कौशांबी : नगर पालिका मंझनपुर के अध्यक्ष के खिलाफ कोर्ट के आदेश पर पुलिस ने शुक्रवार को जालसाजी का मुकदमा दर्ज किया. अध्यक्ष पर कूट रचित दस्तावेज के जरिए पद हासिल करने का आरोप लगा है. अधिवक्ता संजय सिंह के मुताबिक उनके मुवक्किल ने अध्यक्ष के खिलाफ पुलिस को तहरीर देकर इंसाफ की मांग की थी. कोई कार्रवाई न होने पर उन्होंने कोर्ट की शरण ली. कोर्ट के आदेश पर मामले में कार्रवाई हुई है. पुलिस मामले की जांच कर रही है.
दूसरे गांव का बनवाया निवास प्रमाण पत्र : नगर पालिका अध्यक्ष मंझनपुर वीरेंद्र कुमार (फौजी) की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रहीं हैं. शुक्रवार को थाना मंझनपुर पुलिस ने उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया. इसके बाद इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश की. इसमें मामले की विवेचना शुरू करने की जानकारी दी गई है. वादी पवन कुमार ने नगर पालिका अध्यक्ष पर कूट रचित दस्तावेज के जरिए लोक सेवक का पद बीजेपी के टिकट पर हथियाने का आरोप लगाया है. अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार मूल रूप से बहादुर गांव के रहने वाले हैं. यह गांव निकाय चुनाव क्षेत्र के बाहर का गांव है. निकाय चुनाव में भाजपा से टिकट मिलने के बाद उन्होंने निकाय क्षेत्र के कस्बा ओसा का एक निवास प्रमाण पत्र जारी करा लिया. इसके आधार पर वीरेंद्र कुमार ने निकाय चुनाव लड़ा. बाद में जीत भी हासिल कर ली.
कोर्ट ने दिए थे जांच के आदेश : अधिवक्ता संजय सिंह ने बताया कि वादी पवन कुमार ने उनके जरिए अदालत में बीजेपी नगर पालिका अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार के फर्जीवाड़े को सामने लाकर कानूनी कार्रवाई की मांग की थी. कोर्ट ने थाना मंझनपुर पुलिस को मुकदमा दर्ज कर जांच के आदेश दिए थे. थाना पुलिस ने शुक्रवार को मुकदमा दर्ज कर लिया. वहीं यह मामला सामने आने के बाद पूरे इलाके में तरह-तरह की चर्चाएं शुरू हो गईं हैं. माना जा रहा है कि आरोपी सही निकलने पर आगे बड़ी कार्रवाई भी हो सकती है.
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