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कासगंज में फर्जी कंपनी के नाम पर दस करोड़ की धोखाधड़ी, तीन आरोपी गिरफ्तार - Kasganj fraud of ten crores

कासगंज की सोरों पुलिस ( Kasganj Soron police) ने फर्जी कंपनी बनाकर दस करोड़ की धोखाधड़ी के बड़े मामले का खुलासा किया है. पुलिस ने इस मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.

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कासगंज की सोरों पुलिस ने फर्जी कंपनी बनाकर दस करोड़ की धोखाधड़ी के बड़े मामले का खुलासा कर तीन लोगों को गिरफ्तार किया
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Published : Sep 12, 2022, 5:14 PM IST

कासगंजः जनपद में रविवार को सस्ते दामों में कार मोटरसाइकिल देने का लुभावना ऑफर दिया गया था. जिसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी कर 10 करोड़ रुपए से अधिक हड़पने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके पास से लैपटॉप ,स्वाइप मशीन, मोबाइल फोन एवं कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं. पुलिस इन गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है.

बता दें कि सोरों कोतवाली क्षेत्र (Soron Kotwali area) के अंतर्गत ग्राम प्रहलादपुर के रहने वाले सुखबीर ने सोरों थाने में एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि माय सनलाइफ कंपनी (my sunlife company) के मालिक प्रेमपाल और धनीराम निवासी नगला बेनी थाना (nagla beni police station) कासगंज यूट्यूब, व्हाट्सएप पर मोटरसाइकिल और कार सस्ते दामों में दिलाने की स्कीम का प्रचार प्रसार कर मीटिंग करते हैं.

इसके बाद लोगों को रुपए जमा करने के लिए प्रेरित कर रुपए जमा कराते हैं. शिकायतकर्ता सुखबीर ने बताया कि दिनांक 12 दिसंबर 2021 को कंपनी के मालिक ने मुझे लालच देकर पहली बार में दो लाख 84 हजार रुपए जमा कराया. इसके बाद दूसरी बार में 4 लाख 35 हजार 6 सौ रूपये जमा कराए. इस प्रकार कुल 7 लाख 19 हजार 6 सौ रूपये कंपनी मालिक ने मुझसे जमा करा लिया. इस स्कीम में मूल कीमत को 45 दिनों के हिसाब से दोगुनी धनराशि और चार पहिया गाड़ी देने का वादा किया गया था.

शिकायतकर्ता सुखबीर ने बताया कि मुझे ना तो आज तक कोई सामान मिला और ना ही रुपए वापस किए गए. जब कंपनी के मालिक प्रेमपाल से रुपए मांगा तो उन्होंने तरह तरह से मुझे धमकियां दी हैं. इस शिकायत के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी. इसके बाद रविवार को पुलिस ने सन लाइफ हेल्थ केयर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक प्रेमपाल सिंह, पूरन सिंह निवासी कासगंज, ध्यान प्रताप सिंह निवासी काजीखेड़ मारहरा जनपद एटा को सोरों मेला ग्राउंड से गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने इन पकड़े गए जालसाजों के पास से एक लैपटॉप एक स्वाइप मशीन, तीन मोबाइल फोन, कंपनी की फर्जी मोहरें इसके अलावा वर्क कंपनी से संबंधित कई फाइलें व दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए शातिर जालसाजों ने बताया कि कि हम तीनों ने मिलकर माय सन लाइफ हेल्थ केयर के नाम से कंपनी खोली है. जहां कंपनी पूरन सिंह और धनी राम के नाम से है जिसका मुख्यालय अहमदाबाद गुजरात में है.


इस मामले के मास्टरमाइंड प्रेमपाल ने बताया कि कंपनी में हम जनता के लोगों को लुभावने ऑफर देकर अपनी टीम में जोड़ते हैं. इसके बाद एक योजना में 36 हजार 300 रूपये जमा कराने पर 45 दिन के अंदर एक नई मोटरसाइकिल और दूसरी योजना में 1 लाख 42 हजार 600 रूपये जमा कराने पर 45 दिन के अंदर एक चार पहिया कार देने का लालच देकर पैसे नकद या फिर कंपनी के खातों में ले लेते हैं. इसके बाद उन लोगों से अन्य लोगों को जोड़ने का आग्रह करते हैं.


