कौशांबी : जिले में पुलिस ने शादी के दौरान एक लड़की को निकाह से पहले ही नाबालिग होने के शक में उठा लिया. जिसके बाद शादी समारोह में हड़कम्प मच गया. पुलिस शादी स्थल से लड़की का मेडिकल करवाने के लिए लेकर जिला अस्पातल पहुंची, लेकिन डॉक्टर के नहीं होने पर उसे प्रयागराज लेकर रवाना हो गयी. उधर लड़के पक्ष के लोगों ने लड़की का काफी देर तक इंतजार किया. लड़की के वापस नहीं आने पर बारात खाली हाथ ही वापस चली गई. वहीं लड़की की मां का आरोप है कि लड़की के पिता ने पुलिस को झूठी सूचना देकर शादी रुकवा दी है.
करारी थाना क्षेत्र के नेवारी गांव के रहने वाले हाफिज अली ने अपनी बेटी की मंगनी तीन साल पहले देवखरपुर गांव के रहने वाले आमिर से की थी. लेकिन आमिर एक हत्या के मामले में जेल चला गया. हालांकि की कुछ दिन बाद हाफिज अली ने उसकी जमानत करा दिया. जमानत होने पर पिता ने लगातार अपनी बेटी से शादी के लिए कहा, लेकिन बेटी तरन्नुम ने हत्या के आरोपी से शादी करने से साफ इनकार कर दिया. दूसरी तरफ लड़की अपने मामा के घर आकर रहने लगी. मामा के घर पर ही सोमवार को लड़की की रजामंदी से शादी होनी थी. घर पर खुशियों का माहौल था. बारात भी घर पर पहुंच गई थी. लेकिन इसी बीच अचानक करारी पुलिस भारी फोर्स के साथ शादी स्थल पर पहुंच गई. पुलिस को देख सब लोग सन्न रह गए.
पिता ने पुलिस को लड़की के नाबालिग होने की दी थी सूचना
करारी थाने के कोतवाल ने घर वालों को बताया कि लड़की के पिता ने फोन कर सूचना दी कि उसकी बेटी अभी नाबालिग है, और उसकी शादी जबरन कराई जा रही है. जिस पर पुलिस ने शादी रुकवा कर लड़की को मेडिकल के लिए जिला अस्पताल लेकर पहुंची. लेकिन डॉक्टर उपलब्ध नहीं होने पर पुलिस लड़की को लेकर प्रयागराज चली गई.
इंतजार के बाद बैरंग लौटी बारात
जिला अस्पताल में लड़की का मेडिकल न होने की वजह से उसे मेडिकल के लिए पुलिस प्रयागराज मेडिकल कॉलेज लेकर चली गई थी, जिसकी वजह से लड़की को वापस आने में देरी हो रही थी. जिस पर काफी इंतजार के बाद लड़का पक्ष बारात लेकर चले गए.
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लड़की की मां ने पिता पर लगाया आरोप
लड़की की मां की माने तो लड़की के पिता जबरन उसकी शादी एक हत्या के आरोपी के साथ करवाना चाह रहे थे. जब लड़की ने उनकी बात नहीं मानी तो अब वहां उसकी शादी पर अड़ंगा लगा रहे हैं. लड़की की मां का कहना था कि इसी कारण उन्होंने पुलिस को लड़की की नाबालिक होने की झूठी सूचना दी है. वहीं इस पूरे मामले पर पुलिस का कोई भी अधिकारी कैमरे के सामने बोलने से इनकार कर दिया.