कौशांबी: यूपी के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य के गृह जनपद कौशांबी में किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं ने धरना प्रदर्शन शुरू किया है. यह धरना प्रदर्शन 3 कृषि कानून के खिलाफ नहीं बल्कि जिला अस्पताल की चरमराई स्वास्थ व्यवस्था को सुधारने के लिए किया जा रहा है. जिला अस्पताल के इमरजेंसी गेट पर ही धरने पर बैठे किसान यूनियन के कार्यकर्ता अब जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने की जिम्मेदारी ले ली है. किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का कहना है कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधारने का काम डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य साढ़े 4 सालों में नहीं कर सके, लेकिन अब वह काम अब कार्यकर्ता धरना प्रदर्शन करके करेंगे. उन्होंने कहा कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहद ही खराब है और किसानों से इलाज कराने के नाम पर धन की वसूली की जाती है.
कौशांबी जिले में किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नुरुल इस्लाम द्वारा कार्यकर्ताओं को एक मासिक बैठक जिला मुख्यालय मंझनपुर में बुलाई गई थी. इस बैठक में किसान यूनियन के कार्यकर्ता पहुंचे. तभी किसानों ने शिकायत किया कि जिला अस्पताल में इलाज कराने के नाम पर अवैध धन वसूली की जाती है. जैसे ही किसान यूनियन के जिलाध्यक्ष नुरुल इस्लाम को इसकी शिकायत मिली तो वह कार्यकर्ताओं के साथ जिला अस्पताल पहुंचे और नारेबाजी करते धरने पर बैठ गए. किसान यूनियन के कार्यकर्ताओ के धरने पर बैठते ही अस्पताल प्रशासन में अफरा-तफरी मच गई.
किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था चरमरा गई है. उन्होंने बताया कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार बने 4 साल से भले ज्यादा हो गया, लेकिन डिप्टी सीएम के गृह जनपद में स्वास्थ्य व्यवस्था अभी भी बद से बदतर है. आलम यह है कि लोगों का इलाज सही ढंग से नहीं हो रहा है. उन्होंने आरोप लगाया कि यूपी के डिप्टी सीएम भी इन साढ़े 4 सालों में अपने गृह जनपद के स्वास्थ्य व्यवस्था को सुधार नहीं सके.
किसान यूनियन के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि डिप्टी सीएम के गृह जनपद के जिला अस्पताल में किसानों से इलाज के नाम पर अवैध धन वसूली की जाती है. उन्होंने बताया कि अस्पताल में ब्लड जांच यूरिन जांच एक्सरे अल्ट्रासाउंड आदि चीजों के लिए पैसों की डिमांड की जाती है. इसीलिए वह मंगलवार को धरना प्रदर्शन करने में मजबूर हुए हैं. जब तक जिला अस्पताल और जिले की स्वास्थ्य व्यवस्था सही नहीं हो जाती. तब तक धरना प्रदर्शन करते रहेंगे.
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