हमारी कंपनी के प्रोडक्ट बिक्री की शर्त पर मोटरसाइकिल और कार दी जाती है. हमारी कंपनी से काफी लोग जुड़े हुए हैं. काफी लोगों को हमने मोटरसाइकिल और कारें भी दी हैं. कुछ लोगों को हम कंपनी के प्रोडक्ट बिक्री ना होने के कारण इस योजना का लाभ नहीं दे पाए हैं. इस कारण हम से जुड़े हुए लोग अपना पैसा मांग रहे हैं.


हमने अपनी कंपनी का एक कार्यालय कासगंज में भी खोला है. यहां पर लोगों को समय पर मोटरसाइकिल और कार न मिलने पर लोगों ने अपना पैसा मांगने को लेकर काफी परेशान किया तो हमने कार्यालय बंद कर अपना सामान लेकर चले गए. कुछ लोगों ने हमारे खिलाफ थाने में रिपोर्ट करा दी. हम लोग अपने लोगों को जोड़ने के लिए क्षेत्र में आए थे. इसके बाद पुलिस ने हमे पकड़ लिया. अभियुक्त प्रेमपाल ने बताया कि मैंने अपनी कंपनी बैंक खाते आदि अपने बड़े भाई धनीराम के नाम से खोले हैं. इससे मैं कभी पकड़ा जाऊं तो मेरे भाई धनी राम का नाम आए जो कि दिमागी रूप से कमजोर हैं जिसका मुझे लाभ मिल सके.


यह भी पढ़ें-सामान के बहाने साथ ले जाकर ई-रिक्शा चालक को सुंघाया नशीला पदार्थ, फिर लूट लिया

कासगंज एसपी बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त करीब 800 बाइकों तथा 96 कारों को लोगों के स्कीम के तहत देकर आकर्षित कर चुके हैं. इनके द्वारा करीब 10 करोड़ रुपए का गबन किया जा चुका है. गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.


यह भी पढ़ें-पीलीभीत में 10 दिन से लापता युवक का शव मिलने से हड़कंप, हत्या की आशंका

कासगंजः जनपद में रविवार को सस्ते दामों में कार मोटरसाइकिल देने का लुभावना ऑफर दिया गया था. जिसके बाद पुलिस ने धोखाधड़ी कर 10 करोड़ रुपए से अधिक हड़पने वाले गिरोह के तीन सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने इनके पास से लैपटॉप ,स्वाइप मशीन, मोबाइल फोन एवं कई अन्य दस्तावेज भी बरामद किए हैं. पुलिस इन गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजने की कार्रवाई कर रही है.

बता दें कि सोरों कोतवाली क्षेत्र (Soron Kotwali area) के अंतर्गत ग्राम प्रहलादपुर के रहने वाले सुखबीर ने सोरों थाने में एक शिकायती पत्र देते हुए बताया कि माय सनलाइफ कंपनी (my sunlife company) के मालिक प्रेमपाल और धनीराम निवासी नगला बेनी थाना (nagla beni police station) कासगंज यूट्यूब, व्हाट्सएप पर मोटरसाइकिल और कार सस्ते दामों में दिलाने की स्कीम का प्रचार प्रसार कर मीटिंग करते हैं.

इसके बाद लोगों को रुपए जमा करने के लिए प्रेरित कर रुपए जमा कराते हैं. शिकायतकर्ता सुखबीर ने बताया कि दिनांक 12 दिसंबर 2021 को कंपनी के मालिक ने मुझे लालच देकर पहली बार में दो लाख 84 हजार रुपए जमा कराया. इसके बाद दूसरी बार में 4 लाख 35 हजार 6 सौ रूपये जमा कराए. इस प्रकार कुल 7 लाख 19 हजार 6 सौ रूपये कंपनी मालिक ने मुझसे जमा करा लिया. इस स्कीम में मूल कीमत को 45 दिनों के हिसाब से दोगुनी धनराशि और चार पहिया गाड़ी देने का वादा किया गया था.

