कौशांबीः ज़िला मुख्यालय के मंझनपुर स्थित निजी अस्पताल की जांच करने पहुंचे एसडीएम व एडिशनल सीएमओ की सयुंक्त टीम को बड़ी लापरवाही देखने को मिली. टीम अस्पताल में मरीज की किडनी चोरी मामले की जांच करने पहुची थी. टीम के छापे की खबर लगते ही अस्पताल के डॉक्टर, स्टाफ और प्रबंधक ICU सहित ऑपरेशन के लिए भर्ती मरीज को छोड़ कर फरार हो गए. 4 घंटे बाद भी अस्पताल में किसी जिम्मेदार डॉक्टर व प्रबंधन के न आने पर एसडीएम ने अस्पताल सीज कर दिया. अस्पताल में भर्ती मरीजों को संयुक्त जिला अस्पताल में शिफ्ट कर दिया गया.
एसडीएम मंझनपुर आकाश सिंह ने टीम के साथ निजी अस्पताल में किडनी चोरी के आरोप की जांच करने पहुंचे. एसडीएम मंझनपुर आकाश सिंह का कहना है कि वह अस्पताल में पिछले 4 घंटे से मौजूद हैं जहां पर एक मरीज उन्हें आईसीयू में भर्ती मिला जबकि दो अन्य मरीज जनरल वार्ड में भर्ती मिले हैं. इसमें एक मरीज का ऑपरेशन होने वाला था, जिसके लिए इलाहाबाद से डॉक्टर आने की बात अस्पताल कर्मियों ने बताई है. बावजूद इसके अस्पताल में आईसीयू को अटेंड करने वाला कोई डॉक्टर नहीं मौजूद है. मरीज की हालात को देखते हुए उन्हें संयुक्त जिला अस्पताल शिफ्ट कराकर अस्पताल को सील कर दिया गया है. इसके साथ ही हॉस्पिटल प्रबंधन को तीन दिन के भीतर कागज प्रस्तुत करने के लिए कहा है.
बताया गया कि कोखराज थाना क्षेत्र के रहने वाले राम सिंह ने अपनी बेटी के इलाज के दौरान अस्पताल में मौत के बाद डॉक्टर पर किडनी चोरी का आरोप लगाया था. यह भी आरोप लगाया था कि शव को जलाकर साक्ष्य मिटा दिए गए थे. इस मामले की शिकायत प्रशासन से की गई थी. इस पर शुक्रवार की शाम को एसडीएम व एडिशनल सीएमओ की संयुक्त टीम जांच करने पहुंची. अस्पताल में किसी के न मिलने पर सीज करने की कार्रवाई की गई.
ये भी पढ़ेंः कौशांबी में झोलाछाप डॉक्टर के इलाज से एक व्यक्ति की मौत, लोगों ने किया हंगामा
ये भी पढे़ंः बच्चों से भरी स्कूल वैन को रोडवेज बस ने मारी टक्कर, दो की हालत गंभीर, कई घायल