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बीच मझधार में फंसी 150 जिंदगियां, 11 घंटे चला रेस्क्यू ऑपरेशन - नारायणी नदी में फंसी नाव

कुशीनगर के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में एक बड़ा हादसा होने से टल गया. खेती-बारी देख कर गुरुवार शाम घर लौट रहे लगभग 150 ग्रामीणों से भरी नाव तकनीकी खराबी के कारण नारायणी नदी की बीच धारा में फंस गई. हालांकि 11 घंटे चले रेस्क्यू ऑपेरशन के बाद शुक्रवार सुबह तक सभी ग्रामीणों को बाहर निकाल लिया गया.

बीच मंझधार में फंसी 150 जिंदगियां
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Published : Jun 18, 2021, 10:05 AM IST

Updated : Jun 18, 2021, 11:35 AM IST

कुशीनगर: जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में खेती देख कर गुरुवार शाम को नाव से घर लौट रहे लगभग 150 ग्रामीण नारायणी नदी (narayani river) में आई बाढ़ में फंस गए. बीच धारा में फंसी नाव बहते हुए लगभग पांच किलोमीटर दूर संपूर्णानगर टीले के पास जाकर बीच नदी में रुक गई. इस दौरान नाव में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई. चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने छोटी नाव लेकर लोगों को निकालना शुरू किया. जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह तक रेस्क्यू ऑपेरशन पूरा हो गया है. नाव में सवार सभी 150 लोगों को सकुशल निकाल लिया गया है. यह रेस्क्यू ऑपेरशन करीब 11 घंटे चला.

जानकारी देता ग्रामीण.

बता दें कि गरुवार को तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के बरवापट्टी थाना क्षेत्र में नारायणी नदी के उत्तर तरफ बसे अमवाखास के टोला भगवानपुर, बनरही, सम्पूर्णा नगर, किशुनवा, बक्सर रेता क्षेत्र में दक्षिण तरफ के किसान खेती करने आते-जाते हैं. सभी ग्रामीण अपना काम खत्म कर शाम को वापस लौट आते हैं. बाढ़ के समय में उनके आने-जाने का काम नाव से चलता है. ग्रामीण बड़ी नाव और छोटी नाव के सहारे इस पार से उस पार आते-जाते हैं.

गुरुवार देर शाम अचानक कुछ ऐसा हुआ इन लोगों की सांसें अटक गईं. शाम लगभग 7:00 बजे 150 ग्रामीण खेती-बारी करके नाव से अपने घर के लिए वापस आ रहे. 150 ग्रामीणों से भरी नाव नारायणी नदी को पार कर रही थी. इसी बीच नाव में आई तकनीकी खराबी के कारण नाव के इंजन का नियंत्रण खत्म हो गया और नाव पानी की धारा के साथ बहने लगी, जिससे ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई. बताया जा रहा है कि इंजन का डीजल पाइप फट गया था, जिससे नाव बंद हो गई. देखते ही देखते नाव लगभग पांच किलोमीटर तक बहते हुए अमवा दीगर के सम्पूर्णानगर टीले के पास जाकर बीच नदी में रुकी, जिससे नाव में सवार ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ गई.

छोटी नाव के सहारे ग्रामीणों को निकाला गया बाहर.
छोटी नाव के सहारे ग्रामीणों को निकाला गया बाहर.

इसे भी पढ़ें:- Weather Forecast: अगले 24 घंटों में इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट

जानकारी होते ही ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना देकर खुद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. देर शाम से ही ग्रामीणों ने छोटी नाव के सहारे नाव में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया. जब तक प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचती तब तक ग्रामीणों ने कई जिंदगियों को बचा लिया था. इधर घटना की सूचना मिलते ही देर रात डीएम व एसपी ने घटनास्थल पहुंचकर हालात का जायजा लिया. डीएम ने भी मौके पर रेसक्यू ऑपरेशन शुरू कराया. साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुला लिया गया. करीब 11 घंटे चले रेस्क्यू ऑपेरशन के बाद सभी ग्रामीणों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.

कुशीनगर: जिले के तमकुहीराज तहसील क्षेत्र में खेती देख कर गुरुवार शाम को नाव से घर लौट रहे लगभग 150 ग्रामीण नारायणी नदी (narayani river) में आई बाढ़ में फंस गए. बीच धारा में फंसी नाव बहते हुए लगभग पांच किलोमीटर दूर संपूर्णानगर टीले के पास जाकर बीच नदी में रुक गई. इस दौरान नाव में सवार लोगों में चीख-पुकार मच गई. चीख-पुकार सुनकर पहुंचे ग्रामीणों ने छोटी नाव लेकर लोगों को निकालना शुरू किया. जानकारी के अनुसार शुक्रवार सुबह तक रेस्क्यू ऑपेरशन पूरा हो गया है. नाव में सवार सभी 150 लोगों को सकुशल निकाल लिया गया है. यह रेस्क्यू ऑपेरशन करीब 11 घंटे चला.

जानकारी देता ग्रामीण.

बता दें कि गरुवार को तमकुहीराज तहसील क्षेत्र के बरवापट्टी थाना क्षेत्र में नारायणी नदी के उत्तर तरफ बसे अमवाखास के टोला भगवानपुर, बनरही, सम्पूर्णा नगर, किशुनवा, बक्सर रेता क्षेत्र में दक्षिण तरफ के किसान खेती करने आते-जाते हैं. सभी ग्रामीण अपना काम खत्म कर शाम को वापस लौट आते हैं. बाढ़ के समय में उनके आने-जाने का काम नाव से चलता है. ग्रामीण बड़ी नाव और छोटी नाव के सहारे इस पार से उस पार आते-जाते हैं.

गुरुवार देर शाम अचानक कुछ ऐसा हुआ इन लोगों की सांसें अटक गईं. शाम लगभग 7:00 बजे 150 ग्रामीण खेती-बारी करके नाव से अपने घर के लिए वापस आ रहे. 150 ग्रामीणों से भरी नाव नारायणी नदी को पार कर रही थी. इसी बीच नाव में आई तकनीकी खराबी के कारण नाव के इंजन का नियंत्रण खत्म हो गया और नाव पानी की धारा के साथ बहने लगी, जिससे ग्रामीणों में चीख-पुकार मच गई. बताया जा रहा है कि इंजन का डीजल पाइप फट गया था, जिससे नाव बंद हो गई. देखते ही देखते नाव लगभग पांच किलोमीटर तक बहते हुए अमवा दीगर के सम्पूर्णानगर टीले के पास जाकर बीच नदी में रुकी, जिससे नाव में सवार ग्रामीणों की जान खतरे में पड़ गई.

छोटी नाव के सहारे ग्रामीणों को निकाला गया बाहर.
छोटी नाव के सहारे ग्रामीणों को निकाला गया बाहर.

इसे भी पढ़ें:- Weather Forecast: अगले 24 घंटों में इन जिलों में हो सकती है भारी बारिश, मौसम विभाग का अलर्ट

जानकारी होते ही ग्रामीणों ने प्रशासन को सूचना देकर खुद रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया. देर शाम से ही ग्रामीणों ने छोटी नाव के सहारे नाव में फंसे लोगों को बाहर निकालना शुरू कर दिया. जब तक प्रशासन की टीम मौके पर पहुंचती तब तक ग्रामीणों ने कई जिंदगियों को बचा लिया था. इधर घटना की सूचना मिलते ही देर रात डीएम व एसपी ने घटनास्थल पहुंचकर हालात का जायजा लिया. डीएम ने भी मौके पर रेसक्यू ऑपरेशन शुरू कराया. साथ ही एनडीआरएफ व एसडीआरएफ की टीम को मौके पर बुला लिया गया. करीब 11 घंटे चले रेस्क्यू ऑपेरशन के बाद सभी ग्रामीणों को सकुशल बाहर निकाल लिया गया. किसी प्रकार के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ.

Last Updated : Jun 18, 2021, 11:35 AM IST
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