कौशांबी: जिले के मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज के प्रशिक्षु चिकित्सकों को प्रशिक्षण के लिए मृत शरीर मिला हैं. जिले में रहने वाले समाजसेवी बद्री प्रसाद केसरवानी की शुक्रवार रात मौत हो गई. समाजसेवी के अंतिम दर्शन के लिए विधायक भी पहुंचे और उन्होंने श्रद्धांजलि अर्पित किया. इसके बाद अंतिम विदाई देकर परिजनों ने समाजसेवी बदेद्री प्रसाद के शरीर को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज से आई डॉक्टरों की टीम को सौंप दिया. बद्री प्रसाद को अंतिम विदाई देने के लिए लोगों का तांता लगा रहा. कुछ वर्षो पहले भी दो समाजसेवी लोगों का मृत शरीर मेडिकल कॉलेज को दान में दिया जा चुका हैं.
चायल तहसील क्षेत्र के भरवारी नगर पालिका निवासी बद्री प्रसाद केसरवानी समाजसेवी थे. बद्री प्रसाद ने 18 अगस्त 2017 को मोतीलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज प्रयागराज को मृत्यु के बाद अपना शव दान में देने की घोषणा की थी. प्राचार्य डॉक्टर एसपी सिंह को इसका लिखित हलफनामा भी दिया गया था. समाजसेवी के तीनों बेटों ने भी पिता के प्रस्ताव पर अपनी स्वीकृति दी थी. शुक्रवार को उनकी मौत हो गई. परिजनों ने इसकी जानकारी मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य को दी. समाजसेवी को परिजनों ने नम आंखों से अंतिम विदाई देने के बाद उनका शरीर दान कर दिया. समाजसेवी के अंतिम विदाई में चायल विधायक संजय कुमार गुप्ता भी मौजूद रहे.
इसके पहले भी दो लोग कर चुके हैं देहदान
नगर पालिका परिषद भरवारी के रहने वाले रामशंकर केशरवानी और राजेन्द्र साहू भी इससे पहले देहदान कर चुके हैं. इन दोनों लोगों ने भी अपने जीवित रहते ही मेडिकल कालेज को अपना शरीर दान में देने की घोषण की थी, जिसके बाद उनके परिजनों ने उनके शरीर को मेडिकल कॉलेज की टीम को सौप दिया था.
धूमधाम से नगर भ्रमण के लिए निकाली गई अंतिम यात्रा
समाजसेवी बद्री प्रसाद का शरीर दान में देने से पहले उनकी अंतिम यात्रा को नगर भ्रमण कराया गया. नगर भ्रमण के दौरान जगह-जगह लोगों ने श्रद्धांजलि अर्पित किया. इस दौरान लोग उनके जीवन काल में की गई समाज सेवा को भी याद कर रहे थे. लोगों के दिल में केवल एक ही बात थी कि उन्होंने जीवन काल के दौरान और मरने के बाद भी समाज सेवा की है.