कौशांबी : यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के करीबी व जिला पंचायत सदस्य के पति राजीव मौर्य को कौशांबी जिले की पुलिस ने बरामद कर लिया है. पुलिस के मुताबिक राजीव मौर्य घर परिवार और पत्नी से हुई अनबन के चलते डिप्रेशन में आ गए थे. इसके बाद उन्होंने स्वयं अपनी गाड़ी होटल के पास खड़ी कर दी और हरियाणा चले गए.
पुलिस ने 25 जनवरी को हरियाणा से राजीव मौर्य को खोज निकाला. पुलिस राजीव मौर्य उनके परिवार के लोगों के खिलाफ 107/16 में पाबंद करने की कार्रवाई कर रही है.
गौरतलब है कि 20 जनवरी को राजीव मौर्य की गाड़ी संदिग्ध परिस्थितियों में कोखराज थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे 2 के किनारे प्रयागराज होटल के पास लावारिस हालात में खड़ी मिली थी. घरवालों ने मामले में आशंका जाहिर करते हुए सैनी कोतवाली में गुमशुदगी दर्ज कराई थी. इसके बाद पुलिस इस पूरे मामले में छानबीन में जुट गई थी.
कई दिन बीत जाने के बाद राजीव मौर्य का कोई भी पता नहीं चल पाया था जिसके बाद नाराज परिजनों ने हाईवे पर जाम भी लगाया. वहीं राजीव मौर्य की खोजबीन नहीं हो पाने के बाद डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य भी उनके घर पहुंचे. यहां उन्हें विरोध का सामना भी करना पड़ा. इसके बाद पुलिस अधीक्षक ने इस पूरे मामले के खुलासे के लिए तीन टीमों का गठन किया था.
25 जनवरी को कौशांबी जिले की इंटेलिजेंस विंग और सर्विलांस टीम को राजीव मौर्या की लोकेशन हरियाणा के फरीदाबाद जनपद के बल्लभगढ़ कस्बे में मिली. इस पर पुलिस ने कार्रवाई करते हुए राजीव मौर्य को हरियाणा के बल्लभगढ़ कस्बे से बरामद कर लिया. बुधवार को पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने इस पूरे मामले में खुलासा करते हुए बताया कि राजीव मौर्य घर परिवार और पत्नी के चलते डिप्रेशन में आ गए थे. इससे वह स्वयं अपनी गाड़ी को प्रयागराज होटल के पास खड़ी कर हरियाणा निकल गए थे.
पुलिस अधीक्षक हेमराज मीणा ने बताया कि राजीव मौर्य को बरामद कर लिया गया है. उनके और परिवार वालों के खिलाफ 107/16 में पाबंद की कार्रवाई की जा रही है क्योंकि न तो परिवार वालों ने पुलिस की कोई मदद की और न ही राजीव मौर्य ने खुद पुलिस को कुछ बताया. इससे पुलिस को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. साथ ही उन्होंने हिदायत दी कि यदि दोबारा इस तरीके का कोई मामला प्रकाश में आएगा तो उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी.