ETV Bharat / state

कौशांबी में फर्जी शिक्षिका की तलाश जारी, SIT ने भेजा नोटिस

कौशांबी जिले में शिक्षा विभाग में फर्जी दस्तावेज लगा कर शिक्षिका बनी एक युवती का मामला सामने आया है. स्पेशल फोर्स ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर युवती के खिलाफ कार्रवाई शुरू कर दी है. युवती नौ जुलाई 2020 से विद्यालय में अनुपस्थित है.

etv bharat
प्राथमिक विद्यालय रामपुर सुहेला
author img

By

Published : Jun 22, 2022, 6:45 PM IST

कौशांबी: जिले में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शिक्षिका की नौकरी करने वाली युवती की तलाश की जा रही है. शिक्षिका 9 जुलाई 2020 से विद्यालय से अनुपस्थिति है. विभाग को शिक्षिका से संबंधित कोई जानकारी नहीं है. कई बार पत्राचार के बाद भी वह विद्यालय नहीं आ रही है. अब स्पेशल फोर्स (एसआईटी) ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षका बनी युवती के खिलाफ कार्रवाई शरू कर दी है. नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया है. अगर जवाब नहीं मिला तो विभाग बर्खास्तगी की कार्रवाई करेगा.

जानकारी देते बीएसए प्रकाश सिंह

सिराथू तहसील क्षेत्र के घुमाई कैन गांव की रहने वाली केदारनाथ की बेटी स्नेहलता 5 सितंबर 2014 को अमेठी में एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर नियुक्ति हुई थी. लगभग 2 साल नौकरी करने के बाद अपना स्थानांतरण कौशांबी जिले में करा लिया. 26 जून 2019 को चायल ब्लॉक क्षेत्र में तैनाती हुई. इसके बाद उन्होंने अपना समायोजन विकास खंड सिराथू के प्राथमिक विद्यालय रामपुर सुहेला में करा लिया.

यह भी पढ़ें-फर्जी शिक्षक भर्ती को लेकर एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, 176 संदिग्ध शिक्षकों की मांगी सूची

इसी बीच किसी ने एसआईटी को पत्र भेजकर जानकारी दी कि स्नेहलता ने फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल की है. एसआईटी की जांच रिपोर्ट के मुताबिक मणिपाल विश्वविद्यालय, मणिपाल (कर्नाटक) से संबंध राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यागजन सशक्तिकरण संस्थान, सिकंदराबाद (तेलंगाना) से जारी डॉक्टर ऑफ एजुकेशन (डीएड) का दस्तावेज फर्जी पाया गया है. जिले में एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

कौशांबी: जिले में फर्जी दस्तावेज के आधार पर शिक्षिका की नौकरी करने वाली युवती की तलाश की जा रही है. शिक्षिका 9 जुलाई 2020 से विद्यालय से अनुपस्थिति है. विभाग को शिक्षिका से संबंधित कोई जानकारी नहीं है. कई बार पत्राचार के बाद भी वह विद्यालय नहीं आ रही है. अब स्पेशल फोर्स (एसआईटी) ने फर्जी दस्तावेजों के आधार पर शिक्षका बनी युवती के खिलाफ कार्रवाई शरू कर दी है. नोटिस भेज कर जवाब मांगा गया है. अगर जवाब नहीं मिला तो विभाग बर्खास्तगी की कार्रवाई करेगा.

जानकारी देते बीएसए प्रकाश सिंह

सिराथू तहसील क्षेत्र के घुमाई कैन गांव की रहने वाली केदारनाथ की बेटी स्नेहलता 5 सितंबर 2014 को अमेठी में एक प्राथमिक विद्यालय में शिक्षक के पद पर नियुक्ति हुई थी. लगभग 2 साल नौकरी करने के बाद अपना स्थानांतरण कौशांबी जिले में करा लिया. 26 जून 2019 को चायल ब्लॉक क्षेत्र में तैनाती हुई. इसके बाद उन्होंने अपना समायोजन विकास खंड सिराथू के प्राथमिक विद्यालय रामपुर सुहेला में करा लिया.

यह भी पढ़ें-फर्जी शिक्षक भर्ती को लेकर एसटीएफ की बड़ी कार्रवाई, 176 संदिग्ध शिक्षकों की मांगी सूची

इसी बीच किसी ने एसआईटी को पत्र भेजकर जानकारी दी कि स्नेहलता ने फर्जी दस्तावेज के सहारे नौकरी हासिल की है. एसआईटी की जांच रिपोर्ट के मुताबिक मणिपाल विश्वविद्यालय, मणिपाल (कर्नाटक) से संबंध राष्ट्रीय बौद्धिक दिव्यागजन सशक्तिकरण संस्थान, सिकंदराबाद (तेलंगाना) से जारी डॉक्टर ऑफ एजुकेशन (डीएड) का दस्तावेज फर्जी पाया गया है. जिले में एसआईटी रिपोर्ट आने के बाद विभाग ने कार्रवाई शुरू कर दी है.

ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.