कौशांबी: जनपद में ग्रामीणों ने एक मृतक के शव को गांव लाने पर विरोध किया. मृतक का शव परिजन मुंबई से लेकर आये थे. ग्रामीणों को आशंका थी कि कहीं व्यक्ति की मौत कोरोना से तो नहीं हुई.
मंझनपुर कोतवाली क्षेत्र के समदा गांव का मृतक मुंबई में एक बैंक में कर्मचारी थे. बताया जा रहा है कि मृतक अपने घर वापसी के लिये टिकट करा चुका था. इसी बीच कोरोना संक्रमण के चलते पूरे देश में लॉकडाउन घोषित हो गया. लॉकडाउन के बाद वह मुंबई में ही फंसा गया था. इस बीच उसकी तबीयत बिगड़ गई थी. मृतक का इलाज एक प्राइवेट हॉस्पिटल में चल रहा था. इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई. मृतक के शव को घर लाने के लिये परिजनों ने 70 हजार रुपये में एंबुलेंस तय किया.
परिजन शव को समदा गांव लेकर आये. ग्रामीणों को आशंका थी कि उनकी मौत कहीं कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते तो नहीं हुई. इस आशंका के कारण ग्रामीणों ने शव को गांव के अंदर नहीं लाने दिया. पुलिस प्रशासन के समझाने-बुझाने के बाद शव को गांव के बाहर कब्रिस्तान में दफनाने की इजाजत दी गई. वहीं पुलिस प्रशासन ने मृतक के परिवार के 6 सदस्यों को क्वारंटाइन करा दिया है.