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कासगंज के नन्हे वैज्ञानिकों के आविष्कार देख लोग कर रहे तारीफ

कासगंज के सूरजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थियों ने रोबोट, स्मार्ट डस्टबीन और पेट्रोल से चलने वाली साइकिल का अविष्कार किया है. 9वीं और 11वीं कक्षा में पढ़ने वाले इन विद्यार्थियों के अविष्कार चर्चा का विषय हैं.

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Published : Mar 3, 2019, 8:32 AM IST

कासगंज

कासगंज: 'ये ही बच्चे हैं मुक़द्दर, अपने हिंदुस्तान के, जो पहुंचाएंगे देश को बुलन्दियों के आसमान पर' इसी बात को सार्थक किया है जिले के सूरजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थियों ने. जिन्होंने कम उम्र में ही कई विलक्षण आविष्कार कर जनपद का नाम रोशन किया है. 9वीं और 11वीं कक्षा के इन विद्यार्थियों ने रोबोट, स्मार्ट डस्टबीन और पेट्रोल से चलने वाली साइकिल का अविष्कार किया है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते रजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थी.

11वीं कक्षा के देशराज सिंह, मलयराज त्रिपाठी और हर्ष प्रताप सिंह और 9वीं कक्षा के मोहित कुमार ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो अपने मार्ग में आने वाले अवरोध को देख कर अपने आप रास्ता बदल लेता है. इसके अलावा उन्होंने पेट्रोल से चलने वाली एक साइकिल का निर्माण किया है, जो एक लीटर पेट्रोल में लगभग 50 किलोमीटर तक जा सकती है. इसकी गति लगभग 50 से 60 किलोमीटर तक प्रति घण्टे की है. टंकी में पेट्रोल खत्म होने की दशा में पैडल मार कर भी चलाया जा सकता है. इस स्वचालित साइकिल में 80 सीसी का 2 स्ट्रोक इंजन और 2.5 लीटर की पेट्रोल टंकी फिट की गई है.

वहीं इन विद्यार्थियों का तीसरा आविष्कार 'स्मार्ट डस्टबीन' स्वच्छ भारत मिशन के अभियान में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. नन्हे वैज्ञानिक मोहित कुमार ने बताया कि हम लोगों ने इस डस्टबीन में अल्ट्राटॉनिक नामक सेंसर लगाया है. इससे यह पास आने वाले व्यक्ति को रिसीव करता है और डस्टबीन का ढक्कन अपने आप खुल जाता है साथ हीवेस्टेज डालने के बाद ढक्कन अपने आप बंद हो जाता है.

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दरअसल, भारतीय नीति आयोग की योजना के अंतर्गत देश भर में 2441 स्कूलों को अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करने के लिए चुना गया है. जिसमें कासगंज का यह विद्यालय भी शामिल है.

कासगंज: 'ये ही बच्चे हैं मुक़द्दर, अपने हिंदुस्तान के, जो पहुंचाएंगे देश को बुलन्दियों के आसमान पर' इसी बात को सार्थक किया है जिले के सूरजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थियों ने. जिन्होंने कम उम्र में ही कई विलक्षण आविष्कार कर जनपद का नाम रोशन किया है. 9वीं और 11वीं कक्षा के इन विद्यार्थियों ने रोबोट, स्मार्ट डस्टबीन और पेट्रोल से चलने वाली साइकिल का अविष्कार किया है.

ईटीवी भारत से बातचीत करते रजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थी.

11वीं कक्षा के देशराज सिंह, मलयराज त्रिपाठी और हर्ष प्रताप सिंह और 9वीं कक्षा के मोहित कुमार ने एक ऐसा रोबोट बनाया है जो अपने मार्ग में आने वाले अवरोध को देख कर अपने आप रास्ता बदल लेता है. इसके अलावा उन्होंने पेट्रोल से चलने वाली एक साइकिल का निर्माण किया है, जो एक लीटर पेट्रोल में लगभग 50 किलोमीटर तक जा सकती है. इसकी गति लगभग 50 से 60 किलोमीटर तक प्रति घण्टे की है. टंकी में पेट्रोल खत्म होने की दशा में पैडल मार कर भी चलाया जा सकता है. इस स्वचालित साइकिल में 80 सीसी का 2 स्ट्रोक इंजन और 2.5 लीटर की पेट्रोल टंकी फिट की गई है.

