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महिला बंदियों ने जेल में बनाई राखियां, भाइयों की कलाइयों पर सजेंगी

कानपुर की जेल में महिला बंदियों ने रंग-बिरंगी रिबन और सितारों जड़ित राखियां तैयार की है. महिला बंदियों द्वारा राखी बनाने का सिलसिला लगातार जारी है.

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By ETV Bharat Uttar Pradesh Team

Published : Aug 29, 2023, 6:05 PM IST

Updated : Aug 29, 2023, 6:21 PM IST

जेल अधीक्षक डॉ.बीडी पांडेय ने दी जानकारी.

कानपुर: पूरे देश में राखी का पर्व जल्द ही मनाया जाएगा. इस पर्व को लेकर बाजार सजने लगे हैं और तरह-तरह की राखियां भी दिखने लगी हैं. हर बहन, खुशी और प्रेम के बीच इस दिन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र के तौर पर राखी को बांधती है. जिस तरह सभी परिवारों में उल्लास और उमंग के साथ यह पर्व मनाया जाता है, ठीक वैसे ही जेल में भी महिला बंदी अपने भाइयों के हाथों पर राखी बांधने का इंतजार करती हैं.

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महिला बंदियों ने जेल में बनाई राखियां.

इसी बीच कानपुर की जेल से एक अनूठी खबर सामने आई है. यहां महिला बंदियों ने अपराध करने की सोच से इतर इस राखी पर्व से पहले रंग-बिरंगी रिबन और सितारों जड़ित राखियां तैयार की है. एक संस्था की मदद से महिला बंदियों ने अपने हुनर से इस काम को करके दिखाया है. इससे जेल के जिम्मेदार भी आश्चर्यचकित और प्रभावित हैं. उनका कहना है कि महिला बंदियों ने जो राखियां तैयार की हैं उसे संस्था के लोग यहां से ले जाएंगे. इसके एवज में महिला बंदियों को पारिश्रमिक भी दिया जाएगा. महिला बंदियों द्वारा राखी बनाने का सिलसिला लगातार जारी है.

कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय.
कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय.



इसे भी पढ़े-रक्षाबंधन पर 48 घंटे बहनों को रोडवेज निशुल्क पहुंचाएगा भाइयों के द्वार, मेरठ परिक्षेत्र की 707 बसें तैयार

कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि महिला बंदियों के खाते भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में खुलवाए गए हैं. ऐसे में राखी तैयार करने के बाद इन्हें जो पारिश्रमिक मिलेगा, वह बंदी अपने खातों में रख सकेंगी. उनके अंदर कुछ नवाचार करने को सोच विकसित हो, वह हुनरमंद बन सकें, इस दिशा में लगातार कवायद जारी है. जेल में भी महिला बंदियों के अंदर राखी पर्व को लेकर खासा उत्साह है. संस्था द्वारा जो कच्चा माल इन्हें मुहैया कराया गया और फिर प्रशिक्षण दिया गया, उसके बाद से महिला बंदियों ने सुंदर और डिजाइनर राखियां तैयार कर दी हैं.

यह भी पढ़े-हाबड़ा एक्सप्रेस ट्रेन से 236 कछुए बरामद, आसनसोल बेचने जा रहे थे तस्कर भाई-बहन

जेल अधीक्षक डॉ.बीडी पांडेय ने दी जानकारी.

कानपुर: पूरे देश में राखी का पर्व जल्द ही मनाया जाएगा. इस पर्व को लेकर बाजार सजने लगे हैं और तरह-तरह की राखियां भी दिखने लगी हैं. हर बहन, खुशी और प्रेम के बीच इस दिन अपने भाई की कलाई पर रक्षा सूत्र के तौर पर राखी को बांधती है. जिस तरह सभी परिवारों में उल्लास और उमंग के साथ यह पर्व मनाया जाता है, ठीक वैसे ही जेल में भी महिला बंदी अपने भाइयों के हाथों पर राखी बांधने का इंतजार करती हैं.

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महिला बंदियों ने जेल में बनाई राखियां.

इसी बीच कानपुर की जेल से एक अनूठी खबर सामने आई है. यहां महिला बंदियों ने अपराध करने की सोच से इतर इस राखी पर्व से पहले रंग-बिरंगी रिबन और सितारों जड़ित राखियां तैयार की है. एक संस्था की मदद से महिला बंदियों ने अपने हुनर से इस काम को करके दिखाया है. इससे जेल के जिम्मेदार भी आश्चर्यचकित और प्रभावित हैं. उनका कहना है कि महिला बंदियों ने जो राखियां तैयार की हैं उसे संस्था के लोग यहां से ले जाएंगे. इसके एवज में महिला बंदियों को पारिश्रमिक भी दिया जाएगा. महिला बंदियों द्वारा राखी बनाने का सिलसिला लगातार जारी है.

कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय.
कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय.



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कानपुर जेल अधीक्षक डॉ. बीडी पांडेय ने ईटीवी भारत से खास बातचीत करते हुए बताया कि पहली बार ऐसा हुआ है कि महिला बंदियों के खाते भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) में खुलवाए गए हैं. ऐसे में राखी तैयार करने के बाद इन्हें जो पारिश्रमिक मिलेगा, वह बंदी अपने खातों में रख सकेंगी. उनके अंदर कुछ नवाचार करने को सोच विकसित हो, वह हुनरमंद बन सकें, इस दिशा में लगातार कवायद जारी है. जेल में भी महिला बंदियों के अंदर राखी पर्व को लेकर खासा उत्साह है. संस्था द्वारा जो कच्चा माल इन्हें मुहैया कराया गया और फिर प्रशिक्षण दिया गया, उसके बाद से महिला बंदियों ने सुंदर और डिजाइनर राखियां तैयार कर दी हैं.

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Last Updated : Aug 29, 2023, 6:21 PM IST
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