कासगंज: जिले में बैलगाड़ी पर बैठकर खेतों से चारा लेने जा रही एक महिला सहित चार बच्चियों की बैलगाड़ी गंगा में पलटने से डूब गई. इसमे एक 13 वर्षीय बच्ची की मौत हो गई. एक महिला और तीन बच्चियों को एक किशोर ने अपनी जान पर खेल कर बचा लिया. दो बच्चियों की हालत गंभीर बताई जा रही है.
थाना सिकंदरपुर वैश्य क्षेत्र के कादरगंज खाम के नगला मुंता निवासी नजासिन पत्नी हारून, सानिया पुत्री आविर,सहरीन पुत्री फरियादी, भूरी पुत्री यूनुस, माजिद पुत्री इकबाल बैलगाड़ी पर सवार होकर अपने खेतों से चारा लेने जा रहीं थी. रास्ते में गंगा का जलस्तर बढ़ने के चलते जलभराव हो गया था. इसी जलभराव में अचानक इनकी बैलगाड़ी पलट गई. जिसके चलते बैलगाड़ी पर सवार एक महिला सहित पांच बच्चियां बैलगाड़ी के नीचे दब गई और गहरे पानी में चलीं गई.
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इस दौरान पीछे शहजाद नाम का एक किशोर भी बैलगाड़ी से आ रहा था. उसने जब महिला और बच्चियों को डूबते देखा तो बचाने के लिए दौड़ पड़ा. शहजाद ने अपनी जान पर खेल कर नजासिन, सानिया, सहरीन और भूरी को बचा लिया. लेकिन 13 वर्षीय माजिद की तब तक मौत हो चुकी थी. सानिया और सहरीन की हालत गंभीर बनी हुई है. उन्हें समीप के ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है.
घटना की सूचना पर समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता अब्दुल हफीज गांधी भी मौके पर पहुंचे. पुलिस और पटियाली तहसील से राजस्व टीम ने मौके पर पहुंचकर जानकारी जुटाई. समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय प्रवक्ता और प्रदेश महासचिव अब्दुल हफीज गांधी ने प्रशासन से मृतक के परिवार को आर्थिक सहायता प्रदान करने की मांग की है. पटियाली तहसीलदार निधि पांडेय ने बताया कि मृतक के परिवार ने पोस्टमार्टम कराने से मना कर दिया है. यह बात उन्होंने लिखित में भी दी है. जिसके चलते उन्हें प्रशासन की तरफ से किसी भी प्रकार की आर्थिक मदद प्रदान नहीं की जा सकती.
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