कासगंजः जिले के थाना सिकंदरपुर वैश्य के इंस्पेक्टर की पत्नी की मौत के मामले में पुलिस ने बड़ी कार्रवाई की है. पुलिस ने मुख्य आरोपी निलंबित इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया है. मंगलवार देर रात थाने के सरकारी आवास में गोली लगने से इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता की पत्नी की मौत हो गई थी. इसे कथित तौर पर आत्महत्या का मामला बताया जा रहा था.
थाना सिकंदरपुर वैश्य में तैनात इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता की पत्नी दीप्ति उर्फ आरती पोरवाल की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. बीते मंगलवार देर रात देशी तमंचे से गोली लगने से दीप्ति की जान चली गई. प्रथम दृष्टया इसे आत्महत्या का मामला बताया जा रहा था. लेकिन, मामले में मोड़ तब आया, जब घटना के बाद मृतका दीप्ति के परिजन औरैया जिले के बिधूना से कासगंज थाना सिकंदरपुर वैश्य पहुंचकर इंस्पेक्टर पर हत्या का आरोप लगाया.
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इस पूरे मामले में दीप्ति की बहन पूजा ने इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता पर कानपुर की रहने वाली निक्की यादव से विवाह करने के चलते उसकी बहन की हत्या करने का आरोप लगाया था. इसके बाद एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने आरोपी इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था. वहीं, मृतका की मां ने इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता सहित उसकी मां कृष्णकांती, बहन नीलम, बहनोई जवाहर, भाई प्रदीप और भाभी इच्छापूरन सहित छह लोगों पर मुकदमा दर्ज कराया है. इसके बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए मुख्य आरोपी इंस्पेक्टर विवेक गुप्ता को गिरफ्तार कर लिया.
मामले की गंभीरता को देखते हुए कासगंज एसपी बीबीजीटीएस मूर्ति ने इस पूरे मामले की जांच अपर पुलिस अधीक्षक अनिल कुमार के नेतृत्व में क्षेत्राधिकारी सहावर अजीत चौहान को विवेचक नियुक्त करते हुए 3 सह विवेचकों जिनमें मुख्य रुप से इंस्पेक्टर रामप्रकाश गौतम, इंस्पेक्टर राजकुमार शर्मा, महिला थानाध्यक्ष श्रीमती मनीषा चौधरी शामिल हैं.
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