कौशाम्बी : लोकसभा चुनाव को देखते हुए डीएम ने शस्त्र लाइसेंस का थानावार सत्यापन करने के निर्देश जारी किए हैं. इसके लिए थानावार मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की जा रही है. लोकसभा चुनाव को शांतिपूर्ण और स्वच्छ कराने के लिए हथियारों के लाईसेंस और उसका भौतिक सत्यापन जरुरी है. लाइसेंस सत्यापन के साथ-साथ पिछले चुनाव में उपद्रव करने वालों को भी चिन्हित किया जा रहा है.
जिले में बहुत से लोगों ने असलहों के लाइसेंस तो ले लिए हैं, लेकिन यह असलहे कहां और किस हाल में हैं, पुलिस को इसकी जानकारी नहीं रहती. इसके लिए सभी चौकियों पर लाइसेंस धारकों के साथ मीटिंग कर एसएचओ यह जानकारी लेंगे कि हथियार फिलहाल कहां, किसके पास और किस हाल में हैं. कौशाम्बी जनपद में लगभग 15 हजार शस्त्र लाइसेंसधारी हैं. हर साल शासन की गाइडलाइन के मुताबिक चुनाव के दौरान लाइसेंस जमा कराए जाते हैं, लेकिन अब लाइसेंस धारक कहां रह रहे हैं, शस्त्र किसके पास हैं, ऐसी तमाम जानकारियां पुलिस के पास नहीं हैं. इस जांच प्रक्रिया से पता चल जाएगा कि शस्त्र लाइसेंस लेने के बाद लोग अब यहीं रह रहे हैं या कहीं और चले गए हैं.
जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा ने बताया कि सुरक्षा के संबंध में एसपी के साथ संयुक्त बैठक हो चुकी है. जनपद में जितने भी हिस्ट्रीशीटर हैं उनकी हिस्ट्रीशीट ओपन की जा चुकी है. इनके सत्यापन का काम चल रहा है. असलहों के सत्यापन का काम भी किया जा रहा है. ऐसे उपद्रवी जो चुनाव में माहौल खराब कर सकते हैं, उनको भी चिन्हित कर लिया गया है. एसपी प्रदीप गुप्ता ने बताया कि जिनके खिलाफ पूर्व में मुकदमे दर्ज हैं, उनको लाल कार्ड देने के साथ ही निगरानी बढ़ा दी गई है. अवैध शराब और अवैध शस्त्रों को लेकर लगातार पुलिस की छापामारी बढ़ी है. जिन जगहों पर किसी कारण से लोग मतदान नहीं कर पा रहे थे, वहां लोगों को इस बात का भरोसा दिलाया जा रहा है कि पुलिस उनके साथ है.