कौशांबी: यूपी में महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामले को देखते हुए भी पुलिस महिला उत्पीड़न के मामले में सजग नहीं दिख रही है. जिले में तीन महीने पहले एक विवाहिता के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इस मामले की तहरीर पुलिस ने दर्ज नहीं की. पीड़ित विवाहिता ने राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा रानी से पूरे मामले की शिकायत की.इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.
पीड़िता ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट में मामला सत्य पाए जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य ने सीओ को फटकार लगाते हुए तत्काल रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. राज्य महिला आयोग की सदस्य के निर्देश के बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है.
प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने
- यह मामला मंझनपुर थाना क्षेत्र का है.
- विवाहिता का आरोप है कि तीन महीने पहले कुछ लोग ने घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म किया था.
- पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
- पीड़िता ने इस पूरे मामले की शिकायत तत्कालीन एसपी प्रदीप गुप्ता से की थी.
- एसपी के निर्देश के बाद सीओ सचिदानंद पाठक ने पूरे मामले में जांच की.
- जांच में मामला सत्य पाया जाने पर थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई का निर्देश दिया.
सीओ के निर्देश पर भी दर्ज नहीं की एफआईआर
- सीओ के निर्देश को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत गए. इसके बाद भी थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
- आरोपी पीड़ित महिला को जिंदा जलाने की धमकी भी दे रहे हैं.
- पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषारानी से की.
- ऊषा रानी ने मामले को गंभीरता से देखते हुए सीओ को कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए जमकर फटकार लगाई.
- राज्य महिला आयोग की सदस्य के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
- थानाध्यक्ष की लापरवाही पर आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.