कासगंज: जिले में धर्मांतरण के प्रयास का मामला सामने आया है. इसके बाद हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं के विरोध के चलते इस पूरे मामले में छह लोगों पर एफआईआर दर्ज की गई है, तो वहीं पुलिस ने 5 लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. तलाशी के दौरान धर्मांतरण करा रहे लोगों के पास से आपत्तिजनक टिप्पणियां लिखी डायरी मिली है.
क्या है मामला
दरअसल, जनपद के सिकंदरपुर वैश्य थाना क्षेत्र के ग्राम गंगपुर में रविवार को हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं को धर्मांतरण की सूचना मिली. जिसके बाद दर्जनों की संख्या में कार्यकर्ता गांव में पहुंचे और धर्मांतरण का विरोध किया. हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं का आरोप है कि उन लोगों ने उनके साथ मारपीट की. वहीं सूचना पर पुलिस भी मौके पर पहुंच गई, तलाशी के दौरान धर्मांतरण करा रहे लोगों के पास से एक कॉपी में हिंदू धर्म के देवी-देवताओं के खिलाफ अभद्र टिप्पणियां लिखी हुई मिली.
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हिंदू जागरण मंच के ब्रजप्रांत संपर्क प्रमुख अरविंद गुप्ता ने जानकारी देते हुए बताया हमें ग्राम गंगपुर में धर्मांतरण की सूचना मिली उसके बाद हम अपने कार्यकर्ताओं को लेकर पहुंचे और धर्मांतरण का विरोध किया. जिसके बाद आरोपियों ने मेरे साथ मारपीट की. तलाशी के दौरान उनके पास से हिंदू देवी देवताओं पर आपत्तिजनक टिप्पणियां लिखी हुई डायरी मिली है. हमने थाने में मुकदमा दर्ज करा दिया है.
पटियाली क्षेत्राधिकारी दीप कुमार पंत ने जानकारी देते हुए बताया कि इस पूरे मामले में 5 लोगों को गिरफ्तार किया गया है. साथ ही 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है.
बता दें कि इससे पहले भी धर्मांतरण मामले में दो मौलानाओं को नई दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था. इन लोगों ने 1000 से ज्यादा लोगों का धर्म परिवर्तन कराया था. यूपी एटीएस ने जामिया नगर नई दिल्ली से जहांगीर और उमर गौतम नाम के दो ऐसे अभियुक्तों को गिरफ्तार किया था. इन लोगों ने प्रदेश में धर्मांतरण कराने में बड़ी भूमिका निभाई है. वहीं एटीएस के द्वारा जहांगीर और उमर गौतम से पूछताछ में यह भी जानकारी हाथ लगी है कि इसमें इस्लामिक दावा सेंटर नाम की संस्था शामिल हैं, जिसका संचालन उमर गौतम कर रहा था. वहीं उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से संचालित नोएडा डेफ सोसायटी के 117 मूक बधिर बच्चों को नौकरी, शादी का लालच देकर धर्मांतरण कराया गया.