कानपुर: जिले में एक विधवा महिला को पति की मौत के बाद उसके सास ससुर ने दो मासूम बच्चों के साथ घर से बाहर निकाल दिया. पीड़ित महिला न्याय की आस में दर-दर भटकने को मजबूर है. पीड़िता ने गुलाबी गैंग लोकतांत्रिक से न्याय के लिए गुहार लगाई थी. वहीं पीड़िता की मदद के लिए सास-ससुर से बात करने पहुंची महिलाओं पर विधवा के सास-ससुर ने छत से पथराव कर दिया. गुलाबी गैंग की महिलाओं ने घाटमपुर कोतवाली में एफआईआर दर्ज कराई थी. नायाब तहसीलदार व इंस्पेक्टर मौके पर पहुंचे थे, लेकिन अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई है. पीड़ित बारिश में नाबालिग मासूम बेटी और बेटे के साथ देर रात एसडीएम घाटमपुर के कार्यालय के बाहर धरने पर बैठी रही.
जानकारी के अनुसार जवाहर नगर उत्तरी निवासी रीता देवी का मामला इन दिनों सोशल मीडिया पर काफी हाइलाइट हो रहा है. बीते सोमवार को अपने ससुर जसवंत सिंह के मकान के बाहर जब महिला रीता देवी धरने पर बैठी थी तब नायब तहसीलदार हरिश्चंद्र सोनी के आश्वासन पर महिला ने धरना खत्म कर दिया था. वहीं नायब तहसीलदार ने मंगलवार को एसडीएम ऑफिस में महिला से आने को कहा था और वहीं पर दोनों पक्षों की बात सुनकर न्याय करने का भी आश्वासन दिया था.
अधिकारी के बताए अनुसार महिला रीता देवी मंगलवार सुबह करीब 11 बजे एसडीएम ऑफिस पहुंची. एसडीएम से मिलकर अपनी व्यथा सुनाई. एसडीएम के द्वारा कोई कार्रवाई न होते देख महिला वहीं एसडीएम ऑफिस के सामने अपने दोनों बच्चों के साथ धरने पर बैठ गई.