कौशांबी: जिले में जेल प्रशासन ने अनोखी पहल शुरू किया है. यहां की जिला जेल में निरुद्ध कैदी और बंदियों ने जेल के पुराने कंबलों से गोवंशों के लिए गर्म कोट बनाने का काम शुरू किया है. पहले चरण में तकरीबन डेढ़ सौ गर्म कोट बनाए गए हैं. इन कोटों को मुख्यालय से सटे एक गौशाला में ले जाकर अफसरों ने गोवंश को पहना भी दिया है. जेल प्रशासन की अनोखी पहल की सराहना प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को मन की बात में किया है.
कौशांबी जेल प्रशासन जनहित में कोई न कोई सराहनीय कार्य करता ही रहता है. लॉकडाउन के दौरान जेल प्रशासन ने बंदियों के माध्यम से मास्क बनाने का काम किया था. जेल प्रशासन की इस अनोखी पहल की शासन स्तर पर भी सराहना की गई थी. जेल के बने मास्क को जिला प्रशासन, पुलिस प्रशासन और आम लोगों ने पहना था. अब जेल प्रशासन ने ठंड को देखते हुए बेजुबानों के लिए गर्म कोट बनाने की अनोखी पहल शुरू की है. दरअसल, जेल में बंदियों के लिए कंबल मंगाए जाते हैं. बंदियों के इस्तेमाल किए गए कंबल जब खराब हो जाते हैं, तो उन्हें फेंक दिया जाता था. अब इन कंबलों को इस्तेमाल में लाया जाए, इसके लिए जेल अधीक्षक ने गोशाला में रखे गए गोवंशों के लिए गर्म कोट बनाने का काम बंदियों के माध्यम से शुरू करवाया है.
प्रधानमंत्री ने की सराहना
पहले चरण में लगभग डेढ़ सौ कंबल से गर्म कोट बनाए गए हैं. जेल प्रशासन की इस अनोखी पहल की जानकारी शासन को हुई तो प्रदेश के मुखिया मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इसे संज्ञान में लिया और काम में तेजी लाए जाने के निर्देश दिए. जब यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पास पहुंची तो उन्होंने शनिवार को मन की बात कार्यक्रम में भी इस काम की सराहना की.
ठंड के चलते इंसान ही क्या मवेशी भी परेशान हो जाते हैं. ठंड से बचाव के लिए गोवंशों को गर्म कोट जेल के बंदियों के फटे पुराने कपड़ों को एकत्रित कर बनाया जा रहा है. पहले चरण में लगभग 150 कंबल बनाए गए हैं. इन कंबलों को कुछ गोवंश को पहना दिया गया है. आगे भी बंदियों के माध्यम से कोट बनाने का काम जारी रहेगा. जिले भर की गोशाला के गोवंशों को गर्म कोट पहनाया जाएगा.
- अमित कुमार सिंह, डीएम