कौशांबी: मंझनपुर थाना क्षेत्र में एक विवाहिता ने कोर्ट से तारीख पर वापस घर लौटने के बाद जहर खाकर आत्महत्या का प्रयास किया. विवाहिता की हालत गंभीर होता देख परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. यहां उसकी हालत नाजुक बनी हुई है. परिजनों के मुताबिक विवाहिता कोर्ट से जब लौटी तो वह अपने बच्चों को गले लगा कर रो रही थी. लेकिन उन्हें यह नहीं पता कि आखिर कोर्ट में ऐसा क्या हुआ, जिससे विवाहिता ने यह कदम उठाया.
पति ने राधा को घर से निकाला
मंझनपुर थाना क्षेत्र के टेवा गांव की रहने वाली राधा देवी की शादी 9 साल पहले कौशांबी थाने की मोहिद्दीनपुर के अरविंद कुमार से हुई थी. शादी के बाद उनकी दो बेटियां हुई. शादी के 7 साल बाद राधा को उसके पति ने मामूली विवाद में बच्चों के साथ घर से निकाल दिया. इस दौरान राधा गर्भवती थी.
कोर्ट से आने के बाद मायूस थी राधा
इसके बाद राधा ने फैमिली कोर्ट में मुकदमा दायर कर दिया. तकरीबन साल भर तक वह मुकदमे की पैरवी करती रही. शुक्रवार को उसी मामले में तारीख थी. दोपहर को तारीख के बाद वह वापस घर गई. परिजनों की मानें तो कोर्ट से जाने के बाद काफी मायूस थी लेकिन उसने परिजनों को कुछ बताया नहीं.
बच्चों से लिपट कर रोने लगी
घर पहुंचकर राधा ने अपने तीनों बच्चों को दुलार किया और दहाड़ मार कर रोने लगी. इसके बाद घर के बाहर जाकर जहरीला पदार्थ खा लिया. हालत गंभीर होने पर परिजनों ने उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया. यहां उसका इलाज किया जा रहा है.
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एक महिला को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. महिला ने कोई जहरीला पदार्थ खाया है. उसकी हालत गंभीर बनी हुई थी. उसका प्राथमिक उपचार किया गया है. महिला की हालत अभी स्थिर है.
- डॉ. रंजीत लहरी, चिकित्सक, जिला अस्पताल