कौशांबी: जिला मुख्यालय स्थित संयुक्त जिला चिकित्सालय में इलाज करने आए वृद्ध रामबालक की करंट लगने से मौत हो गई. वह अस्पताल वार्ड में बने शौचालय का प्रयोग करने गए थे, उसी वक्त करंट की चपेट में आ गए. मृतक के बेटे का आरोप है कि उसके पिता की मौत बाथरूम में आ रहे करंट लगने से हुई है, जबकि इस पूरे मामले में जिले के आला अधिकारी कुछ भी बोलने को तैयार नहीं है. वृद्ध की मौत के बाद परिजन शव लेकर गांव चले गए.
- अस्पताल वार्ड के शौचालय में करंट लगने से वृद्ध रामबालक की मौत.
- रामबालक अस्पताल वार्ड में बने शौचालय गए थे.
- मृतक के पुत्र ने अस्पताल प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है.
- अस्पताल में भर्ती अन्य मरीजों ने भी बाथरूम में अचानक करंट उतरने की बात बताई है.
- इस मामले में अस्पताल प्रशासन कुछ भी बोलने को तैयार नहीं.
चायल तहसील के इमली गांव निवासी रामबालक खेती-किसानी कर अपने परिवार का पेट भरते थे. पांच दिन पहले खेत में काम करते समय उनके पैर में चोट लग गई, तो उन्होंने पास के क्लीनिक से दवा लेकर खा ली, लेकिन जब दर्द बढ़ा तो रामबालक का बेटा दीपक उन्हें जिला अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां पर डॉक्टर ने उन्हें भर्ती कर लिया.
दीपक ने बताया कि पिता को शौचालय जाना था, जिसके बाद वे उन्हें व्हील चेयर पर बैठाकर वार्ड में बने शौचालय ले गए, लेकिन जैसे ही दीपक के पिता शौचालय की दीवार पकड़कर बैठना चाहा, उन्हें करंट लग गया और वे वहीं फर्श पर गिर गए.
मृतक बेटे ने लगाया आरोप
मृतक रामबालक के बेटे दीपक ने आरोप लगाया कि वहां पर कोई भी उनकी मदद के लिए आगे नहीं आया. वे अपने पिता को किसी तरह से स्ट्रेचर पर रखकर जनरल वार्ड की बड़ी बिल्डिंग से इमरजेंसी लेकर गए, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
मृतक के मौत के बाद बिना कैमरे के सामने आए अन्य मरीजों ने भी आरोप लगाया कि वार्ड में बने बाथरूम में अचानक करंट उतर आता है. कई बार शिकायत करने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की गई. वहीं स्वास्थ्य विभाग के आला अधिकारी इस मामले पर कुछ भी बोलने को तैयार नहीं हैं.