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कौशांबी: जिला पंचायत बैठक में हंगामा, करोड़ों की परियोजनाएं अधर में अटकी - हंगामें के बीच जिला पंचायत की बैठक स्थगित

यूपी के कौशांबी जिले में हंगामे के बीच जिला पंचायत समिति की बैठक को स्थगित कर दिया गया. बैठक के स्थगित होने से 3 करोड़ से की अधिक की परियोजना अधर में लटक गई. सदस्यों का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्षा एक-दो वार्ड को छोड़कर बाकी किसी वार्डों की परियोजना को महत्त्व नहीं दे रही हैं.

कौशांबी जिला पंचायत कार्यालय
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Published : Aug 25, 2020, 8:32 PM IST

कौशांबी: जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों के बीच मची खींचातानी में मिनी सदन की बैठक स्थगित हो गई. बैठक के स्थगित होने से 3 करोड़ से अधिक की परियोजना अधर में लटक गई. काफी दिनों से जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों के बीच खींचातानी के कारण जिले का विकास रुका हुआ है. सदस्यों का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्षा एक-दो वार्ड को छोड़कर बाकी किसी वार्डों की परियोजना को महत्त्व नहीं दे रही हैं. जिसके कारण जिलेभर का विकास रुका हुआ है. इस पूरे मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतराती रहीं.

कौशांबी जिले की जिला पंचायत में साढे़ तीन करोड़ की परियोजनाओं के लिए 25 अगस्त को मिनी सदन की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में बीजेपी की जिला पंचायत अध्यक्षा अवध रानी ने जैसे ही सदन पर कामकाज का प्रस्ताव रखा. तभी सदन से अधिकतर सदस्य वकआउट करते हुए बाहर निकल गए और हंगामा करने लगे. जिला पंचायत सदस्य व सपा के जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्षा एक-दो वार्ड के ही विकास कार्यों को तवज्जो दे रही हैं. वह उन्हीं के लिए प्रस्ताव रख रही हैं. जिसके कारण सदस्यों और अध्यक्ष के बीच खींचातान है और जिले का विकास कार्य रुका हुआ है. वहीं इस पूरे मामले में जब जिला पंचायत अध्यक्ष अवध रानी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

जिला पंचायत के अपर जिला अधिकारी रणमत सिंह के मुताबिक मिनी सदन का कोरम न पूरा होने के कारण जिला पंचायत अध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी है. इस बैठक के स्थगित होने के कारण साढे तीन करोड़ से अधिक की परियोजनाएं रुक गई हैं. साथ ही उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि अगले सदन की कार्यवाही में इसका प्रस्ताव पूरा होगा.

कौशांबी: जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों के बीच मची खींचातानी में मिनी सदन की बैठक स्थगित हो गई. बैठक के स्थगित होने से 3 करोड़ से अधिक की परियोजना अधर में लटक गई. काफी दिनों से जिला पंचायत अध्यक्ष और सदस्यों के बीच खींचातानी के कारण जिले का विकास रुका हुआ है. सदस्यों का आरोप है कि जिला पंचायत अध्यक्षा एक-दो वार्ड को छोड़कर बाकी किसी वार्डों की परियोजना को महत्त्व नहीं दे रही हैं. जिसके कारण जिलेभर का विकास रुका हुआ है. इस पूरे मामले में जिला पंचायत अध्यक्ष मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से कतराती रहीं.

कौशांबी जिले की जिला पंचायत में साढे़ तीन करोड़ की परियोजनाओं के लिए 25 अगस्त को मिनी सदन की बैठक बुलाई गई थी. इस बैठक में बीजेपी की जिला पंचायत अध्यक्षा अवध रानी ने जैसे ही सदन पर कामकाज का प्रस्ताव रखा. तभी सदन से अधिकतर सदस्य वकआउट करते हुए बाहर निकल गए और हंगामा करने लगे. जिला पंचायत सदस्य व सपा के जिला उपाध्यक्ष जितेंद्र कुमार के मुताबिक जिला पंचायत अध्यक्षा एक-दो वार्ड के ही विकास कार्यों को तवज्जो दे रही हैं. वह उन्हीं के लिए प्रस्ताव रख रही हैं. जिसके कारण सदस्यों और अध्यक्ष के बीच खींचातान है और जिले का विकास कार्य रुका हुआ है. वहीं इस पूरे मामले में जब जिला पंचायत अध्यक्ष अवध रानी से बात करने की कोशिश की गई तो उन्होंने मीडिया के सामने कुछ भी बोलने से मना कर दिया.

जिला पंचायत के अपर जिला अधिकारी रणमत सिंह के मुताबिक मिनी सदन का कोरम न पूरा होने के कारण जिला पंचायत अध्यक्ष ने बैठक स्थगित कर दी है. इस बैठक के स्थगित होने के कारण साढे तीन करोड़ से अधिक की परियोजनाएं रुक गई हैं. साथ ही उन्होंने उम्मीद जाहिर की कि अगले सदन की कार्यवाही में इसका प्रस्ताव पूरा होगा.

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