शिकायतकर्ता सुखबीर ने बताया कि मुझे ना तो आज तक कोई सामान मिला और ना ही रुपए वापस किए गए. जब कंपनी के मालिक प्रेमपाल से रुपए मांगा तो उन्होंने तरह तरह से मुझे धमकियां दी हैं. इस शिकायत के बाद पुलिस लगातार आरोपियों की तलाश कर रही थी. इसके बाद रविवार को पुलिस ने सन लाइफ हेल्थ केयर कंपनी प्राइवेट लिमिटेड के मालिक प्रेमपाल सिंह, पूरन सिंह निवासी कासगंज, ध्यान प्रताप सिंह निवासी काजीखेड़ मारहरा जनपद एटा को सोरों मेला ग्राउंड से गिरफ्तार कर लिया है.

पुलिस ने इन पकड़े गए जालसाजों के पास से एक लैपटॉप एक स्वाइप मशीन, तीन मोबाइल फोन, कंपनी की फर्जी मोहरें इसके अलावा वर्क कंपनी से संबंधित कई फाइलें व दस्तावेज बरामद किए हैं. पुलिस की पूछताछ में पकड़े गए शातिर जालसाजों ने बताया कि कि हम तीनों ने मिलकर माय सन लाइफ हेल्थ केयर के नाम से कंपनी खोली है. जहां कंपनी पूरन सिंह और धनी राम के नाम से है जिसका मुख्यालय अहमदाबाद गुजरात में है.


इस मामले के मास्टरमाइंड प्रेमपाल ने बताया कि कंपनी में हम जनता के लोगों को लुभावने ऑफर देकर अपनी टीम में जोड़ते हैं. इसके बाद एक योजना में 36 हजार 300 रूपये जमा कराने पर 45 दिन के अंदर एक नई मोटरसाइकिल और दूसरी योजना में 1 लाख 42 हजार 600 रूपये जमा कराने पर 45 दिन के अंदर एक चार पहिया कार देने का लालच देकर पैसे नकद या फिर कंपनी के खातों में ले लेते हैं. इसके बाद उन लोगों से अन्य लोगों को जोड़ने का आग्रह करते हैं.


हमारी कंपनी के प्रोडक्ट बिक्री की शर्त पर मोटरसाइकिल और कार दी जाती है. हमारी कंपनी से काफी लोग जुड़े हुए हैं. काफी लोगों को हमने मोटरसाइकिल और कारें भी दी हैं. कुछ लोगों को हम कंपनी के प्रोडक्ट बिक्री ना होने के कारण इस योजना का लाभ नहीं दे पाए हैं. इस कारण हम से जुड़े हुए लोग अपना पैसा मांग रहे हैं.


हमने अपनी कंपनी का एक कार्यालय कासगंज में भी खोला है. यहां पर लोगों को समय पर मोटरसाइकिल और कार न मिलने पर लोगों ने अपना पैसा मांगने को लेकर काफी परेशान किया तो हमने कार्यालय बंद कर अपना सामान लेकर चले गए. कुछ लोगों ने हमारे खिलाफ थाने में रिपोर्ट करा दी. हम लोग अपने लोगों को जोड़ने के लिए क्षेत्र में आए थे. इसके बाद पुलिस ने हमे पकड़ लिया. अभियुक्त प्रेमपाल ने बताया कि मैंने अपनी कंपनी बैंक खाते आदि अपने बड़े भाई धनीराम के नाम से खोले हैं. इससे मैं कभी पकड़ा जाऊं तो मेरे भाई धनी राम का नाम आए जो कि दिमागी रूप से कमजोर हैं जिसका मुझे लाभ मिल सके.


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कासगंज एसपी बीबी जीटीएस मूर्ति ने बताया कि पकड़े गए अभियुक्त करीब 800 बाइकों तथा 96 कारों को लोगों के स्कीम के तहत देकर आकर्षित कर चुके हैं. इनके द्वारा करीब 10 करोड़ रुपए का गबन किया जा चुका है. गिरफ्तार अभियुक्तों को जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है.


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