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कौशांबीः बाढ़ के खतरे को देखते हुए तराई इलाके के लोगों को किया गया अलर्ट - नदी के किनारे बसे गांवों में अलर्ट जारी

उत्तर प्रदेश के कौशांबी जिले में पड़ोसी राज्यों से लगातार पानी छोड़े जाने के कारण यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है. जिससे अचानक से बाढ़ आने की संभावना है. जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों का दौरा कर लोगों को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

यमुना नदी का बढ़ा जलस्तर
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Published : Aug 19, 2019, 10:47 PM IST

कौशांबीः जिले में यमुना नदी का पानी लगातार बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है. बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों का दौरा कर लोगों को और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

कौशांबी में यमुना नदी का बढ़ा जलस्तर

इसे भी पढ़ें- वाराणसी: वरुणा नदी का पानी रिहायशी इलाकों में घुसा, पलायन को मजबूर हुए लोग

बढ़ा यमुना नदी का जलस्तर-

  • मंझनपुर तहसील के गढ़वा गांव में अचानक यमुना नदी का पानी बढ़ना शुरू हो गया.
  • ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी.
  • उप-जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों को क्रियाशील बनाए जाने के निर्देश दिए.
  • बाढ़ से निपटने के लिए कौशांबी जिले में कुल 8 बाढ़ राहत चौकियां बनाई गई हैं.
  • उप-जिलाधिकारी ने गढ़वा गांव का दौरा कर लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
  • आपत्ति के समय ग्रामीणों को तत्काल सूचना देने को कहा गया है.
  • बाढ़ की स्थिति में लोगों को राशन मुहैया कराने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए हैं.

बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया गया है. यमुना नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है पर अभी तक गांव में पानी नहीं पहुंचा है. गांव के लोगों को अलर्ट किया गया है कि वह लोग पानी खतरे के निशान से ऊपर आने के पहले ही सुरक्षित स्थान पर अपना ठिकाना बना ले. प्रशासनिक कर्मचारियों को भी अलर्ट किया गया है. बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसमें 8-8 घंटे के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
सतीश कुमार, उप-जिलाधिकारी

कौशांबीः जिले में यमुना नदी का पानी लगातार बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ रहा है. बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों का दौरा कर लोगों को और स्थानीय प्रशासन को अलर्ट रहने के निर्देश दिए हैं.

कौशांबी में यमुना नदी का बढ़ा जलस्तर

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बढ़ा यमुना नदी का जलस्तर-

  • मंझनपुर तहसील के गढ़वा गांव में अचानक यमुना नदी का पानी बढ़ना शुरू हो गया.
  • ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी.
  • उप-जिलाधिकारी ने बाढ़ चौकियों को क्रियाशील बनाए जाने के निर्देश दिए.
  • बाढ़ से निपटने के लिए कौशांबी जिले में कुल 8 बाढ़ राहत चौकियां बनाई गई हैं.
  • उप-जिलाधिकारी ने गढ़वा गांव का दौरा कर लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं.
  • आपत्ति के समय ग्रामीणों को तत्काल सूचना देने को कहा गया है.
  • बाढ़ की स्थिति में लोगों को राशन मुहैया कराने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिए गए हैं.

बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया गया है. यमुना नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है पर अभी तक गांव में पानी नहीं पहुंचा है. गांव के लोगों को अलर्ट किया गया है कि वह लोग पानी खतरे के निशान से ऊपर आने के पहले ही सुरक्षित स्थान पर अपना ठिकाना बना ले. प्रशासनिक कर्मचारियों को भी अलर्ट किया गया है. बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम बनाया गया है. जिसमें 8-8 घंटे के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है.
सतीश कुमार, उप-जिलाधिकारी

Intro:कौशांबी जिले में यमुना नदी का पानी लगातार बढ़ रहा है। जिससे गंगा जमुना के बीच बसे कौशांबी जिले में बाढ़ के संभावित खतरे को देखते हुए जिला प्रशासन ने नदी के किनारे बसे गांवों का दौरा किया। प्रशासन ने तराई इलाकों में रहने वाले लोगों को अलर्ट किया गया है। बाढ़ के दौरान होने वाली दिक्कतों से निपटने के लिए स्थानीय प्रशासन को भी सचेत रहने के निर्देश दिए गए हैं। उपजिलाधिकारी ने यमुना में लगातार बढ़ रहे पानी को देखते हुए बाढ़ से प्रभावित होने वाले गांवों का दौरा किया। उन्होंने स्थानीय लोगों से बात कर पूर्व में आई बाढ़ व उनसे बचाव के बाबत जानकारी लेते हुए सभी को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि पड़ोसी राज्यों से लगातार पानी छोड़ा जा रहा है। जिससे यमुना नदी में अचानक बाढ़ आ जाने की संभावना है।


Body:मंझनपुर तहसील के गढ़वा गांव में अचानक यमुना नदी का पानी बढ़ना शुरू हुआ तो ग्रामीणों ने इसकी सूचना जिला प्रशासन को दी। इसी के मद्देनजर वहां पहुंचे उपजिलाधिकारी सतीश चंद ने बाढ़ चौकियों को क्रियाशील बनाए जाने का निर्देश दिया। बाढ़ से निपटने के लिए कौशांबी जिले में कुल 8 बाढ़ राहत चौकियां बनाई गई हैं। उपजिलाधिकारी ने गढ़वा गांव का दौरा कर लोगों को सतर्क रहने के निर्देश दिया है। उन्होंने अपने नंबर के साथ बाढ़ राहत केंद्र व अन्य अधिकारियों का नंबर ग्रामीणों को देकर किसी भी आपत्ति के समय सूचना देने को कहा है। इसके साथ ही बाढ़ प्रभावित गांव का समय-समय पर दौरा करने तथा बाढ़ की स्थिति में लोगों को राशन मुहैया कराने के लिए संबंधित विभाग को निर्देश दिया गया है। नदी किनारे रहने वाले लोगों से कहा गया है कि वह सतर्क रहें और पानी खतरे से ऊपर पहुंचे उससे पहले सुरक्षित स्थानों पर अपना ठिकाना बना ले। कौशांबी जनपद में 4 साल पहले यमुना में आई बाढ़ से मंझनपुर तहसील के गढ़वा शाहपुर कोसम व अन्य कई गांवों का संपर्क जिले के बाकी स्थानों से कट गया था।


Conclusion:उपजिलाधिकारी मंझनपुर सतीश कुमार के मुताबिक बाढ़ प्रभावित गांवों का दौरा किया गया है। विशेषकर गढ़वा गांव में पानी बढ़ने की सूचना मिली थी। यमुना नदी में पानी लगातार बढ़ रहा है पर अभी तक गांव में पानी नहीं पहुंचा है। गांव के लोगों को अलर्ट किया गया है कि वह लोग पानी खतरे के निशान से ऊपर आने के पहले ही सुरक्षित स्थान पर अपना ठिकाना बना ले। प्रशासनिक कर्मचारियों को भी अलर्ट किया गया है। बाढ़ से निपटने के लिए बाढ़ कंट्रोल रूम बनाया गया है। जिसमें 8-8 घंटे के लिए कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है।

बाइट-- सतीश कुमार उपजिलाधिकारी मंझनपुर कौशाम्बी
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