कौशांबी: जिले में अंधविश्वास ने एक बुजुर्ग महिला की जान ले ली. एक बुजुर्ग महिला तेरहवीं में शामिल तो हुई लेकिन उसने भोजन नहीं किया. इससे नाराज भतीजों ने ईंट मारकर चाची की हत्या कर दी. महिला के बेटे की तहरीर पर पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर तीन आरोपियों को जेल भेज दिया है.
जानकारी के मुताबिक महेवाघाट थाना क्षेत्र के शाहपुर गांव में 20 दिसंबर को जितेंद्र सिंह के यहां तेरहवीं का कार्यक्रम था. तेरहवीं के भोज के लिए उसने चाची कृष्णा देवी व चचेरे भाइयों को निमंत्रण दिया था. निमंत्रण में चाची शामिल तो हुई लेकिन उन्होंने मन्नत के कारण भोजन नहीं किया. ये बात जितेंद्र सिंह को नागवार गुजरी और उसने अपने भाइयों के साथ शराब के नशे में धुत होकर चचेरे भाइयों से गाली-गलौज करने लगा. चचेरा भाई मानू सिंह ने समझाने का प्रयास किया. इस पर आरोपियों ने उसे पीटना शुरू कर दी. इतना ही नहीं 65 वर्षीय कृष्णा देवी को ईंट-पत्थर से हमलाकर लहूलुहान कर दिया. गंभीर हालत में कृष्णा देवी को इलाज के लिए प्रयागराज के एसआरएन अस्पताल में भर्ती कराया गया था. इलाज के दौरान शुक्रवार भोर कृष्णा देवी ने दम तोड़ दिया. पुलिस ने जयकरन की तहरीर पर जितेंद्र सिंह, सतेंद्र सिंह, उगेंद्र सिंह, विकेंद्र सिंह, बचन सिंह, राजा सिंह, लल्लू सिंह के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया था. पुलिस ने शनिवार को बचन सिंह, विकेंद्र सिंह और जितेंद्र सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
गोवंश हत्या का पश्चाताप कर रहा था परिवारः मृतका महिला के जयकरन सिंह ने बताया कि करीब साल भर पहले उसके भाई मानू की बाइक से एक गाय को टक्कर लग गई थी. घटना में गाय की मौत हो गई थी. इस पर एक ज्योतिषी ने पूरे परिवार को साल भर तक पश्चाताप करने को कहा था. इसके साथ ही किसी के घर भोजन भी नहीं करने को कहा था. इस वजह से वह लोग चाचा के यहां तेरहवीं भोज में तो शामिल हुए लेकिन खाना नहीं खाया. इसी से खफा होकर चचेरे भाइयों ने उनके साथ मारपीट कर ईंट-पत्थर से हमला कर दिया. जिसमें मां की मौत हो गई.
10 दिन बाद अस्पताल में महिला की हुई मौतः अपर पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार वर्मा ने बताया खाना खाने को लेकर मारपीट हुई थी, जिसमें वृद्ध महिला घायल हो गई थी. पुलिस ने 20 दिसंबर को ही मुकदमा दर्ज कर लिया था. शुक्रवार को एसआरएन प्रयागराज हास्पिटल में घायल कृष्णा देवी की मृत्यु हो गयी. इसके बाद मामले में धारा बढ़ाते हुए तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.