कासगंजः गुरुवार को जिले में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने पार्टी कार्यालय पर देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के 30वें शहीद दिवस पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी. इसके बाद कार्यकर्ताओं ने प्रदेश सरकार के खिलाफ नारेबाजी और फेसबुक लाइव के जरिए अपना विरोध जाहिर किया. इस दौरान कांग्रेस जिलाध्यक्ष मनोज पांडेय ने प्रदेश सरकार पर प्रदेश अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया.
कांग्रेस को मिले बस उपलब्ध कराने की अनुमति
मजदूरों को बसों से अपने घर भेजने के लिए सरकार और कांग्रेस के बीच 18-19 मई से एक दूसरे को चिट्ठी लिखने का दौर चल रहा था. मामले ने तूल तब पकड़ा जब सरकार की तरफ से कांग्रेस को बस उपलब्ध कराने की अनुमति तो दे दी गई, लेकिन स्थानीय प्रशासन ने गाड़ियों की फिटनेस पर सवाल उठाते हुए उनमें से कई वाहनों को मानकों से निम्नस्तर का माना. इसके बाद कांग्रेस ने सही बसों को राजस्थान और दिल्ली की सीमा से उत्तर प्रदेश की सीमा में प्रवेश की अनुमति देने को कहा, लेकिन ऐसा नहीं हुआ.
प्रियंका गांधी का एक वीडियो सन्देश
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष के आगरा पहुंचने और उनके द्वारा धरना देने पर उन्हें गिरफ्तार कर लिया गया. इस पूरे मामले पर कांग्रेस ने प्रदेश सरकार पर अजय कुमार लल्लू को झूठे मुकदमे में फंसाने का आरोप लगाया है. कांग्रेस की राष्ट्रीय महासचिव व उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी ने एक वीडियो सन्देश में सभी कार्यकर्ताओं से पार्टी कार्यालयों और अपने घरों से फेसबुक पर लाइव आकर सरकार का विरोध करने का निर्देश दिया.
दमनकारी नीतियों का विरोध
कांग्रेस जिला अध्यक्ष मनोज पांडे ने बताया कि वह सभी लोग देश के पूर्व प्रधानमंत्री राजीव गांधी के शहादत दिवस पर सरकार के नियमों का पालन करते हुए पार्टी कार्यालय पर एकत्रित हुए हैं. उन्होंने आगे कहा कि प्रदेश के मजदूरों को उनके घर पहुंचाने के लिए कांग्रेस की ओर से एक हजार बसें लगाई गई थी, जिनको सरकार ने परमिट नहीं दिया. वहीं कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष को फर्जी मुकदमे में फंसा कर जेल भेज दिया. कांग्रेस कार्यकर्ता सरकार की इस तरह की दमनकारी नीतियों का विरोध करते हैं.