कौशांबीः जिले में मछुआरों द्वारा यमुना नदी से डॉल्फिन का शिकार किये जाने का मामला प्रकाश में आया है. यहां कुछ मछुआरों ने यमुना से पहले डॉल्फिन का शिकार किया, इसके बाद उसे नदी से निकालकर गांव ले गए और उसे अपना निवाला बनाया. इस घटना का वीडियो वायरल होने पर वन विभाग के अधिकारियों ने घटनास्थल का मौका मुआयना किया और पांच मछुआरों के खिलाफ केस दर्ज किया. पुलिस ने एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है.
चायल रेंज के वन रेंजर रवींद्र कुमार ने पिपरी थाना पुलिस को दी गई तहरीर में बताया की 22 जुलाई की सुबह 9 से 10 बजे के बीच नसीरपुर गांव के मछुआरे रंजीत कुमार, संजय, दीवान, बाबाजी, गेंद लाल यमुना नदी में मछली पकड़ रहे थे. इसी दौरान उन्होंने अपने जाल में वन्य संरक्षण अधिनियम के तहत संरक्षित डॉल्फिन (प्लैटनिस्ता गैजिटिका) को फंसा लिया. आरोपी इसका शिकार कर नदी से निकालकर ले गए.
किसी अज्ञात व्यक्ति ने मोबाइल से इसका वीडियो बना लिया और फोटो खींच ली. आरोप है कि यमुना नदी से मिली डॉल्फिन को आरोपी मछुआरों ने अपना निवाला बना लिया. वन विभाग को मामले की जानकारी तब हुई जब इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ. वीडियो वायरल होते ही वन विभाग के कर्मचारियों अधिकारियों में हड़कंप मच गया. मामले की जानकारी मिलते ही चायल रेंज के रेंजर रवींद्र कुमार व बीट प्रभारी वन दरोगा राम प्रकाश रावत नसीरपुर गांव पहुंचे. जांच के बाद वन टीम ने रंजीत को पकड़ कर पुलिस थाना पिपरी ले आए. वहीं, संजय, दीवान, गेदलाल, बाबाजी मौके से फरार हो गए. उनके खिलाफ वन्य जीव संरक्षण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया जाएगा.
डीएफओ आरयस यादव के मुताबिक व्हाट्सएप के माध्यम से सूचना मिली थी कि डॉल्फिन का कुछ लोगो द्वारा शिकार किया गया है. इसके संबंध में हम लोगो ने पुलिस और प्रशासन के सहयोग से तहरीर भी दी है. वन्य जीव अधिनियिम 1972 के तहत कार्रवाई की जा रही है. आरोपी से पुलिस पूछताछ कर रही है.
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