कानपुर: केंद्रीय बजट से अब कानपुर की लगभग 400 टेनरियों के अच्छे दिन आ जाएंगे. चमड़ा कारोबारियों ने बजट को रोजगार और विकासपरक बताया है. कारोबारियों का कहना है कि केंद्र सरकार ने बजट 2025-2026 में लेदर सेक्टर का बहुत ध्यान रखा है. सबसे बड़ी बात है कि जिस क्रस्ट लेदर का बहुत अधिक उपयोग उत्पादों को बनाने में किया जाता है, उस पर एक्सपोर्ट ड्यूटी 20 प्रतिशत से घटाकर शून्य कर दी गई है. पिछले बजट में इस ड्यूटी को 40 प्रतिशत से घटाकर 20 प्रतिशत पर लाया गया था.
बजट से लेदर इंडस्ट्री को मिलने वाले लाभ को लेकर काउंसिल फॉर लेदर एक्सपोर्ट के चेयरमैन आरके जालान ने कहा कि केंद्र ने अब तक का सबसे बेहतरीन बजट जारी किया है. इस बजट के बाद बंद टेनरियों में फिर से काम शुरू हो सकेगा. वेट ब्लू लेदर पर इम्पोर्ट ड्यूटी 10 प्रतिशत घटा दी गई है. ऐसे में देश के अंदर गाय के चमड़े को खरीदने की कोई जरूरत नहीं पड़ेगी.
कारोबारी दुनिया के अन्य देशों से वेट ब्लू लेदर मंगाकर उससे उत्पाद तैयार कर सकेंगे और पर्यावरण को कोई नुकसान नहीं होगा. सीएलई के पूर्व चेयरमैन मुख्तारुल अमीन का कहना है कि बजट से सभी चमड़ा कारोबारी बेहद खुश हैं. हालांकि, सीएलई की ओर से जो क्रस्ट और फिनिस्ड लेदर पर इम्पोर्ट ड्यूटी को घटाने की मांग की गई थी, वह अभी पूरी नहीं हुई. बहरहाल उससे कारोबारियों को नुकसान भी नहीं होगा.
पांच साल में आएंगी 22 लाख नौकरियां, 1.1 लाख करोड़ रुपये का निर्यात : सीएलई के चेयरमैन आरके जालान ने कहा कि पांच साल में सीएलई के लक्ष्य के मुताबिक लेदर सेक्टर में 22 लाख नौकरियां आएंगी. साथ ही देश का निर्यात लक्ष्य 1.1 लाख करोड़ रुपये का है. इसी तरह चार लाख करोड़ रुपये के कारोबार का टर्नओवर रहेगा.
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