कौशांबी : जिले के पुलिस अधीक्षक पर रेप की कोशिश का आरोप लगाने वाली महिला फालोवर मंगलवार की सुबह बयान से पलट गई. मीडिया के सामने बताया कि एसपी की पत्नी ने फटकार लगाई थी, एसपी ने उसे नौकरी से हटा दिया था. इससे नाराज होकर उसने यह आरोप लगाया था. हालांकि महिला फालोवर की वायरल वीडियो का संज्ञान लेकर पुलिस महानिरीक्षक ने दो आईपीएस और एक आईएएस अधिकारी की टीम जांच के लिए गठित कर दी है. वहीं दोपहर में जांच टीम ओसा स्थित कांशीराम गेस्ट हाउस पहुंच गई. टीम ने जांच शुरू कर दी है.
करारी कोतवाली क्षेत्र की रहने वाली महिला फालोवर ने पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव और उनके ड्राइवर पर रेप करने की कोशिश के गंभीर आरोप लगाए थे. महिला फालोवर को पुलिस अधीक्षक बृजेश कुमार श्रीवास्तव के सरकारी आवास में उनकी मां की देखभाल के लिए लगाया था. महिला फालोवर का सोमवार को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल हुआ. इसमें उसने रेप के प्रयास का आरोप लगाया था. इसके बाद मंगलवार को महिला फालोवर ने सुबह ही पुलिस लाइन में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपने आरोपों को खंडन किया. उसने इस गलती के लिए क्षमा भी मांगी. महिला फालोवर ने बताया कि पिछले 3 महीने से वह काम कर रही थी. एसपी की पत्नी ने उसे फटकार दिया था. इसलिए एसपी को फंसाने की साजिश रच डाली थी.
प्रयागराज जोन एडीजी भानु भास्कर ने बताया कि सोशल मीडिया के जरिए एक महिला के द्वारा पुलिस अधीक्षक कौशांबी पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाने का प्रकरण संज्ञान में आया है. जांच के लिए 3 सदस्यीय टीम का गठन किया गया है. जांच दल की अध्यक्षता चंद्र प्रकाश पुलिस महा निरीक्षक प्रयागराज रेंज करेंगे. वृंदा शुक्ला पुलिस अधीक्षक चित्रकूट उसकी सदस्य हैं. ईसा प्रिय मुख्य विकास अधिकारी प्रतापगढ़ भी सदस्य हैं. इस टीम को प्रकरण की निष्पक्षता एवं गहनता से जांच करने के लिए 4 दिन का समय दिया गया है. टीम मंगलवार की दोपहर पहुंच गई, और जांच भी शुरू कर दी. जांच टीम की अध्यक्षता कर रहे आईजी चन्द्र प्रकाश ने मीडिया को बताया कि वह और उनकी टीम पूरी गहराई से मामले में पक्ष-विपक्ष के बयान दर्ज कर रिपोर्ट उच्चाधिकारियों को देगी. सभी प्रकार के तथ्य जांच में शामिल किए जाएंगे.
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