कासगंज: तमिलनाडु के कन्नूर हेलीकॉप्टर हादसे में सीडीएस बिपिन रावत के साथ शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान (Prithvi Singh Chauhan) की पत्नी और बच्चे शुक्रवार उनकी अस्थि विसर्जित (bone immersion) करने के लिए यूपी के कासगंज की तीर्थ नगरी सोरों की हर की पौड़ी पर पहुंचे. यहां तीर्थ पुरोहितों ने विधि विधान के साथ शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अस्थियों को हर की पौड़ी में विसर्जित कराया.
कन्नूर हेलिकॉप्टर हादसा (Coonoor Helicopter Crash) में शहीद हुए विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अस्थियां शुक्रवार को गंगा में प्रवाहित की गयीं. सोरों घाट पर अस्थियों को प्रवाहित करने के लिए परिवार के लोग शुक्रवार को आगरा से सुबह गंगा घाट पहुंचे थे. शहीद विंग कमांडर पृथ्वी सिंह चौहान की अस्थियां पत्नी कामिनी सिंह चौहान की मौजूदगी में उनके बेटे अविराज और बेटी आराध्या ने आदितीर्थ शूकरक्षेत्र, सोरोंजी स्थित हरि की पैड़ी (वराह-कुंड) में विसर्जित कीं. सोरों तीर्थ पुरोहित राहुल पण्डा ने विधि-विधान के साथ शहीद की अस्थियों को हरि की पौड़ी स्थित पतित पावनी मां गंगा में विसर्जित कराया.
वायुसेना का हेलिकॉप्टर 8 दिसंबर को तमिलनाडु के कुन्नूर क्षेत्र में क्रैश हो गया था. इसमें जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी समेत 14 जवानों के साथ वेलिंग्टन स्थित डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज जा रहे थे. हेलीकॉप्टर हादसे में चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ बिपिन रावत के साथ आगरा के लाल विंग कमांडर पृथ्वी सिंह भी शहीद हो गए थे.
आगरा के सरन नगर में रहने पृथ्वी सिंह चौहान ही हेलीकॉप्टर के पायलट थे. उनका अंतिम संस्कार आगरा में किया गया था. शहीद के सम्मान में महापौर ने सरन नगर का नाम शहीद पृथ्वी सिंह नगर रखने की घोषणा की थी. वहीं ताजगंज मोक्षधाम के नए स्थल को भी शहीद के नाम पर रखा गया है. उनको श्रद्धांजलि देने के लिए सीएम योगी और डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य आगरा पहुंचे थे.
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