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कौशांबी: तीन महीने बाद दर्ज हुई दुष्कर्म पीड़िता की एफआईआर

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में प्रशासन की एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. जिले में तीन महीने पहले एक विवाहित महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया था. पीड़ित महिला थाने से लेकर एसपी का चक्कर काटती रही, लेकिन थाना के इंस्पेक्टर ने एफआईआर दर्ज नहीं की.

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ऊषारानी, सदस्य राज्य महिला आयोग
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Published : Dec 18, 2019, 8:41 PM IST

कौशांबी: यूपी में महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामले को देखते हुए भी पुलिस महिला उत्पीड़न के मामले में सजग नहीं दिख रही है. जिले में तीन महीने पहले एक विवाहिता के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इस मामले की तहरीर पुलिस ने दर्ज नहीं की. पीड़ित विवाहिता ने राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा रानी से पूरे मामले की शिकायत की.इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.

तीन महीने बाद दर्ज की गई पीड़िता की एफआईआर.

पीड़िता ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट में मामला सत्य पाए जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य ने सीओ को फटकार लगाते हुए तत्काल रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. राज्य महिला आयोग की सदस्य के निर्देश के बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है.


प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने

  • यह मामला मंझनपुर थाना क्षेत्र का है.
  • विवाहिता का आरोप है कि तीन महीने पहले कुछ लोग ने घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म किया था.
  • पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
  • पीड़िता ने इस पूरे मामले की शिकायत तत्कालीन एसपी प्रदीप गुप्ता से की थी.
  • एसपी के निर्देश के बाद सीओ सचिदानंद पाठक ने पूरे मामले में जांच की.
  • जांच में मामला सत्य पाया जाने पर थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई का निर्देश दिया.

सीओ के निर्देश पर भी दर्ज नहीं की एफआईआर

  • सीओ के निर्देश को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत गए. इसके बाद भी थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
  • आरोपी पीड़ित महिला को जिंदा जलाने की धमकी भी दे रहे हैं.
  • पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषारानी से की.
  • ऊषा रानी ने मामले को गंभीरता से देखते हुए सीओ को कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए जमकर फटकार लगाई.
  • राज्य महिला आयोग की सदस्य के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
  • थानाध्यक्ष की लापरवाही पर आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.

कौशांबी: यूपी में महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामले को देखते हुए भी पुलिस महिला उत्पीड़न के मामले में सजग नहीं दिख रही है. जिले में तीन महीने पहले एक विवाहिता के साथ सामुहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया था. इस मामले की तहरीर पुलिस ने दर्ज नहीं की. पीड़ित विवाहिता ने राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषा रानी से पूरे मामले की शिकायत की.इसके बाद पुलिस ने एफआईआर दर्ज की.

तीन महीने बाद दर्ज की गई पीड़िता की एफआईआर.

पीड़िता ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट में मामला सत्य पाए जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष ने मुकदमा दर्ज नहीं किया. मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्य ने सीओ को फटकार लगाते हुए तत्काल रिपोर्ट दर्ज करके कार्रवाई करने का निर्देश दिया है. राज्य महिला आयोग की सदस्य के निर्देश के बाद पुलिस ने तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज किया है.


प्रशासन की बड़ी लापरवाही आई सामने

  • यह मामला मंझनपुर थाना क्षेत्र का है.
  • विवाहिता का आरोप है कि तीन महीने पहले कुछ लोग ने घर में घुसकर सामूहिक दुष्कर्म किया था.
  • पीड़िता ने पुलिस से शिकायत की लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की.
  • पीड़िता ने इस पूरे मामले की शिकायत तत्कालीन एसपी प्रदीप गुप्ता से की थी.
  • एसपी के निर्देश के बाद सीओ सचिदानंद पाठक ने पूरे मामले में जांच की.
  • जांच में मामला सत्य पाया जाने पर थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज करके कार्रवाई का निर्देश दिया.

