कौशांबीः जनपद में बेसिक शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कई विद्यालयों का औचक निरीक्षण किया. जिसमें परिषदीय विद्यालयों में नियुक्त शिक्षकों की लापरवाही खुलकर सामने आई है. बीएसए ने निरीक्षण में 4 विद्यालयों में ताला बंद पाया. इसके बाद यहां के हेडमास्टरों को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया. वहीं इस निरीक्षण के दौरान कई शिक्षक और शिक्षिकाएं भी गैरहाजिर पाई गईं. जिस पर बीएसए ने गैरहाजिर शिक्षकों का वेतन व अनुदेशकों का मानदेय रोक दिया है. बीएसए की इस कार्रवाई से शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है.
महानिदेशक बेसिक शिक्षा ने बीएसए को हफ्ते भर का अभियान चलाकर परिषदीय विद्यालयों का औचक निरीक्षण करने का निर्देश दिया था. जिसमें शिक्षकों की नियमित उपस्थिति, समय सारिणी के अनुसार विद्यालय का संचालन, निपुण भारत मिशन के लक्ष्य को ध्यान में रखते हुए पठन-पाठन व अन्य विद्यालयी क्रियाकलापों को दुरुस्त करने का निर्देश है. इसी क्रम में बीएसए ने सभी खंड शिक्षा अधिकारियों एवं जिला समन्वयकों समेत 15 अफसरों की टीम के साथ कड़ा ब्लॉक और सरसावा ब्लॉक क्षेत्र के परिषदीय स्कूलों में सुबह औचक निरीक्षण के दौरान पहुंच गए.
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बीएसए प्रकाश सिंह ने बताया कि महानिदेशक बेसिक शिक्षा विभाग के निर्देश पर स्कूलों के निरीक्षण का अभियान चलाया जा रहा है. जिसमें अधिकारियों की टीम ने दो दिनों में बुधवार और गुरूवार को क्षेत्र के कुल 139 विद्यालयों का निरीक्षण किया. इस दौरान कंपोजिट विद्यालय जफरपुर, प्राथमिक विद्यालय नज्जू का पूरा एवं किरहियापर समेत तीन विद्यालयों का सुबह 7:45 बजे तक ताला नहीं खुला था. इन विद्यालयों में मौके पर न तो कोई शिक्षक था न ही कोई विद्यार्थी मौजूद था. इन विद्यालयों के प्रधानाध्यापक को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया. इस तरह सरसावा के भी एक प्रधानाध्यापक को निलंबित कर दिया गया है. इसके अलावा निरीक्षण किए गए अन्य विद्यालयों में 44 शिक्षक, शिक्षकाएं एवं अनुदेशक गैरहाजिर मिले. इस तरह बिना किसी सूचना के ड्यूटी से गैरहाजिर मिले शिक्षकों के वेतन और अनुदेशकों के मानदेय को रोक दिया गया है.
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