ETV Bharat / state

हे भगवान! ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में ही छोड़ दी रुई, जानें फिर क्या हुआ - doctor left cotton womans stomach

कौशांबी जिले में डॉक्टर की बड़ी लापरवाही सामने आई है. अप्रशिक्षित डॉक्टर ने महिला की बच्चेदानी का ऑपरेशन किया और पेट में ही रुई छोड़ दी. सीएमओ डॉ. केसी राय ने बताया कि यदि ऐसा मामला आया तो जांचकर संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.

ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में ही छोड़ दी रुई
ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में ही छोड़ दी रुई
author img

By

Published : Apr 1, 2022, 2:50 PM IST

कौशांबीः जिले में प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर सिर्फ पैसों के लिए महिला की जिंदगी से खिलवाड़ करते नजर आए. अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के चलते महिला की तबियत बिगड़ी तो अस्पताल संचालकों ने उसे भगा दिया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल संचालकों ने महिला का ऑपरेशन कर पेट में ही रुई छोड़ दी. इसके कारण महिला की हालत बिगड़ने लगी. हालत बिगड़ता देख अस्पताल संचालकों ने परिजनों को लखनऊ जाने की सलाह दी.

ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में ही छोड़ दी रुई

दरअसल, चित्रकूट जिला भानपुर गांव के रहने वाले राम नरेश ने अपनी पत्नी का इलाज जनपद मुख्यालय मंझनपुर के जीवन रक्षक अस्पताल में कराया था. आरोप है कि वहां बच्चेदानी का ऑपरेशन करने की बात कहकर हॉस्पिटल वालों ने बगल के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराकर वहां उसके बच्चेदानी का ऑपरेशन करवा दिया. बात इतने से खत्म नहीं हुई. अनट्रेंड चिकित्सकों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर पेट में रुई छोड़ दी. पेशाब न होने पर पथरी बताकर उसका दोबारा ऑपरेशन किया. बावजूद इसके पेशाब के रास्ते में रुकावट बनी रही.
यह भी पढ़ें- भाजपा कार्यालय के बाहर महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि तीसरी दफा पेशाब के रास्ते में कचड़ा बताकर ऑपरेशन किया लेकिन समस्या का निवारण नहीं हुआ. ऐसे में महिला के परिजन उसे अस्पताल लेकर गए तो लापरवाह चिकित्सकों ने उसे डपट कर भगा दिया. इतनी बड़ी लापरवाही उजागर होने के बाद हड़कंप मच गया. आलम यह है कि अब कौशांबी समेत प्रयागराज के किसी भी अस्पताल के चिकित्सक महिला को इलाज के लिए भर्ती करने से इंकार कर रहे हैं. हालत बिगड़ने पर परिजन अब पैसे खत्म होने के बावजूद ब्याज पर पैसे लेकर उसे लखनऊ इलाज के लिए ले जा रहे हैं.

सीएमओ डॉक्टर केसी राय ने बताया कि यहां पर जितने भी हॉस्पिटल हैं, हम उनकी समय-समय पर निगरानी करते रहते हैं. यदि ऐसा मामला आया है तो इसकी जांच कराई जाएगी. मामला सही हुआ तो आरोपी चिकित्सक एवं अस्पताल संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

कौशांबीः जिले में प्राइवेट हॉस्पिटल के डॉक्टर सिर्फ पैसों के लिए महिला की जिंदगी से खिलवाड़ करते नजर आए. अस्पताल कर्मियों की लापरवाही के चलते महिला की तबियत बिगड़ी तो अस्पताल संचालकों ने उसे भगा दिया. परिजनों का आरोप है कि अस्पताल संचालकों ने महिला का ऑपरेशन कर पेट में ही रुई छोड़ दी. इसके कारण महिला की हालत बिगड़ने लगी. हालत बिगड़ता देख अस्पताल संचालकों ने परिजनों को लखनऊ जाने की सलाह दी.

ऑपरेशन के बाद डॉक्टर ने महिला के पेट में ही छोड़ दी रुई

दरअसल, चित्रकूट जिला भानपुर गांव के रहने वाले राम नरेश ने अपनी पत्नी का इलाज जनपद मुख्यालय मंझनपुर के जीवन रक्षक अस्पताल में कराया था. आरोप है कि वहां बच्चेदानी का ऑपरेशन करने की बात कहकर हॉस्पिटल वालों ने बगल के एक निजी हॉस्पिटल में भर्ती कराकर वहां उसके बच्चेदानी का ऑपरेशन करवा दिया. बात इतने से खत्म नहीं हुई. अनट्रेंड चिकित्सकों ने बच्चेदानी का ऑपरेशन कर पेट में रुई छोड़ दी. पेशाब न होने पर पथरी बताकर उसका दोबारा ऑपरेशन किया. बावजूद इसके पेशाब के रास्ते में रुकावट बनी रही.
यह भी पढ़ें- भाजपा कार्यालय के बाहर महिला ने की आत्मदाह की कोशिश

महिला के परिजनों ने आरोप लगाया कि तीसरी दफा पेशाब के रास्ते में कचड़ा बताकर ऑपरेशन किया लेकिन समस्या का निवारण नहीं हुआ. ऐसे में महिला के परिजन उसे अस्पताल लेकर गए तो लापरवाह चिकित्सकों ने उसे डपट कर भगा दिया. इतनी बड़ी लापरवाही उजागर होने के बाद हड़कंप मच गया. आलम यह है कि अब कौशांबी समेत प्रयागराज के किसी भी अस्पताल के चिकित्सक महिला को इलाज के लिए भर्ती करने से इंकार कर रहे हैं. हालत बिगड़ने पर परिजन अब पैसे खत्म होने के बावजूद ब्याज पर पैसे लेकर उसे लखनऊ इलाज के लिए ले जा रहे हैं.

सीएमओ डॉक्टर केसी राय ने बताया कि यहां पर जितने भी हॉस्पिटल हैं, हम उनकी समय-समय पर निगरानी करते रहते हैं. यदि ऐसा मामला आया है तो इसकी जांच कराई जाएगी. मामला सही हुआ तो आरोपी चिकित्सक एवं अस्पताल संचालकों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप

ETV Bharat Logo

Copyright © 2025 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.