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कासगंज: हरिपदी गंगा में हजारों मछलियों की मौत, वजह साफ नहीं

उत्तर प्रदेश के कासगंज के हरिपदी गंगा में एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गई. प्रशासन फ्लड यूनिट का स्टीमर चलने से मछलियों की मौत की बात कह रहा है.

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हरिपदी गंगा में हजारों मछलियों की मौत.
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Published : Dec 14, 2019, 10:32 PM IST

कासगंज: जिले की हरिपदी गंगा में अचानक एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गई. लोगों ने हजारों की संख्या में मछलियों के शव गंगा में उतराते देखे तो हड़कंप मच गया. प्रशासन जहां एक ओर फ्लड यूनिट का स्टीमर चलने से मछलियों की मौत की बात कह रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोग केमिकल और ऑक्सीजन से मछलियों की मौत की बात कह रहे हैं.

हरिपदी गंगा में हजारों मछलियों की मौत.

हजारों मछलियों की मौत

  • जिले की हरिपदी गंगा में अचानक एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गई.
  • नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संत राम सरोज की माने तो फ्लड यूनिट का जो स्टीमर आता है, उससे हर साल नुकसान होता है.
  • कभी ये नुकसान ज्यादा होता है तो कभी कम, इसलिए कोशिश रहती है कि ये स्टीमर कम से कम चले.
  • एक और दिक्कत इस बार हुई है कि गंगा में जो पानी आता है वो बंद हो गया है.
  • संत राम सरोज ने कहा कि हमने सिंचाई विभाग से भी अपील की है कि फ्रेश पानी छोड़ा जाए.
  • ईओ सहाब का गणित कमजोर होने की वजह से हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां उन्हें इक्का दुक्का नजर आईं.

कासगंज: जिले की हरिपदी गंगा में अचानक एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गई. लोगों ने हजारों की संख्या में मछलियों के शव गंगा में उतराते देखे तो हड़कंप मच गया. प्रशासन जहां एक ओर फ्लड यूनिट का स्टीमर चलने से मछलियों की मौत की बात कह रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोग केमिकल और ऑक्सीजन से मछलियों की मौत की बात कह रहे हैं.

हरिपदी गंगा में हजारों मछलियों की मौत.

हजारों मछलियों की मौत

  • जिले की हरिपदी गंगा में अचानक एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गई.
  • नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी संत राम सरोज की माने तो फ्लड यूनिट का जो स्टीमर आता है, उससे हर साल नुकसान होता है.
  • कभी ये नुकसान ज्यादा होता है तो कभी कम, इसलिए कोशिश रहती है कि ये स्टीमर कम से कम चले.
  • एक और दिक्कत इस बार हुई है कि गंगा में जो पानी आता है वो बंद हो गया है.
  • संत राम सरोज ने कहा कि हमने सिंचाई विभाग से भी अपील की है कि फ्रेश पानी छोड़ा जाए.
  • ईओ सहाब का गणित कमजोर होने की वजह से हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां उन्हें इक्का दुक्का नजर आईं.
Intro:Place - Kasganj
Date - 14 december 2019
Reporter - Dharmendra Singh
Mo no - 8448949265


स्लग- हरिपदी गंगा में हजारों मछलियों की हुई मौत।

एंकर- कासगंज की हरिपदी गंगा में अचानक एक साथ हजारों मछलियों की मौत हो गयी। लोगों ने हजारों की संख्या में मछलियों के शव गंगा में उतराते देखे तो हड़कंप मच गया। प्रशासन जहां एक ओर फ्लड यूनिट का स्टीमर चलने से मछलियों की मौत की बात कह रहा है तो वहीं दूसरी ओर लोग केमिकल और ऑक्सीजन से मछलियों की मौत की बात कह रहे हैं।

हजारों की संख्या में पानी के ऊपर उतराते दिखाई दे रहे मछलियों के शव हैं। ये वो मछलियां है जो कल तक बड़े आराम से जल में रह रही थीं लेकिन प्रशासन की लापरवाही और अनदेखी के चलते आज इन्हें मौत के आगोश में समाना पड़ा। दरसअल आज अचानक से एक साथ हजारों की संख्या में मछलियां मरने लगीं और पानी पर उतराने लगीं लोगों में हड़कंप मच गया।

नगर पालिका के अधिशासी अधिकारी सन्त राम सरोज की मानें तो उनका कहना है कि गंगा स्नान का पर्व बीता है जिसमें कई स्नानार्थी आये और वह पिछले 3 साल से देख रहे हैं कि फ्लड यूनिट का जो स्टीमर आता है उससे हर साल नुकसान होता है। कभी ज्यादा होता है तो कभी कम इसलिये हम कोशिश करते हैं कि ये स्टीमर कम से कम चले। एक और दिक्कत इस बार हुई है कि गंगा में जो पानी आता है वो बंद हो गया है। हमने सिंचाई विभाग से भी अपील की है कि फ्रेश पानी छोड़ा जाए। वहीं ईओ सहाब का गणित कमजोर होने की वजह से हजारों की संख्या में मरी हुई मछलियां उन्हें इक्का दुक्का नजर आईं। लेकिन सवाल ये है कि अगर स्टीमर चलने से ही मछलियों की मौत हुई होती तो ऐसा पहले क्यों नहीं हुआ। फ्लड यूनिट का स्टीमर तो पिछले कई दिनों से चल रहा है। आखिर एक साथ हुई मछलियों की मौत का जिम्मेदार कौन है।

बाइट- संतराम सरोज, (अधिशासी अधिकारी, सोरों)Body:KasganjConclusion:Kasganj
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