कासगंज/आगरा: हिंदुओं के पवित्र ग्रंथ श्री रामचरितमानस पर आपत्तिजनक बयान देने के बाद सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ तमाम हिंदू संघठन लामबंद हो रहे हैं और विरोध कर रहे हैं. यूपी के कासगंज में अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने स्वामी प्रसाद मौर्य को 5 बार जूते मारने वाले को 5,100 का इनाम देने की घोषणा की है. वहीं, आगरा में एक हिंदू संगठन की ओर से मौर्य की जीभ काटने पर 51 हजार रुपए का इनाम देने की घोषणा की गई है.
आपको बता दें कि समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता व विधान परिषद सदस्य स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपत्तिजनक बयान दिया था. उन्होंने रविवार को मीडिया से बातचीत में रामचरितमानस के दोहे और चौपाइयों पर आपत्ति जताई. कहा कि तुलसी दास की रामचरितमानस के दोहों में धर्म की आड़ में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं का अपमान किया गया है. इसमें 52% आबादी के बारे में गलत बातें लिखी गई हैं. इसके बाद से तमाम हिन्दू संघटन उनके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं. यहां तक कि उनको पार्टी से निकाले जाने की भी मांग की गई है.
कासगंज में सोरों तीर्थ नगरी को तीर्थ नगरी घोषित किए जाने के लिए आंदोलन चलाने वाले अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश शर्मा और संगठन के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेश पाठक ने सोमवार को अपने कार्यकर्ताओं के साथ कासगंज एसपी कार्यालय पहुंचकर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ लिखित शिकायत करते हुए एफआईआर दर्ज करने की मांग की.
वहीं, मीडिया से बात करते हुए अखंड आर्यावर्त निर्माण संघ के राष्ट्रीय अध्यक्ष भूपेश शर्मा ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य पर ही अभद्र टिप्पणी कर डाली. उन्होंने कहा कि 'जो स्वामी प्रसाद मौर्य को जूतों से मारेगा, उसको 5,100 रुपये का इनाम दिया जाएगा. उन्होंने हमारे धर्म ग्रंथ का अपमान किया है जो हिन्दू कतई बर्दाश्त नहीं करेगा'.
वहीं, अखण्ड आर्यावर्त निर्माण संघ के राष्ट्रीय प्रवक्ता उमेश पाठक ने कहा कि 'कोई भी आता है, वह हमारे धर्म का अपमान करके निकल जाता है. हमारे धर्म ग्रंथ पर जो इन्होंने टिप्पणी की है वह घोर निंदनीय है. हम इनके खिलाफ एफआईआर की मांग करते हैं'.
मौर्य की जीभ काटकर लाने वाले को 51 हजार का इनाम
आगरा में अखिल भारतीय हिन्दू महासभा ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य की सांकेतिक शव यात्रा निकाल कर विरोध जताया.यह सांकेतिक शव यात्रा रामबाग चौराहा से लेकर यमुना पुल तक निकाली गई. इस मौके पर अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के राष्ट्रीय प्रवक्ता संजय जाट ने कहा कि "जिस देश में समुदाय विशेष पर टिप्पणी करने पर सिर तन से जुदा कर दिया जाता हैं.आज हिन्दुओ के पवित्र ग्रंथ राम चरित्र मानस को लेकर एक नेता ने इतना बड़ा विवादित बयान दे दिया. इनके विरुद्ध कोई बोलने को तैयार नही हैं. हम ऐसे नेता को कतई बर्दाश्त नही करेंगे. महासभा इनका जूतों से स्वागत करेगी. अखिल भारतीय हिन्दू महासभा के जिला प्रभारी सौरभ शर्मा का कहना हैं कि जो भी स्वामी प्रसाद मौर्य की जीभ काटकर लाएगा उसे 51 हजार का इनाम दिया जाएगा.
शाहजहांपुर में बजरंग दल व विहिप कार्यकर्ताओं ने फूंका पुतला
शाहजहांपुर में बजरंग दल व विश्व हिंदू परिषद के कार्यकर्ताओं ने स्वामी प्रसाद मौर्य के खिलाफ प्रदर्शन किया. डीएम कार्यालय के बाहर स्वामी प्रसाद मौर्य का पुतला फूंककर नारेबाजी की गई. बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि हिंदुओं के धार्मिक ग्रंथ रामचरितमानस पर विवादित टिप्पणी करने वाले सपा नेता को सबक सिखाया जाएगा. बजरंग दल ने चेतावनी दी है कि अगर स्वामी प्रसाद मौर्य शाहजहांपुर जिले में दाखिल हुए तो उन्हें अपमानित करके चौराहों पर घुमाया जाएगा. विश्व हिंदू परिषद के जिला महामंत्री राजेश अवस्थी ने कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य जिस थाली में खाते उसी में छेद करते है. कहा कि कोई अगर सनातन धर्म का विरोध करेगा तो उसको बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, उसका विरोध किया जाएगा.
