कौशांबी: जिले में चोरी के मंसूबे से रात में निकले अंतर्जनपदीय गैंग के 7 सदस्यों को पुलिस ने मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस मुठभेड़ में गैंग का लीडर गोली लगने से घायल हो गया, जिसके बाद पुलिस ने गैंग लीडर समेत अन्य सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया. गैंग के सदस्यों से पूछताछ के बाद पुलिस ने कई मामलों का खुलासा किया है. साथ ही इनके पास से दो लैपटॉप, 19 हजार रुपए, दो तमंचा आदि सामान भी बरामद किया है. पुलिस के मुताबिक गैंग कई साल से सक्रिय था और नाबालिग बच्चों के साथ मिलकर घटना को अंजाम दिया करता था.
सैनी थाना क्षेत्र के आस-पास बड़ी चोरी की घटनाओं को देखते हुए पुलिस पहले से ही काफी मुस्तैद थी. सैनी पुलिस मंगलवार को देर रात गश्त कर रही थी. तभी कृष्णा डिग्री कॉलेज के पास कुछ संदिग्ध बाइक से आते हुए दिखाई दिए, जिसके बाद पुलिस ने उन्हें रोककर पूछताछ करने की कोशिश की तो बदमाशों ने पुलिस टीम पर फायरिंग करना शुरू कर दिया. वहीं सामने से फायरिंग होता देख पुलिस ने अपने बचाव में फायरिंग की तो गैंग के लीडर जगदीश को पैर पर गोली लग गई, जिससे वह गिर पड़ा. गैंग के लीडर को अन्य लोग बचाने पहुंचे तो पुलिस ने इन सभी को घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस पूछताछ में इस गैंग ने कई चोरी की घटनाओं का खुलासा किया है, जिसमें सैनी थाना क्षेत्र में अभी हाल ही में हुई घटना में शामिल है. अपर पुलिस अधीक्षक ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि इस गैंग में फतेहपुर जिले के पांच और 2 लोग कौशाम्बी के गिरफ्तार किए गए हैं. पुलिस ने गैंग के सदस्यों के पास से दो लैपटॉप, तीन चार्जर, 7 मोबाइल समेत 2 तमंचे व चार कारतूस बरामद किए हैं. पुलिस ने आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
अपर पुलिस अधीक्षक समर बहादुर सिंह ने बताया कि यह गैंग 2017 से काफी सक्रिय है. इस गैंग के अधिकतर सदस्य नाबालिग हैं, जिन्हें गिरफ्तार कर लिया गया है और इनके पास से काफी मात्रा में चोरी का सामान बरामद किया गया हैं. इन्हें जेल भेजकर आवश्यक विधिक कार्रवाई की जा रही है.