनगर : जिले के रामकोला क्षेत्र के पगार गांव निवासी 107 वर्षीय श्री नारायण उर्फ भुलई भाई बीजेपी के नेताओं में से एक हैं. भुलाई भाई शुक्रवार को लखनऊ में बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे. बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई को गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाया है. गृह मंत्री खुद वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों, सांसदों के साथ होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए लखनऊ पहुंच चुके हैं.

भुलई भाई वर्ष 1974 में देवरिया जिले के नौरंगिया विधानसभा से जनसंघ के विधायक रहे हैं. नौरंगिया विधानसभा सीट वर्तमान में कुशीनगर जिले के खड्डा विधानसभा में शामिल हो गई है. भुलई भाई पंडित दीनदयाल के करीबी कहे जाते हैं.

पीएम मोदी के साथ भुलई भाई
पीएम मोदी के साथ भुलई भाई

बीजेपी के बड़े नेता लेते हैं भुलई भाई का आशीर्वाद

श्री नारायण उर्फ भुलई भाई का नाम बीजेपी के नेता बड़े आदर और सम्मान के साथ लेते हैं. भुलई भाई की 106 वर्ष आयु पूरी होने पर पीएम मोदी ने उन्हें फोन करके बधाई दी थी. कुशीनगर में होने वाले बीजेपी के हर कार्यक्रम में भुलई भाई अक्सर नजर आते हैं फिर चाहे कार्यक्रम में स्थानीय स्तर का हो अथवा राष्ट्रीय स्तर का. बीजेपी द्वारा आयोजित किसी भी बड़ी जनसभा के कार्यक्रम में बड़े नेता भुलई भाई से आशीर्वाद लेते हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भुलई भाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भुलई भाई

भुलई भाई इन दिनों अपने पोते अनूप चौधरी के लिए विधानसभा रामकोला में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. रामकोला की सीट पर अपने पोते को टिकट दिलाने के लिए भुलई भाई लगातार बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. बता दें, कि भलई भाई भारतीय जनसंघ की स्थापना के समय एम.ए. के छात्र थे. पं. दीनदयाल उपाध्याय से प्रभावित होकर वह उनके सिद्दांतो पर चले. एम.एड करने के बाद भुलई भाई शिक्षा अधिकारी बने और वर्ष 1974 में नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए.

बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता
बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता

जिसके बाद वह भारतीय जनसंघ से नेबुआ नौरंगिया विधानसभा से विधायक बने. इसके बाद वर्ष 1977 में वह फिर से विधायक चुने गए. भुलाई भाई मिलनसार और प्रकृति प्रेमी के साथ-साथ राजनीतिक जीवन में भी अपनी बेदाग छवि के लिए जाने जाते हैं.

यूपी कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ भुलई भाई
यूपी कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ भुलई भाई

इसे पढ़ें- कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार का दिल का दौरा पड़ने से निधन...पढ़िए देश-प्रदेश की टॉप टेन खबरें

कुशीनगर : जिले के रामकोला क्षेत्र के पगार गांव निवासी 107 वर्षीय श्री नारायण उर्फ भुलई भाई बीजेपी के नेताओं में से एक हैं. भुलाई भाई शुक्रवार को लखनऊ में बीजेपी के वरिष्ठ कार्यकर्ताओं एवं गृह मंत्री से मुलाकात करेंगे. बीजेपी के पुराने कार्यकर्ता भुलई भाई को गृह मंत्री अमित शाह ने बुलाया है. गृह मंत्री खुद वरिष्ठ कार्यकर्ताओं और पूर्व विधायकों, सांसदों के साथ होने वाली बैठक में भाग लेने के लिए लखनऊ पहुंच चुके हैं.

भुलई भाई वर्ष 1974 में देवरिया जिले के नौरंगिया विधानसभा से जनसंघ के विधायक रहे हैं. नौरंगिया विधानसभा सीट वर्तमान में कुशीनगर जिले के खड्डा विधानसभा में शामिल हो गई है. भुलई भाई पंडित दीनदयाल के करीबी कहे जाते हैं.

पीएम मोदी के साथ भुलई भाई
पीएम मोदी के साथ भुलई भाई

बीजेपी के बड़े नेता लेते हैं भुलई भाई का आशीर्वाद

श्री नारायण उर्फ भुलई भाई का नाम बीजेपी के नेता बड़े आदर और सम्मान के साथ लेते हैं. भुलई भाई की 106 वर्ष आयु पूरी होने पर पीएम मोदी ने उन्हें फोन करके बधाई दी थी. कुशीनगर में होने वाले बीजेपी के हर कार्यक्रम में भुलई भाई अक्सर नजर आते हैं फिर चाहे कार्यक्रम में स्थानीय स्तर का हो अथवा राष्ट्रीय स्तर का. बीजेपी द्वारा आयोजित किसी भी बड़ी जनसभा के कार्यक्रम में बड़े नेता भुलई भाई से आशीर्वाद लेते हैं.

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भुलई भाई
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ भुलई भाई

भुलई भाई इन दिनों अपने पोते अनूप चौधरी के लिए विधानसभा रामकोला में राजनीतिक जमीन तलाश रहे हैं. रामकोला की सीट पर अपने पोते को टिकट दिलाने के लिए भुलई भाई लगातार बड़े नेताओं से मुलाकात कर रहे हैं. बता दें, कि भलई भाई भारतीय जनसंघ की स्थापना के समय एम.ए. के छात्र थे. पं. दीनदयाल उपाध्याय से प्रभावित होकर वह उनके सिद्दांतो पर चले. एम.एड करने के बाद भुलई भाई शिक्षा अधिकारी बने और वर्ष 1974 में नौकरी छोड़कर राजनीति में आ गए.

बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता
बैठक में शामिल होने के लिए गृह मंत्री ने भुलई भाई को भेजा न्योता

जिसके बाद वह भारतीय जनसंघ से नेबुआ नौरंगिया विधानसभा से विधायक बने. इसके बाद वर्ष 1977 में वह फिर से विधायक चुने गए. भुलाई भाई मिलनसार और प्रकृति प्रेमी के साथ-साथ राजनीतिक जीवन में भी अपनी बेदाग छवि के लिए जाने जाते हैं.

यूपी कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ भुलई भाई
यूपी कैबिनेट मंत्री ब्रजेश पाठक के साथ भुलई भाई

इसे पढ़ें- कन्नड़ एक्टर पुनीत राजकुमार का दिल का दौरा पड़ने से निधन...पढ़िए देश-प्रदेश की टॉप टेन खबरें

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.