कासगंजः जिले के निजी अस्पताल में गलत इलाज के चलते हुई जच्चा-बच्चा की मौत के मामले में शुक्रवार को पुलिस ने फरार चल रहे हॉस्पिटल के संचालक को गिरफ्तार कर लिया है. वहीं डॉक्टर और आशा कार्यकत्री की अभी पुलिस की गिरफ्त से दूर हैं.
3 जनवरी को हुई थी जच्चा-बच्चा की मौत
जिले के सोरों कोतवाली क्षेत्र के नगरिया स्थित कृष्णा हॉस्पिटल में 3 जनवरी आशा कार्यकत्री ने प्रसूता को डिलीवरी के लिए भर्ती कराया था. जहां इलाज के दौरान प्रसूता रेखा पत्नी कैलाश की एवं उसके नवजात बच्चे की गलत इलाज के चलते मौत हो गई थी. कैलाश ने डॉक्टरों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए आशा कार्यकत्री हॉस्पिटल संचालक एवं डॉक्टर के खिलाफ सोरों कोतवाली में मामला दर्ज कराया था. इसके बाद से हॉस्पिटल संचालक अमित कुमार निवासी बघारी फरार चल रहा था. पुलिस ने शुक्रवार को अमित को दबोच लिया.
किराए पर दिया था अस्पताल
सोरों कोतवाली इंस्पेक्टर अनिल कुमार ने बताया कि हॉस्पिटल संचालक अमित कुमार ने इस हॉस्पिटल को 14000 रुपये प्रति माह के हिसाब से 5 साल के एग्रीमेंट पर चलाने के लिए एक डॉक्टर को किराए पर दिया था. जबकि बोर्ड पर नाम कृष्णा हॉस्पिटल लिखा है और कृष्णा बबलू ठाकुर नाम अमित का बेटा है. फिलहाल मामले में जांच चल रही है, जो भी नाम प्रकरण में शामिल निकल कर आएंगे उनकी गिरफ्तारी की जाएगी.