सीओ के निर्देश पर भी दर्ज नहीं की एफआईआर

  • सीओ के निर्देश को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत गए. इसके बाद भी थाने में मुकदमा दर्ज नहीं किया गया.
  • आरोपी पीड़ित महिला को जिंदा जलाने की धमकी भी दे रहे हैं.
  • पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषारानी से की.
  • ऊषा रानी ने मामले को गंभीरता से देखते हुए सीओ को कार्रवाई करने का निर्देश देते हुए जमकर फटकार लगाई.
  • राज्य महिला आयोग की सदस्य के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है.
  • थानाध्यक्ष की लापरवाही पर आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं.
Intro:उत्तर प्रदेश में महिला उत्पीड़न के बढ़ते मामले को देखते हुए भी उत्तर प्रदेश पुलिस महिला उत्पीड़न के मामले में सजग नही दिख रही है। ताजा मामला कौशाम्बी जिले का है।जहाँ 3 महीने पहले विवाहिता के साथ सामुहिक दुष्कर्म के मामले में पुलिस ने मुकदमा दर्ज नही किया। जिसके बाद पीड़ित विवाहिता ने राज्य महिला आयोग की सदस्या से पूरे मामले की शिकायत किया। पीड़िता ने बताया कि सीओ की जांच रिपोर्ट में मामला सत्य पाए जाने के बावजूद भी थानाध्यक्ष मुकदमा नहीं दर्ज कर रहे हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए राज्य महिला आयोग की सदस्या ने सीओ को फटकार लगाते हुए पीड़िता की रिपोर्ट दर्ज कर कार्रवाई करने का निर्देश दिया। राज्य महिला आयोग की सदस्य के निर्देश के बाद हरकत में आई पुलिस पीड़िता की तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वही पुलिस के आलाधिकारी इस पूरे मामले में कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।


Body:मामला मंझनपुर थाना क्षेत्र का है। मंझनपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक विवाहिता का आरोप है कि तीन महीने घर में घुसकर कुछ लोगों ने सामूहिक दुष्कर्म किया था। जिसके बाद पीड़िता ने इस मामले में मंझनपुर पुलिस से शिकायत किया। शिकायत के बावजूद कार्रवाई न होने पर पीड़िता ने पूरे मामले की शिकायत तत्कालीन एसपी प्रदीप गुप्ता से किया था। एसपी के निर्देश के बाद सीओ मंझनपुर सचिदानंद पाठक ने पूरे मामले में जांच किया। सीओ मंझनपुर सच्चिदानंद पाठक ने जांच में मामला सत्य पाया जाने पर मंझनपुर थानाध्यक्ष को मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई का निर्देश दिया। सीओ के निर्देश को 2 महीने से ज्यादा का समय बीत जाने के बावजूद भी मंझनपुर पुलिस ने मुकदमा दर्ज नहीं किया। जिसके बाद आरोपी उसे जिंदा जलाने की धमकी दे रहे हैं। पीड़िता इस पूरे मामले की शिकायत राज्य महिला आयोग की सदस्य ऊषारानी से किया। मामला के गंभीरता को देखते हुए ऊषा रानी ने सीओ मंझनपुर को कार्रवाई करने का निर्देश देखते हुए जमकर फटकार लगाई। राज्य महिला आयोग की सदस्य के हस्तक्षेप के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी है। वहीं थानाध्यक्ष के लापरवाही के इस पूरे मामले में पुलिस के आला अधिकारी कुछ भी बोलने से कतरा रहे हैं।


Conclusion:राज्य महिला आयोग की सदस्य उषा रानी के मुताबिक एक विवाहिता उनके सामने पेश हुई थी। उसने बताया कि उसके साथ हुए सामूहिक दुष्कर्म के मामले में सीओ के जांच के बावजूद भी मुकदमा दर्ज नहीं किया जा रहा है। जिसमें उन्होंने सीओ को मुकदमा दर्ज करवाने का निर्देश दिया है। मुकदमा दर्ज हो गया है। आरोपी पुलिस वालों पर कार्रवाई के सवाल पर उन्होंने बताया कि वह इस पूरे मामले को सरकार के सामने रखेंगी और दोषी पुलिस वालों के ऊपर कार्रवाई की जाएगी।


बाइट-- ऊषारानी सदस्य राज्य महिला आयोग उत्तर प्रदेश
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