कासगंज: यूक्रेन में रह कर एमबीबीएस की पढ़ाई कर रहे जनपद के शोभित माहेश्वरी सकुशल घर आ गए हैं. शोभित रूस और यूक्रेन के युद्ध के चलते यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे हुए थे. बेटे की सुरक्षित वापसी से माता-पिता ने खुशी जताई और सरकार के प्रति आभार जताया. शोभित ने ईटीवी भारत को आपबीती सुनाई.
शोभित माहेश्वरी ने बताया कि वह यूक्रेन की राजधानी कीव में फंसे हुए थे. खाने पीने का सब समान ख़त्म होने के बाद स्थानीय छात्रों ने शोभित की मदद की. शोभित ने कहा कि हम 24 फरवरी को कीव के एयरपोर्ट पर भारत आने के लिए पहुंचे थे, लेकिन फ्लाइट आने के तीन घण्टे पहले रूस ने यूक्रेन पर हमला बोल दिया. तत्काल हम लोगों को एयरपोर्ट से बाहर निकाल दिया गया.
शोभित ने बताया कि एयरपोर्ट से बाहर निकाले जाने के बाद हम लोग लगभग 4 किलोमीटर पैदल भागे. उसके बाद एयरपोर्ट अथॉरिटी की बस ने हमें कीव के सेंटर में छोड़ दिया. सभी ट्रांसपोर्ट के साधन बंद थे. इसलिये हम भी भीड़ के साथ हो गए और इस तरह कीव के एक होस्टल में पहुंचे जहां हॉस्टल के नीचे बने बंकर में जाकर छिप गए.
बंकर में 4 दिन बिताने के बाद हम लोग 27 फरवरी एक ट्रेन के माध्यम से लवीव शहर निकलने के लिए रेलवे स्टेशन पहुंचे. इसके लिए 10 घण्टे का सफर खड़े होकर तय किया. लवीव से हम पोलैंड बार्डर तक पहुंचे, जहां पर हमें इंडियन एम्बेसी के लोग मिले. इनमें कैबिनेट मंत्री पूर्व जनरल वीके सिंह भी थे, जो भारत आने तक हमारे साथ प्लेन में रहे.
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शोभित ने ईटीवी भारत के माध्यम से केंद्र सरकार से कहा कि अब तो हम बचकर वापस आ गए अब आप हमारे लिए क्या करेंगे. उन्होंने कहा कि भारत में मेडिकल में सीट न मिलने और प्राइवेट विद्यालयों की फीस मंहगी होने के चलते हम लोग विदेश का रुख करते हैं. सरकार द्वारा कुछ ऐसा किया जाय कि छात्र विदेश न जाकर अपने देश में ही रहकर मेडिकल एवं अन्य क्षेत्रों में पढ़ाई या तैयारी कर सकें.
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