वहीं, प्रतापगढ़ में भाजपा के युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अंशुमान सिंह के नेतृत्व में भाजपाइयों ने सपा नेता का पुतला दहन कर विरोध प्रकट किया. भाजपा युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष अंशुमान सिंह ने बताया कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य ने रामचरितमानस पाठ पर विवादित टिप्पणी की है. उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज करने की मांग की है. कोतवाली में प्रार्थनापत्र देकर कार्रवाई की मांग की है.
वहीं, कानपुर में भाजपाइयों ने कानपुर महानगर के बर्रा बाईपास पर मौर्य का पुतला फूंका. बर्रा थाना क्षेत्र अंतर्गत बर्रा बाईपास पर भाजपाइयों ने नारेबाजी करते हुए स्वामी प्रसाद मौर्या का पुतला फूंका. प्रदर्शन कर रहे भाजपा कार्यकर्ताओं ने इस दौरान कहा कि स्वामी प्रसाद मौर्य यह सब अखिलेश यादव के इशारे पर कह रहे हैं. उनकी रामचरितमानस पर इस तरीके से टिप्पणी करना अशोभनीय है. वहीं, भाजपा कार्यकर्ता संजय पासवान ने कहा कि अखिलेश यादव 2024 के सपने देख रहे हैं. वह यह सपने देखना बंद कर दें. हिंदू मुस्लिम को बांटने की राजनीति नहीं हो सकेगी.
महराजगंज के नौतनवां विधानसभा के मोहनापुर में सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने महिला कार्यकर्ता सम्मेलन को संबोधित किया. इस दौरान उन्होंने रामचरितमानस को लेकर सपा एमएलसी स्वामी प्रसाद मौर्य के द्वारा विवादित बयान देने पर जमकर बरसे. कहा कि वह चर्चा में बने रहने के लिए ऐसे बयान दे रहे हैं क्योकि सत्ता से दूर रहने के कारण उन्हें कोई पूछ नहीं रहा है. इस कारण वह ऐसे बयान दे रहे हैं. वह बोले कि जब बेटी सांसद और खुद मंत्री बने थे तब ऐसे बयान क्यों नहीं दिए.
वहीं, आगरा में केंद्रीय मंत्री व आगरा सांसद प्रो. एसपी सिंह बघेल ने सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या पर निशाना साधा है. उन्होंने कहा है कि सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्या के बयान को लेकर रामचरितमानस की तमाम चौपाइयों से भगवान श्रीरामचंद्र के तमाम गुणों का बखान किया. इसके साथ ही जिस चौपाई को लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य ने आपत्तिजनक बयान दिया है, उस चौपाई के बारे में भी उन्होंने विस्तार से समझाया. वहीं, आगरा आए यूपी सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री नंद गोपाल नंदी ने कहा कि सस्ती पब्लिसिटी के लिए स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह आपत्तिजनक बयान दिया है. स्वामी प्रसाद मौर्य का कोई चरित्र नहीं होता है. स्वामी प्रसाद मौर्य की मति मारी गई है.
वहीं, मथुरा में अखिल भारत हिंदू महासभा के राष्ट्रीय कोषाध्यक्ष दिनेश शर्मा ने कहा कि रामचरितमानस में श्रीराम ने निषादराज को गले लगाया. निषादराज को अपना मित्र बनाया है. शबरी के झूठे बेर खाए , तो जैसा स्वामी प्रसाद मौर्य कह रहे हैं ऐसा कुछ हुआ ही नहीं. हम भगवान से प्रार्थना करते हैं कि स्वामी प्रसाद मौर्य की बुद्धि को शुद्ध करें. मौर्य ने जो भी कहा है वह बहुत ही निंदनीय है.
सुलतानपुर में अधिवक्ता अनिल कुमार तिवारी ने स्वामी प्रसाद के खिलाफ मुकदमा दर्ज करने के लिये नगर कोतवाल राम आशीष उपाध्याय को प्रार्थना पत्र दिया है. उन्होंने कहा है कि सपा नेता ने रामचरित मानस को लेकर जो अभद्र टिप्पणी की है, उससे हिंदू धर्म के लोगो की भावनाएं आहत हुईं हैं. उनके साथ अधिवक्ता चंद्र प्रकाश पाण्डेय, तेज बहादुर सिंह, राकेश पाण्डेय, विद्या भूषण पाण्डेय, श्रवण कुमार पाण्डेय, स्वतंत्र मोहन चौबे आदि मौजूद थे.
देवरिया में सांसद रविन्द्र कुशवाहा ने स्वामी प्रसाद मौर्य को कलयुग का राक्षस बताया. कहा कि उन्होंने कभी रामचरित मानस का अध्ययन नहीं किया है. ऐसे नेताओं का समाज में बहिष्कार होना चाहिए. वह बोले, स्वामी प्रसाद मौर्य को जनता ने नकार दिया है. वह चर्चा में बने रहने के लिए ऐसा बयान देते हैं. ऐसे द्वापर और त्रेता युग मे राक्षस हुआ करते थे, वैसे ही कुछ राक्षस कलियुग में भी है. सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य करोड़ों लोगों की आस्था के साथ लगातार खिलवाड़ कर रहे हैं.
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