वहीं इन विद्यार्थियों का तीसरा आविष्कार 'स्मार्ट डस्टबीन' स्वच्छ भारत मिशन के अभियान में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है. नन्हे वैज्ञानिक मोहित कुमार ने बताया कि हम लोगों ने इस डस्टबीन में अल्ट्राटॉनिक नामक सेंसर लगाया है. इससे यह पास आने वाले व्यक्ति को रिसीव करता है और डस्टबीन का ढक्कन अपने आप खुल जाता है साथ हीवेस्टेज डालने के बाद ढक्कन अपने आप बंद हो जाता है.

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दरअसल, भारतीय नीति आयोग की योजना के अंतर्गत देश भर में 2441 स्कूलों को अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करने के लिए चुना गया है. जिसमें कासगंज का यह विद्यालय भी शामिल है.

Intro:स्लग-कासगंज के नन्हे वैज्ञानिकों के आविष्कार देख लोग कर रहे तारीफ़


एंकर-किसी ने सच ही कहा है कि किसी भी कार्य को करने के लिए उम्र मायने नहीं रखती और इसी बात को सार्थक किया है उत्तर प्रदेश के जनपद कासगंज के सूरजप्रसाद डागा विद्यामन्दिर के विद्यार्थियों ने जिन्होंने इतनी कम उम्र में ऐसे विलक्षण आविष्कार कर जनपद का नाम रौशन किया है।नवीं और ग्यारहवीं कक्षा के इन विद्यार्थियों के आविष्कार मोटो साइकिल,स्मार्ट डस्टबीन और रोबोट आज कल जनपद में चर्चा का विषय बने हुए हैं।


Body:वीओ-1-नन्हे वैज्ञानिक ग्यारहवीं कक्षा के देशराज सिंह,मलयराज त्रिपाठी और हर्ष प्रताप सिंह व नवीं कक्षा के मोहित कुमार ने बताया कि उन्होंने मिलकर पैट्रोल से चलने वाली एक मोटो साईकिल का निर्माण किया जो एक लीटर पैट्रोल में लगभग 50 किलोमीटर तक जा सकती है।और इसकी गति भी लगभग 50 से 60 किलोमीटर तक प्रति घण्टे की है।टंकी में पेट्रोल ख़त्म होने की दशा में पैडल मार कर भी चलाया जा सकता है।इस स्वचालित मोटो साइकिल में 80 सीसी का 2 स्ट्रोक इंजन व 2.5 लीटर की पैट्रोल टंकी फिट की गई है।

वीओ-2-वहीं इन विद्यार्थियों का दूसरा आविष्कार स्मार्ट डस्टबीन वास्तव में स्वच्छ भारत मिशन के अभियान में महत्वपूर्ण साबित हो सकता है।नन्हे वैज्ञानिक मोहित कुमार ने बताया कि हम लोगों ने इस डस्टबीन में अल्ट्राटॉनिक नामक सेंसर लगाया है जिसमे रिसीवर और ट्रांजिस्टर होता है जो पास आने वाले व्यक्ति को रिसीव करता है जिससे डस्टबीन का ढक्कन अपने आप खुल जाता है और वेस्टेज डालने के बाद ढक्कन अपने आप बंद हो जाता है।

वीओ-3- तीसरा आविष्कार रोबोट है जो अपने मार्ग में आने वाले अवरोध को देख कर अपने आप रास्ता बदल लेता है।
दरअसल भारतीय नीति आयोग की योजना के अंतर्गत देश भर में 2441 स्कूलों को अटल टिंकरिंग लैब स्थापित करने के लिए चुना गया है जिसमे कासगंज के इस विद्यालय को भी चुना गया है और ये विद्यार्थी इसी लैब में नए नए आविष्कारों को नित नए जन्म दे रहे हैं।

वन टू वन - विद्यार्थी
बाइट-भूपेंद्र कुमार -प्रधानाचार्य &
पीटीसी


Conclusion:प्रशांत शर्मा
रिपोर्टर -कासगंज
09760810106
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